
गर्मी के मौसम में पसीना आना लाजमी है। ज्यादा पसीना निकलने से बदबू और त्वचा के इंफेक्शन का खतरा होता है मगर पसीना निकलना जरूरी है क्योंकि इसके माध्यम से शरीर के तमाम अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। ज्यादा पसीना निकलने से कई बार आपके त्वचा और बालों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। अगर आपके बाल कमजोर हैं और झड़ते हैं, तो पसीने की वजह से इनके झड़ने की प्रक्रिया तेज हो सकती है। अगर गर्मियों में आपके बाल भी बहुत ज्यादा झड़ रहे हैं तो सावधान हो जाएं।
इस पेज पर:-

बालों पर पसीने का प्रभाव
पसीने में लैक्टिक एसिड बहुत ज्यादा होता है। ये वही एसिड है जो दही में पाया जाता है। थोड़े मात्रा में लैक्टिक एसिड बालों के लिए बहुत उपयोगी है इसीलिए बालों की कुछ समस्याओं में दही लगाने से राहत मिलती है। लेकिन ज्यादा लैक्टिक एसिड होने से स्कैल्प के रोमछिद्र सिकुड़ जाते हैं और छोटे हो जाते हैं। इसकी वजह से रोमछिद्रों की बालों पर पकड़ कमजोर हो जाती है और बाल टूटने लगते हैं। ज्यादा पसीने से बालों में खुजली और स्कैल्प में सूजन की समस्या भी हो सकती है। इसके अलावा पसीने का लैक्टिक एसिड बालों के निर्माण के लिए जिम्मेदार केरोटिन तत्व को नष्ट करने लगता है जिससे बाल कमजोर होने लगते हैं और नए बालों का विकास नहीं हो पाता है। इससे बचने के लिए आप कुछ उपायों को अपना सकते हैं।
इसे भी पढ़ें:- कहीं बालों के गिरने और गंजेपन का कारण आपकी जीवनशैली तो नहीं है?
बालों को ठीक से धुलें
पसीने से बालों को होने वाले नुकसान से बचना है तो बालों को ठीक से धुलना चाहिए। अगर आप धूप, धूल और प्रदूषण में ज्यादा रहते हैं तो कोशिश करें कि हफ्ते में दो-तीन बार माइल्ड शैंपू से बाल धुलें। ज्यादा समय तक बालों को गंदा ना रहने दें। जब मौसम अधिक गर्म हो या आद्रता अधिक हो तो बालों को कपड़े से बांधने के बजाय छाते का प्रयोग करें। इससे बालों को सांस लेने के लिए हवा मिलेगी और पसीना भी कम आएगा।
तेल की मालिश
बालों को मजबूत बनाने और टूटने से बचाने के लिए आपको सप्ताह में कम से कम दो बार बालों की जड़ों में आंवला, बादाम, ऑलिव ऑयल, नारियल का तेल या सरसो के तेल से हल्के-हल्के मालिश करनी चाहिए। इससे बालों का झड़ना, बाल पतले होना, डैंड्रफ, दोमुंहे बाल व उम्र से पहले बालों का सफेद होने जैसी प्रॉब्लम्स से निपटा जा सकता है।
इसे भी पढ़ें:- जानिए किन कारणों से झड़ते हैं आपके बाल
उड़द की दाल का पेस्ट
उड़द की बिना छिलके वाली दाल को उबाल कर पीस लीजिए। रात को सोने से पहले इस लेप को बालों की जड़ों में लगाइए। ये सिर को ठंडक देगा और पसीना निकलने की प्रक्रिया को धीमा करेगा। कपड़े गंदे न हो इसके लिए सिर पर तौलिया बांध लें। ऐसा लगातर कुछ दिनों तक करने से बाल दोबारा उगने लगते हैं और गंजापन कम हो जाता है।
बार-बार कंघी न करें
कुछ लोग बालों में बार-बार कंधी करते हैं,ये सोचकर कि इससे बाल लंबे होंगे या फिर बाल सुलझें रहेंगे लेकिन आपको बता दें इससे भी कई बार बाल झड़ते है। आपको बालों को दिन में कम से कम 2-3 बार कंधी करें, इससे आपके बाल कम से कम उलझेंगे और बाल कम टूटेंगे। यानी बाल सुलझे भी रहेंगे और बालों के टूटने का डर भी खत्म।
ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप
Read More Articles On Hair Loss In Hindi
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version