बहुत ज्यादा सोने या नींद लेने पर आपकी बॉडी में दिखते हैं यह खास बदलाव, जानें क्या हो सकते हैं खतरे

अगर आपको भी बहुत ज्यादा नींद या सोने की है आदत तो जरूर जान लें आपके शरीर में कौन से दिखते हैं खास बदलाव।

Vishal Singh
Written by: Vishal SinghUpdated at: Jan 28, 2021 11:45 IST
बहुत ज्यादा सोने या नींद लेने पर आपकी बॉडी में दिखते हैं यह खास बदलाव, जानें क्या हो सकते हैं खतरे

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खुद को ऊर्जावान रखना और खुद को हमेशा बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी है कि आप पर्याप्त नींद लें, जिसकी मदद से आप खुद को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं बहुत ज्यादा नींद लेना या बहुत ज्यादा सोना आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं और आपकी बॉडी पर कई तरह के बदलाव दिखा सकता है। जी हां, आप में से ज्यादातर लोगों को शायद ये जानकर हैरानी होगी कि बहुत ज्यादा नींद से कैसे आपकी बॉडी में कुछ बदलाव दिखाई दे सकते हैं और किन समस्याओं का आप शिकार हो सकते है। लेकिन ये सच है कि आप जब बहुत देर तक खुद को नींद से बांधे रखते हैं तो इससे आपको कई समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है, जिससे बचाव करना और जिसके बारे में जानकारी लेना आपके लिए बहुत जरूरी है। आपको इस मामले पर बहुत ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है क्योंकि हम आपको इस लेख में एक्सपर्ट की मदद से बताएंगे कि कैसे आपको ज्यादा नींद परेशान कर सकते हैं या इसके क्या बदलाव आपके शरीर में दिखाई दे सकते हैं। हमने इस विषय पर बात की डॉ. राखी आयुर्विज्ञान, सफ़दरजंग एंक्लेव , नई दिल्ली की डॉक्टर राखी मेहरा से।

एक्सपर्ट राखी मेहराा का कहना है कि किसी को भी शारीरिक रूप और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए नींद एक जरूरी प्रक्रिया है जिसकी मदद से वो अगले दिन के लिए खुद को तनावमुक्त, ऊर्जावान और कई समस्याओं से दूर रख सकते हैं। नींद से पूर्ण शरीर की एक प्रकार से मरम्मत होती है और आपको राहत देने का काम करती है। लेकिन एक ओर ये भी सच है कि बहुत ज्यादा नींद लेना आपको कई मायनों में नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि कई अध्ययन में भी ये बात साबित हुई है कि जो लोग ओवरस्लीपिंग की आदत के साथ जुड़े होते हैं उन लोगों को कई जोखिमों का शिकार होना पड़ सकता है और ऐसी आदत आपकी कई स्थितियों को प्रभावित कर सकती है। वहीं, डॉक्टर राखी मेहरा का कहना है कि ये स्थिति कई गंभीर समस्याओं का एक लक्षण भी हो सकता है। 

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बहुत ज्यादा सोना या नींद लेना कितना सही? (How Right Is It To Sleep Too Much Or Sleep In Hindi)

डॉक्टर राखी मेहरा बताती है कि रोजाना थकावट को कम करने और खुद को स्वस्थ करने के लिए एक पर्याप्त नींद जरूरी है, लेकिन अगर आप बहुत ज्यादा सोते हैं तो ये आपके लिए की गंभीर समस्याओं को बढ़ावा दे सकता है। आपको हमेशा से बहुत ज्यादा नींद लेने से बचना चाहिए। एक्सपर्ट के मुताबिक, नेशनल स्लीप फाउंडेशन के विशेषज्ञों के कुछ शोध में नींद के समय को थोड़ा बढ़ा दिया है और लोगों को 7 से 9 घंटे सोने की सलाह दी है जो आपको स्वस्थ रखने में एक बेहतर हो सकती है। वहीं, कुछ लोगों के लिए 7 घंटे भी काफी बेहतर हो सकते हैं जो उन्हें स्वस्थ और पूर्ण रूप से ऊर्जावान रख सकते हैं। लेकिन शोधकर्ताओं के लिए व्यस्यकों के लिए 9 घंटे की नींद ज्यादा मानी गई है जो उन्हें परेशान कर सकती है। 

एक्सपर्ट राखी मेहरा का कहना है कि कई शोधकर्ताओं ने ये बात साबित की है कि जिन लोगों को ज्यादा सोने या 9 घंटे से ज्यादा नींद लेने की जरूरत होती है उन लोगों में नींद की गुणवत्ता खराब हो सकती है तभी वो 7 घंटे के करीब में अपनी नींद को पूरा नहीं कर पाते। यानी इसका मतलब ये है कि जिन लोगों की नींद 9 घंटे या 9 घंटे के आसपास हो रही है उन लोगों को किसी गंभीर समस्या के कारण इस स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। 

ज्यादा सोने के कारण शरीर में दिखने वाले बदलाव

ऊर्जा में गिरावट

आप पर्याप्त नींद के जरिए खुद को ऊर्जावान तभी रख सकते हैं जब आप पर्याप्त नींद लेते हैं, लेकिन जब आप बहुत ज्यादा सोते हैं तो इससे आपकी ऊर्जा में गिरावट देखने को मिलती है। जी हां, एक्सपर्ट राखी मेहरा का कहना है कि जब कोई भी व्यक्ति बहुत ज्यादा सोता है तो उसमें लंबे समय तक आलस भी देखने को मिलता है। जिसके कारण वो कई घंटों तक सोने के बाद खुद को ज्यादा थका हुआ और सुस्त महसूस कर सकता है। इसके बाद ऐसे लोग बहुत ज्यादा एक्टिव नहीं दिखते हैं और न ही ये मानसिक रूप से सक्रिय रह पाते हैं। 

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मानसिक रूप से सक्रिय न रहना

मानसिक रूप से आप तभी सक्रिय रह सकते हैं जब आप रोजाना एक पर्याप्त नींद लें यानी जब आप रोजाना 6 से 7 घंटे की नींद लें और अगली सुबह समय से उठ जाएं। ऐसे में आप खुद को ऊर्जावान महसूस करने के साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ महसूस कर सकते हैं। लेकिन जब आप बहुत ज्यादा नींद में रहते हैं तो इस दौरान आपको मानसिक समस्याएं हो सकती है और आप मानसिक रूप से बहुत ज्यादा एक्टिव नहीं हो सकते। 

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शरीर में दर्द

अक्सर ज्यादातर लोगों को देखा जाता है कि वो कई बार एक ही अवस्था में अपनी नींद लेते हैं और जब कोई बहुत ज्यादा बिस्तर पर लेटे रहता है तो उस दौरान उसकी कमर और शरीर के कई हिस्सों में दर्द हो सकता है। जी हां, एक्सपर्ट राखी मेहरा बताती हैं कि एक ही अवस्था में बहुत ज्यादा देर तक लेटे रहने के कारण कई लोग अगली सुबह दर्द और मांसपेशियों में थकावट को महसूस करते हैं। अगर आपकी रोजाना की आदत देर तक या लंबे समय तक सोने की है तो आपको लंबे समय तक कमर में दर्द रह सकता है जिसके कारण आपको अंदरूनी समस्याएं भी हो सकती है। 

मोटापे का खतरा

मोटापा आजकल एक बहुत बड़ी समस्या है जिसके कारण अक्सर लोग काफी परेशानी रहते हैं और मोटापे से छुटकारा पाने के लिए अलग-अलग तरीकों को अपनाने की कोशिश करते हैं। ऐसे ही जब लोग बहुत ज्यादा बिस्तर पर नींद या सोते रहते हैं तो इससे उनकी फिजिकल एक्टिविटी कम होने लगती है। जिसके कारण आप मोटापे का शिकार होने लगते हैं। मोटापा ऐसे लोगों में तेजी से बढ़ने लगता है जो ज्यादातर समय बिस्तर पर गुजारते हैं या फिर बहुत देर तक सोते रहते हैं। मोटापे के कारण आपको कई प्रकार की गंभीर समस्याएं भी हो सकती है जैसे: हृदय रोग, मस्तिष्क से संबंधित समस्याएं और डायबिटीज। 

फिजिकल एक्टिविटी कम होना

शारीरिक रूप से एक्टिव रहने के कारण आप खुद को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकते हैं, लेकिन जब आप बहुत देर तक सोते रहते हैं तो इससे आपकी फिजिकल एक्टिविटी कम होने लगती है। जिसके कारण आप खुद को तनावमुक्त करने या स्वस्थ रखने में कामयाब नहीं हो सकते हैं। जबकि जो लोग एक पर्याप्त नींद लेते हैं उन लोगों की फिजिकल एक्टिविटी ज्यादा देखने को मिलती है। 

कितनी नींद है सही

एक्सपर्ट बताते हैं कि किसी भी व्यक्ति को स्वस्थ रहने और बीमारी से दूर रहने के लिए जरूरी है कि आप रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद ले जो आपके लिए पूर्ण रूप से जरूरी है। लेकिन एक्सपर्ट का कहना है कि नींद हर किसी व्यक्ति के लिए अलग हो सकती है क्योंकि हर किसी का रोजाना का काम अलग हो सकता है। कुछ लोगों के लिए एक्सपर्ट की सलाह है कि जो लोग बहुत कम नींद के साथ रहते हैं उन लोगों को अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करने की जरूरत होती है। वहीं जो लोग इन्सोमेनिया का शिकार होते हैं उन लोगों को अपने डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत होती है। ऐसे ही अलग-अलग लोगों और बच्चों के लिए नेशनल स्लीप फाउंडेशन की ओर से निर्धारित की गई गाइडलाइंस को सामने रखा है। 

क्या है नींद के लिए सही गाइडलाइंस

नए जन्में बच्चे

नए जन्में बच्चे को रोजाना कम से कम 14 से 17 घंटे तक नींद लेना जरूरी है, इससे आप अपने बच्चे को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकते हैं। 

स्कूल से पहले वाले बच्चों को 

ऐसे बच्चे जो अभी स्कूल नहीं जाते हों उन बच्चों को रोजाना कम से कम 10 से 13 घंटे तक की नींद लेना जरूरी है, इससे वो पूरी तरह से खुद को एक्टिव और मानसिक रूप से स्वस्थ महसूस कर सकते हैं। 

स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए

स्कूल जाने वाले बच्चों को अक्सर थकावट और मानसिक रूप से दबाव होता है जिसके कारण वो काफी परेशान रहते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने बच्चे को रोजाना करीब 9 से 11 घंटे तक की नींद जरूर लेने की सलाह दें। 

किशोर अवस्था के लिए

किशोर अवस्था में आपको रोजाना करीब 8 से 10 घंटे तक की नींद लेना जरूरी है जो आपको अगले दिन के लिए पूरे तरीके से ऊर्जावान रख सकते हैं। 

वयस्कों के लिए 

वयस्कों के लिए नेशनल स्लीप फाउंडेश की सलाह है कि 7 से 9 घंटे की नींद लेना जरूरी है क्योंकि वो काफी मेहनत करते हैं और चिंता की अवस्था में रहते हैं। 

वरिष्ठ लोगों के लिए

वरिष्ठ लोगों को भी पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी होता है जो लंबे समय तक आपको गंभीर बीमारियों से दूर रखने में मदद कर सकता है। 

(इस लेख में दी गई जानकारी डॉ. अनार सिंह आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष , शल्य तंत्र की डॉक्टर राखी मेहरा से बातचीत पर आधारित है)।

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