पेट दर्द के कारण अस्पताल पहुंची महिला, पता चला गर्भ से बाहर पेट में 3 महीने से पल रहा था बच्चा

फ्रांस की 37 वर्षीय एक महिला को पेट दर्द का एहसास हुआ, जिसके बाद जांच में पता चला कि उसके गर्भ में 3 महीने का बच्चा पल रहा था।
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पेट दर्द के कारण अस्पताल पहुंची महिला, पता चला गर्भ से बाहर पेट में 3 महीने से पल रहा था बच्चा


पेट दर्द को आमतौर पर लोग एक आम समस्या समझकर इसे नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन कई बार यह किसी स्वास्थ्य समस्या की ओर इशारा भी हो सकता है। ऐसा ही एक मामला फ्रांस से सामने आया है, जहां 37 वर्षीय एक महिला को पेट दर्द का एहसास हुआ, जिसके बाद वह अस्पताल पहुंची। जांच के बाद पता चला कि महिला के बॉवेल में 23 हफ्तों का बच्चा पल रहा है। आइये विस्तार से जानते हैं इसके बारे में।  

पेट दर्द और पेट फूलने का हुआ था एहसास 

न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक स्टडी की मानें तो फ्रांस की 37 वर्षीय महिला को 10 दिनों तक पेट फूलने और पेट में दर्द होने का एहसास हुआ। जिसके बाद अस्पताल में उसका स्कैन किया गया तो सामने आया कि पेट और आंत के भीतर यानि बॉवेल में 23 हफ्तों का भ्रूण बढ़ रहा था। हालांकि, चिकित्सकों द्वारा सफल तरीके से बच्चे का जन्म कराया गया है। चिकित्सकों का कहना है कि महिला को एक्टोपिक प्रेग्नेंसी का अनुभव हो रहा था। 

क्या है एक्टोपिक प्रेग्नेंसी? 

एक्टोपिक प्रेग्नेंसी एक ऐसी स्थिति है, जिसमें फर्टिलाइज एग गर्भाशय में विकसित नहीं होकर बाहर विकसित हो जाता है। इस स्थिति में फर्टिलाइज्ड एग  फैलोप‍ियन ट्यूब, एब्‍डोम‍िनल कैव‍िटी या गर्भाशय ग्रीवा में जाकर भी जुड़ सकता है। ऐसी स्थिति महिलाओं की जान के लिए भी कई बार खतरे का सबब बन सकती है। अल्ट्रासाउंड की प्रक्रिया के जरिए इस स्थिति का पता आसानी से लगाया जा सकता है। हालांकि, सही इलाज करके महिलाओं में इस प्रेग्नेंसी के कारण आने वाले खून को रोका जा सकता है। 

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एक्टोपिक प्रेग्नेंसी क्यों होती है रिस्की? 

यह प्रेग्नेंसी महिलाओं के लिए कई तरीकों से रिस्की साबित हो सकती है। दरअसल, इस स्थिति में जैसे-जैसे गर्भ में पल रहा बच्चा बड़ा होता जाता है वैसे ही यह ट्यूब टूटने या फटने का खतरा भी बढ़ने लगता है। इस ट्यूब के टूटने या फटने से कई बार महिलाओं को भारी ब्लड लॉस का सामना करना पड़ सकता है, जिससे शरीर में खून की कमी हो सकती है। 

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