Does Stress During Pregnancy Affect Baby Movement: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को हमेशा खुश और स्वस्थ रहना चाहिए। प्रेग्नेंसी के दौरान अगर आप खुश रहती हैं तो इसका सकारात्मक असर आपके भ्रूण पर भी पड़ता है। वहीं, प्रेग्नेंसी के दौरान अगर आप स्ट्रेस लेती हैं तो इससे न केवल आपकी सेहत पर बल्कि, भ्रूण के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है। कुछ लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि स्ट्रेस लेने से भ्रूण की मूवमेंट पर भी प्रभाव पड़ता है। स्ट्रेस लेना वैसे तो हमेशा सेहत के लिए हानिकारक होता है, लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान यह भ्रूण के दिमाग के विकास में भी कई बार बाधा बन सकता है।
अगर आप प्रेग्नेंसी के दौरान चिड़चिड़ा या स्ट्रेस महसूस कर रही हैं तो इस स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करना बेहद जरूरी होता है। गर्भावस्था के दौरान आपको जितना हो सके उतना खुश रहना चाहिए। इससे प्रेग्नेंसी अच्छी और हेल्दी होती है। इस बारे में ज्यादा जानकारी लेने के लिए हमने Mumma's Blessing IVF और वृंदावन स्थित Birthing Paradise की Medical Director and IVF Specialist डॉ. शोभा गुप्ता से बात की। (Kya Pregnancy me Stress Lene se Bacche Par Asar Padta Hai) -
क्या स्ट्रेस लेने से भ्रूण की मूवमेंट पर प्रभाव पड़ता है?
जी हां, अगर आप प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादा स्ट्रेस लेती हैं तो इससे भ्रूण के स्वास्थ्य पर भी कुछ असर पड़ सकता है। इसलिए कोशिश करें कि जितना हो सके आपको प्रेग्नेंसी के दौरान स्ट्रेस लेने से बचना चाहिए। इससे कई बार भ्रूण की गतिविधियों में कुछ बदलाव देखा जा सकता है। अगर आप जरूरत से ज्यादा स्ट्रेस लेती हैं तो कुछ मामलों में प्रसव के दौरान आपको कुछ जटिलताओं का भी सामना करना पड़ सकता है। ज्यादा स्ट्रेस लेने से कई बार भ्रूण की मूवमेंट कम भी हो सकती है। हो सकता है कुछ मामलों में भ्रूण की गतिविधियां बढ़ भी सकती हैं। ऐसे में आपको भ्रूण की हार्टबीट में भी कुछ बदलाव देखने को मिल सकता है।
प्रेग्नेंसी में ज्यादा स्ट्रेस लेने से भ्रूण पर क्या असर पड़ता है?
- अगर आप प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादा स्ट्रेस लेती हैं तो इसका असर आपके भ्रूण पर भी पड़ सकता है।
- प्रेग्नेंसी में ज्यादा स्ट्रेस लेने से कई बार भ्रूण के दिमाग के विकास की गति भी धीमी पड़ सकती है।
- ऐसे में कई बार भ्रूण का वजन जन्म के समय कम रह सकता है।
- कुछ मामलों में प्रेग्नेंसी में ज्यादा तनाव लेने से भ्रूण के अंगों के विकास में भी बाधा आ सकती है।
- इससे आगे चलकर भ्रूण का इम्यून सिस्टम कुछ मामलों में कमजोर पड़ सकता है।
- ऐसे में कुछ मामलों में आपको या आपके भ्रूण को इंफेक्शन होने का भी खतरा रहता है।
- कुछ मामलों में प्रेग्नेंसी में ज्यादा स्ट्रेस लेने से भ्रूण को एलर्जी और कॉग्निटिव हेल्थ से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं।
प्रेग्नेंसी में क्या करना चाहिए?
- प्रेग्नेंसी में आपको हमेशा हेल्दी आदतें अपनानी चाहिए।
- ऐसे में आपको एक हेल्दी डाइट जैसे फल, सब्जियां और प्रोटीन आदि लेनी चाहिए।
- ऐसे में आपको खुद को हाइड्रेट रखना चाहिए। ऐसे में शरीर में पानी की कमी न होने दें।
- प्रेग्नेंसी में आपको रेगुलर चेकअप करना चाहिए ताकि भ्रूण के विकास का पता आसानी से लगाया जा सके।
- ऐसे में आपको विटामिन और अन्य सप्लीमेंट्स को डॉक्टर की सलाह से लेना चाहिए।
- ऐसे में खुद को शारीरिक रूप से एक्टिव रखें और योग, मेडिटेशन का भी अभ्यास करें।
- प्रेग्नेंसी के दौरान आपको जंक और प्रोसेस्ड फूड्स खाने से परहेज करना चाहिए।
FAQ
भ्रूण की हलचल के बारे में चिंता कब करें?
आमतौर पर गर्भावस्था के 16 से 24 सप्ताह के बीच आपको भ्रूण की हलचल महसूस होने लगती है। अगर इस दौरान भ्रूण की हलचल महसूस नहीं हो रही है तो ऐसे में डॉक्टर से संपर्क करें।प्रेगनेंसी में ज्यादा सोचने से क्या होता है?
प्रेगनेंसी में ज्यादा सोचने से आपको कुछ स्वास्थ्य समस्याओं जैसे हाई ब्लड प्रेशर और उलझन महसूस हो सकती है। कई बार इस दौरान आपको प्रीमेच्योर डिलीवरी का भी जोखिम रहता है।प्रेगनेंसी में ज्यादा झुकने से क्या होता है?
गर्भावस्था में ज्यादा झुकने से कई बार कमर दर्द के साथ-साथ पेट पर दबाव भी पड़ सकता है। इसके साथ ही कुछ मामलों में आपकी रीढ़ की हड्डी पर भी असर पड़ सकता है।