पीसीओडी महिलाओं में होने वाली एक बीमारी है जिसमें ओवरी बहुत ज्यादा मात्रा में एग रिलीज करती है जो अल्सर में बदल जाते हैं और ओवरी का साइज भी बढ़ जाता है। पीसीओडी होने पर बाल झड़ना, इनफर्टिलिटी, अनियमित पीरियड्स, वजन बढ़ना आदि समस्याएं हो सकती हैं। अगर आपको जांच में पता चला है कि आपको पीसीओडी यानी पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज है तो इसका मतलब है आपके शरीर में हॉर्मोन का बैलेंस असंतुलित है पर आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। इस लेख में हम कुछ आसान टिप्स पर चर्चा करेंगे जिन्हें अपनाकर आप इस बीमारी के लक्षणों को थोड़े ही समय में कम होता देख पाएंगी। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के झलकारीबाई अस्पताल की गाइनोकॉलोजिस्ट डॉ दीपा शर्मा से बात की।
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1. रोजाना कम से कम 40 मिनट कसरत जरूर करें (Do minimum 40 minutes workout daily)
पीसीओडी होने पर आपको अपने शरीर में हॉर्मोनल बैलेंस को दोबारा बनाना है जिसके लिए जरूरी है कि आपकी बॉडी फिट हो। शरीर को फिट करने के लिए आपको हर दिन कम से कम 40 मिनट कसरत करनी चाहिए। कसरत में आप योगा, वॉकिंग, जॉगिंग, ब्रिस्क वॉक, कॉर्डियो एक्सरसाइज आदि कर सकते हैं। साइकिल चलाना या आउटडोर स्पोर्ट्स में भाग लेना भी एक अच्छा विकल्प है।
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2. प्रोटीन, कॉर्ब्स, फाइबर का सेवन करें (Add protein, carbs, fiber in diet)
पीसीओडी होने पर आपको उन सभी बातों को फॉलो करना है जो आप वजन कम करने के तरीकों में आजमाते होंगे। पीसीओडी की समस्या या लक्षणों को कम करने के लिए आपको अपनी डाइट में बदलाव करने होंगे जैसे आपको अपनी डाइट में प्रोटीन, कॉर्ब्स, फाइबर की मात्रा एड करनी चाहिए। इन तीन न्यूट्रिएंट्स के बैलेंस से आपको हेल्दी वेट मैनेज करने में मदद मिलेगी और आप पीसीओडी की समस्या से धीरे-धीरे बाहर निकल पाएंगी। आप अपनी डाइट में प्लांट बेस्ड प्रोटीन, साबुत अनाज, फलियां भी शामिल करें।
3. ट्रांस फैट का सेवन न करें (Avoid trans fat)
अगर आप पीसीओडी के मरीज हैं तो आपको ट्रांस फैट का सेवन अवॉइड करना है। ट्रांस फैट ज्यादातर उन चीजों में होता है जो आपको बाहर खाने को मिलता है जैसे जंक फूड जिसमें पिज्जा, बर्गर, नॉर्थ इंडियन फूड, स्ट्रीट फूड शामिल है। ट्रांस फैट से आपके शरीर में फैट की मात्रा बढ़ती है और आपका वजन बढ़ना पीसीओडी बीमारी के लिए अच्छा नहीं है इसलिए ट्रांस फैट को अवॉइड करें। आपको अपनी डाइट में कैल्शियम, दालचीनी, विटामिन डी3 आदि को शामिल करना चाहिए।
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4. रूटीन में मेडिटेशन को भी समय दें (Add meditation in routine)
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आपको हर दिन कम से कम 30 मिनट मेडिटेशन की प्रैक्टिस करनी चाहिए। मेडिटेशन करने से एंग्जाइटी, स्ट्रेस के लक्षण, डिप्रेशन दूर होता है। पीसीओडी के दौरान मानसिक तनाव एक गंभीर समस्या का रूप ले लेता है इसलिए मन को शांत रखने के लिए आपको एक्सपर्ट की निगरानी में मेडिटेशन की प्रैक्टिस करनी चाहिए। इसे अपने रूटीन का हिस्सा बनाएं। मेडिटेशन के लिए शांत जगह चुनें, अगर आप हाई बीपी की मरीज हैं तो डॉक्टर की सलाह पर ही मेडिटेशन करें।
5. चीनी, गुड़, मिठाई, चॉकलेट अवॉइड करें (Avoid sugar, jaggery, sweet, choclate)
आपको अपनी डाइट में चीनी, गुड़, मिठाई, चॉकलेट आदि का सेवन अवॉइड करना चाहिए। वैसे तो गुड़ चीनी का हेल्दी विकल्प माना जाता है पर इसका ज्यादा सेवन भी आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा देता है इसलिए मीठी चीजों को अपनी डाइट से पूरी तरह से हटा दें। आपको चाय या कॉफी भी अवॉइड करनी है, अगर आप इनका सेवन करें भी तो उसमें चीनी एड न करें।
इन आसान टिप्स को अपनाने से आप पीसीओडी और पीसीओएस जैसी समस्याओं को आराम से कंट्रोल कर पाएंगी। बेहतर जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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