
एक नए शोध से पता चला है कि जो महिलाएं अपनी किशोरावस्था में अधिक मात्रा में सेब, केला और हरी सब्जियों का सेवन करती हैं, उनमें वयस्क होने पर अन्य महिलाओं की तुलना में ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम काफी कम होता है।
बदलती जीवनशैली के चलते आज ब्रेस्ट कैंसर जैसी घातक बीमारियां आम हो चुकी हैं। आज भारतीय महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता जा रहा है। इसके खतरे को कम करने के लिए सबसे जरूरी है कि महिलाएं खुद इसके प्रति सचेत रहें। एक नए शोध से पता चला है कि जो महिलाएं अपनी किशोरावस्था में अधिक मात्रा में सेब, केला और हरी सब्जियों का सेवन करती हैं, उनमें वयस्क होने पर अन्य महिलाओं की तुलना में ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम काफी कम होता है।
शोध के अनुसार, फल और सब्जियां फाइबर, विटामिन के महत्वपूर्ण स्रोत होते हैं। यह कई जैविक तंत्रों के माध्यम से ब्रेस्ट कैंसर के रोगजनन को प्रभावित करते हैं। शोध से पता चला है कि किशोरावस्था के दौरान फलों का उपभोग वयस्क होने पर स्तन कैंसर के लगभग 25 प्रतिशत जोखिम कम कर देता है।
अध्ययन का नतीजा
इस शोध के लिए अध्ययनकर्ताओं ने 90,000 नर्सो पर बीस सालों तक अध्ययन किया था। इस दौरान हालांकि किशोरावस्था में फलों के जूस का स्तन कैंसर के जोखिम से कोई संबंध नहीं पाया गया। शोध दल ने इस दौरान सभी प्रतिभागियों के ट्यूमर हार्मोन रिसेप्टर, निदान के दौरान रजोवृत्ति की स्थिति और विशिष्ट फल और सब्जियों से जोखिम के संबंधों का भी आकलन किया था।
Image Source : Getty
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