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क्या नहलाने के बाद शिशु को बुखार आ जाता है? जानें इसके 5 कारण और बचाव के उपाय

श‍िशु को नहलाने से आता है बुखार तो आप भी जान लें कारण और बचाव के उपाय 
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क्या नहलाने के बाद शिशु को बुखार आ जाता है? जानें इसके 5 कारण और बचाव के उपाय


श‍िशु की त्‍वचा और शरीर बेहद नाजुक होता है इसल‍िए आपको उनका खास ख्‍याल रखने की जरूरत होती है। कई माता-प‍िता को ये श‍िकायत होती है क‍ि उनके बच्‍चे को नहलाने के बाद बुखार आ जाता है। कुछ के साथ ये कभी-कभी होता है तो कुछ श‍िशुओं को नहलाने के बाद हर बार ही बुखार आता है तो आख‍िर इसका क्‍या कारण है? श‍िशु को नहलाने के बाद बुखार आ रहा है तो या तो आप श‍िशु को ठीक ढंग से नहीं नहला रहे हैं, आपको उसे स्‍नान करवाने का सही समय या तरीका नहीं मालूम होने के कारण भी ऐसी समस्‍या हो सकती है। इस लेख में हम जानेंगे क‍ि श‍िशु को स्‍नान के बाद बुखार आने के पीछे क्‍या कारण हो सकते हैं और इस समस्‍या से कैसे बचा जा सकता है। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।  

baby fever in hindi

शि‍शु को नहलाने पर बुखार आने के कारण (Causes of fever in babies after bath)

1. श‍िशु को गलत समय पर नहलाना 

श‍िशु को गलत समय पर नहलाने से भी शरीर का तापमान घट जाता है और बुखार आ सकता है। आप शाम के समय श‍िशु को नहलाना अवॉइड करें, कोश‍िश करें क‍ि 10 से 1 बजे के दौरान ही श‍िशु को नहला दें। अगर श‍िशु में बुखार के लक्षण नजर आएं तो सबसे पहले डॉक्‍टर से संपर्क करें।

2. शि‍शु को द‍िन में एक से ज्‍यादा बार नहलाना 

अगर आप श‍िशु को द‍िन भर में एक से ज्‍यादा बार नहलाएंगे तो भी श‍िशु को बुखार आ सकता है। आपको श‍िशु को द‍िन भर में केवल एक ही बार नहलाना है वहीं अगर आपको लग रहा है क‍ि गर्मी ज्‍यादा है तो आप दूसरी बार श‍िशु के शरीर को स्‍पंज कर सकते हैं।  

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3. श‍िशु को गलत तापमान में नहलाना 

आपको श‍िशु को गलत तापमान में नहलाना अवॉइड करना चाह‍िए। अगर तापमान ज्‍यादा है तो बच्‍चे को बुखार आ सकता है। इसके अलावा सीधे एसी के कमरे बॉथरूम में ले जाकर नहलाएंगे तो भी बुखार की समस्‍या हो सकती है।    

4. श‍िशु को सुबह-सुबह नहलाना 

जो लोग श‍िशु को सुबह-सुबह स्‍नान करवा देते हैं उन बच्‍चों को भी बुखार आ सकता है। अगर आपका मॉर्न‍िंग रूटीन है तो आप बच्‍चे को नहलाने के बजाय स्‍पंज कर सकते हैं। स्‍पंज करने से बच्‍चे को बुखार नहीं आएगा और सफाई भी बनी रहेगी। सुबह के समय शरीर का तापमान ज्‍यादा होता है और वातावरण का तापमान कम होता है इसल‍िए आपको सुबह के दौरान बच्‍चे को नहलाना अवॉइड करना चाह‍िए।  

5. श‍िशु को ज्‍यादा देर के ल‍िए नहलाना     

अगर आप श‍िशु को ज्‍यादा देर के ल‍िए नहलाएंगे तो भी उसके शरीर का तापमान ड्रॉप हो सकता है और बच्‍चे को फीवर आ सकता है। आपको श‍िशु को ज्‍यादा देर के ल‍िए बॉथरूम या पानी वाली जगह नहीं रखना चाह‍िए, बच्‍चों के शरीर का तापतान, वयस्‍कों के शरीर के तापमान से ज्‍यादा होता है इसल‍िए आपको उन्‍हें एक 15 म‍िनट से ज्‍यादा समय के ल‍िए स्‍नान नहीं करवाना है।

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श‍िशु को नहलाने पर बुखार आने की समस्‍या से कैसे बचाएं? (How to prevent fever in babies after bath)

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अगर आपको लग रहा है क‍ि श‍िशु की तबीयत ठीक नहीं है तो बुखार का इलाज (fever treatment in hindi) करने के ल‍िए आप डॉक्‍टर से संपर्क करें और बुखार की समस्‍या से बचने के ल‍िए आप इन ट‍िप्‍स को फॉलो करें-   

  • शाम के समय श‍िशु को स्‍नान करवाने से बचें।
  • अगर बच्‍चे को बुखार है तो उसे स्‍नान न करवाएं, इससे श‍िशु की तबीयत ब‍िगड़ सकती है।
  • शि‍शु की रोग प्रत‍िरोधक क्षमता कमजोर होती है, आप श‍िशु को माइल्‍ड शैम्‍पू या साबुन की मदद से मध्‍यम तापमान के पानी से नहलाएं।
  • अगर बच्‍चे को क‍िसी भी तरह की स्‍क‍िन समस्‍या है तो डॉक्‍टर की सलाह पर ही उसे नहलाएं क्‍योंक‍ि इसके कारण भी श‍िशु को बुखार आ सकता है। 
  • श‍िशु को नहलाने से पहले कमरे का सही तापमान सुनि‍श्‍च‍ित करें और श‍िशु को ज्‍यादा ठंडे या ज्‍यादा गरम पानी से नहलाने से बचें।

आप इन आसान ट‍िप्‍स को फॉलो करेंगे तो श‍िशु को स्‍नान के बाद बुखार आने की समस्‍या से बचा सकते हैं। 

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