Women Health Facts in Hindi: स्वास्थ्य के बारे में वैसे तो सभी के लिए जानना बेहद जरूरी होता है, लेकिन कई बार महिलाओं की हेल्थ से जुड़ी कुछ बातों को लोग मिथक के तौर पर देखते हैं। इसलिए महिलाओं को अपनी सेहत से जुड़े कुछ तथ्यों के बारे में जान लेना काफी जरूरी है। आमतौर पर महिलाओं में मेनोपॉज, पेरिमेनोपॉज और ऑस्टियोपोरोसिस को लेकर कई भ्रांतियां रहती हैं। अगर आप भी उन्हीं महिलाओं में शामिल हैं तो इस लेख को जरूर पढ़ें। आइये डायबिटीज और थायरॉइड एक्सपर्ट डॉ. अक्षत चढ्ढा से जानते हैं इसके बारे में।
पेरिमेनॉज ठीक होता है- Perimenopause is Treatable
पेरिमेनोपॉज को आमतौर पर महिलाओं के प्रजनन के आखिरी समय कहा जा सकता है। इस स्थिति को कई बार बहुत सी महिलाएं एक गंभीर बीमारी के तौर पर देखती हैं। डॉ. चढ्ढा की मानें तो यह कोई गंभीर बीमारी नहीं है, जिससे आपको ज्यादा डरने या सफर करने की जरूरत है। यह समस्या ठीक हो सकती है। इसके लिए आपको लाइफस्टाइल में बदलाव करने की जरूरत है।
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टॉप स्टोरीज़
मेनोपॉज कोई बीमारी नहीं- Menopause is Not a Disease
बहुत सी महिलाएं मेनोपॉज को एक बीमारी मान लेती हैं। जबकि, ऐसा बिलकुल नहीं है। यह कोई बीमारी नहीं है, बल्कि महिलाओं में होने वाली एक सामान्य प्रक्रिया है। मेनोपॉज के बाद भी महिलाएं स्वस्थ रहती हैं और एक बेहतर जीवन जीती हैं। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें महिलाओं की मेंस्ट्रुअल साइकिल बंद हो जाती है।
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पर्याप्त एक्सरसाइज करने से हार्मोनल इंबैलेंस ठीक होता है- Adequate Exercise Helps Hormonal Imbalance
महिलाओं में आमतौर पर हार्मोनल इंबैलेंस की समस्या रहती है। डॉक्टर के मुताबिक पर्याप्त एक्सरसाइज करने से हार्मोनल इंबैलेंस ठीक होता है। अगर आप नियमित तौर पर थोड़ी एक्सरसाइज भी कर रही हैं तो यह समस्या ठीक हो सकती है।
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ऑस्टियोपोरोसिस को नजरअंदाज न करें- Do Not Ignore Osteoporosis
ऑस्टियोपोरोसिस वास्तव में एक बीमारी है, जो आपके जोड़ों को प्रभावित कर सकती है। इसलिए इसे नजरअंदाज करने से बचें और अपनी हड्डियों और मांसपेशियों का ध्यान रखें।
कुछ टेस्ट कराना जरूरी (Important Tests for Women)
अगर आपकी उम्र 40 से ज्यादा है तो ऐसे में पैप स्मीयर टेस्ट, सोनो-मैमोग्राफी आदि कराना जरूरी होता है। इससे बीमारियों के बारे में पता लगाना आसान होता है। आपको हर 3 साल में इस टेस्ट को कराना चाहिए।
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