Essential Vitamins To Improve Child's Eye Health: आजकल कम समय में ही आंखों की रौशनी कमजोर हो जाती है। कारण है गलत खान-पान और अस्वस्थ जीवनशैली। इस वजह से छोटे बच्चों की आंखों पर उम्र से पहले ही चश्मा लग जाता है। बच्चों की आंखों में सूजन, दर्द, जलन और खुजली जैसे लक्षण नजर आएं, तो उसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। यह आंखों से संबंधित कोई गंभीर रोग हो सकता है। बच्चे के आहार में विटामिन, एंटीऑक्सिडेंट और खनिज को शामिल करने से आपकी दृष्टि और आंखों के स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। तो चलिए जानते हैं बच्चे की आंखों को स्वस्थ रखने के लिए कौनसे विटामिन्स उसकी डाइट में शामिल करने चाहिए। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Holi Family Hospital, Delhi की डाइटीशियन सना गिल (Sanah Gill) से बात की।
1. विटामिन-ए- Vitamin A
आंखों की देखभाल के लिए विटामिन-ए एक जरूरी विटामिन माना जाता है। इससे आंखों से जुड़ी बीमारी से बच्चे की आंख को बचाया जा सकता है। बच्चे की डाइट में गाजर और शकरकंद जैसी सब्जियों को डाइट में शामिल करें। इसमें बीटा-कैरोटीन की मात्रा ज्यादा होती है, इससे आंखों को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है।
2. विटामिन-बी- Vitamin B
विटामिन-बी एक वॉटर सॉल्युबल विटामिन है। कुछ स्टडी में यह बताया गया है कि विटामिन-बी3 को कम लेने से ग्लूकोमा की संभावना बढ़ जाती है। इसी तरह विटामिन-बी1 लेने से ड्राई आई की समस्या दूर होती है। हरी सब्जियां, अंडे, दही, दूध, बीन्स और दालों में विटामिन-बी पाया जाता है।
3. विटामिन-सी- Vitamin C
यह एक पॉवरफुल एंटीऑक्सीडेंट है। यह हमारी आंखों को फ्री रेडिकल्स से बचाता है। यह आंखों के लिए जरूरी कोलेजन का उत्पादन करता है। विटामिन-सी की पूर्ति के लिए बच्चे की डाइट में संतरे, अमरूद और नींबू जैसे खट्टे फलों को शामिल कर सकते हैं।
4. विटामिन-ई- Vitamin E
विटामिन-ई एक एंटीऑक्सीडेंट है। इससे मैक्यूलर डीजनरेशन और मोतियाबिंद के रिस्क को कम किया जा सकता है। मायोपिया को नियंत्रित करने का यह एक अच्छा उपाय है। विटामिन-ई के स्रोत में- गेहूं के बीज का तेज, सरसों के बीज, बादाम, मूंगफली, कद्दू और लाल शिमला मिर्च आदि शामिल है।
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5. ओमेगा 3 फैटी एसिड और जिंक- Omega 3 Fatty Acid and Zinc
बच्चों के विजन के लिए ओमेगा 3 फैटी एसिड जरूरी है। यह पोषक तत्व मां के दूध और फॉर्मूला मिल्क में पाया जाता है। मेवे, चिया सीड्स, सनफ्लावर सीड्स में भी ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है। इसी तरह जिंक का सेवन करने से आंखों की रौशनी तेज होती है। शरीर में जिंक की कमी के कारण नाइट ब्लाइंडनेस की समस्या होती है। इसकी कमी पूरी करने के लिए बच्चों को जिंक से भरपूर डाइट खिलाएं।
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