एसी का टेंपरेचर काफी कम था। पूरा ऑफिस शिमला बना हुआ था। खुशबू के सहकर्मी ठंड में ठिठुर रहे थी। लेकिन खुशबू के हाथ पसीना-पसीना हो रहे थे। एक समय तो ऐसा आया कि उसे काफी घुटन सी महसूस होने लगी और काफी गर्मी होने लगी। खुशबू की तरह ये स्थिति आपमें से भी काफी लोगों के साथ होती होगी की आप एसी लो टेंपरेचर में करके बैठे हैं और आपके साथ वाले ठंड में ठिठुर रहे हैं लेकिन आपके हाथ में खूब पसीना होता होगा।
ऐसा क्यों???
क्योंकि आप बहुत हॉट है....
मजाक-मजाक में कई लोग ऐसा बोलते हैं जो आपको सबके सामने कूल भी बनाता है। लेकिन ये कूल बातों को बातों तक ही रहने दें और इन्हें बोलने की तरह नजरअंदाज ना करें। क्योंकि हाथों से पसीना आना कुछ गंभीर बीमारियों के लक्षणों की तरफ इशारा करती हैं जिन्हें आप ऐसे ही मजाक मजाक में नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें- जानें क्या होता है जब सिर के इस बिंदु पर रखते हैं आइस क्यूब
इन बातों पर गौर करें
अगर आपके हाथों से भी पसीना आता है तो ऐसी स्थिति में इन कुछ बातों को जान लेना जरूरी है-
शुगर की कमी
हाथों में पसीना आना लो शुगर के भी संकेत होते हैं। अगर कड़ाके की ठंड में भी आपके हाथों से पसीना आता है तो समझ जाइए कि आपके खून में शुगर की कमी है। खाली पेट में किसी सामान्य इंसान का नार्मल शुगर लेवल 1 डेसीलीटर खून में लगभग 70 से 100 मिलीग्राम होना चाहिए। अगर आपके हाथों में पसीना आ रहा है तो कुछ मीठा खा लें या चॉकलेट्स खाएं। शुगर लेवल सामान्य होने पर हाथों से पसीना आना बंद हो जाएगा।
थाइराइड भी है वजह
कई बार थाइराइड की वजह से भी हाथों में पसीना आता है। हमारे शरीर में जो थाइरॉयड ग्लैंड है उससे एक हार्मोन स्रावित होता है वो ये सुनिश्चित करता है कि हमारे शरीर में जो एनर्जी स्टोर है उसका इस्तेमाल किस तरह से किया जाए। तो अगर आपको एसी में भी, सर्दियों में भी या कड़ाके की ठंड में भी पसीना आने की समस्या है तो समझ जाए कि आपका थायरॉयड ओवरएक्टिव है या फिर ये हाइपरथाइरॉडिज्म की समस्या का भी संकेत हो सकते हैं।
तनाव भी होती है वजह
कई बार काम के तनाव की वजह से भी हाथों में पसीना आ जाता है। जब तनाव बहुत ज्यादा होता है तो सर्दी हो या गर्मी पसीना आना सामान्य बात है। ऐसा कई बार डर की स्थिति पैदा होने के दौरान भी होता है।
मेनोपॉज का भी संकेत
अगर कोई महिला ठंड में पसीना-पसीना हो रही है तो ये मेनोपॉज का संकेत हो सकते हैं। ऐसा 85 प्रतिशत केस में होता है। जब महिलाओं के मेनोपॉज के दिन निकट होते हैं तो महिलाओं में हार्मोन का स्राव अधिक होने लगता है और महिलाओं की बॉडी गर्म हो जाती है। जिसके कारण महिलाओं को अधिक पसीना आता है।
Image source- bustle
Read more articles on Mind-body in Hindi.
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version