Steam benefits for lungs: प्रदूषण की वजह से आजकल लोगों को फेफड़ों से जुड़ी समस्याओं का ज्यादा सामना ज्यादा करना पड़ता है। इसकी वजह से फेफड़ों में कंजेशन, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और फिर तरह-तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ जाता है। इस स्थिति में अक्सर डॉक्टर भाप लेने की बात करते हैं। लेकिन, क्या भाप लेने से फेफड़ों को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है। क्या फेफड़े साफ हो जाते हैं और इनका काम काज बेहतर रहता है। इसी बारे में जानने के लिए और इस चीज को विस्तार से समझने के लिए हमने Dr. Saurish Hegde, Assistant professor (Community Medicine), KVG Medical College and hospital, Karnataka से बात की जिन्होंने बताया कि भाप फेफड़ों को डिटॉक्स करने में कैसे मददगार है।
क्या भाप फेफड़ों को डिटॉक्स करती है-Does steam detox the lungs in hindi
Dr. Saurish Hegde बताते हैं कि भाप लेना एक पुरानी तकनीक है जिसे हम में से ज्यादातर लोग तब करते हैं जब हमें बहुत ज्यादा सर्दी या फ्लू होता है। हम ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि यह मुंह से लेकर फेफड़ों तक ऊपरी श्वसन पथ को साफ करने का एक प्राकृतिक उपाय है। जब नाक से सांस ली जाती है तो गर्म भाप ग्रसनी (pharynx) से होकर गुजरती है और श्लेष्मा परत को साफ करती है। इसलिए अगर ग्रसनी के साथ कोई बलगम जमा हुआ है, तो वह पतला हो जाएगा और आसानी से शरीर से बाहर निकल जाएगा। यह ऊपरी श्वसन पथ को फैलाने में भी मदद करता है, क्योंकि गर्म हवा रक्त वाहिकाओं को फैलाती है और वायु नली और ब्रांकाई के सतही क्षेत्र को बढ़ाती है। इसके परिणामस्वरूप हवा को अंदर लेने की क्षमता बढ़ जाती है और बदले में ज्यादा ऑक्सीजन अवशोषित हो सकती है।
टॉप स्टोरीज़
भाप लेना श्वसन तंत्र के लिए कै काम करता है-How it helpful for respiratory system
फेफड़ों की बीमारी में मददगार
भाप लेने से सबसे पहले तो श्वसन तंत्र साफ होता है और फेफड़े का काम काज बेहतर होता है। भाप लेने से फेफड़ों से बलगम को ढीला करने और साफ करने में मदद मिलती है, जिससे सांस लेना आसान हो जाता है। जिन लोगों को ब्रोंकाइटिस या फिर निमोनिया की समस्या होती है उनके लिए भाप लेना मददगार हो सकता है। भाप लेने से कंजेशन कम होता है और इन बीमारियों में राहत महसूस होती है। भाप फेफड़ों और वायुमार्ग में कंजेशन को कम करने में मदद करती है, जिससे सर्दी, खांसी और श्वसन संक्रमण के लक्षणों से राहत मिलती है। इसलिए भाप लेने से अस्थमा या फिर क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) में भी राहत महसूस हो सकती है।
इसे भी पढ़ें: डायबिटीज और अस्थमा साथ में हो जाएं, तो क्या करें
वायुमार्ग को साफ करने वाला
भाप वायुमार्ग से धूल, पराग और अन्य प्रदूषकों को साफ करने में मदद करती है, जिससे फेफड़े स्वस्थ रहते हैं। भाप की गर्माहट चिड़चिड़े फेफड़ों के ऊतकों और वायुमार्ग को शांत कर सकती है, जिससे सूजन और बेचैनी कम होती है और व्यक्ति बेहतर महसूस करता है। वायुमार्ग को खोलकर, भाप लेने से ऑक्सीजन का सेवन बेहतर हो सकता है, जिससे समग्र स्वास्थ्य को लाभ होता है और ऑक्सीजनेशन में सुधार करता है। भाप लेने से साइनस स्वास्थ्य को भी लाभ हो सकता है, जिससे साइनस दबाव और कंजेशन कम होता है। भाप के सूजनरोधी गुण वायुमार्ग में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं, जिससे सांस लेना आसान हो जाता है।
बलगम पिघलाने में मददगार
भाप बलगम और कफ को बाहर निकालने में मदद कर सकता है, जिससे उन्हें शरीर से बाहर निकालना आसान हो जाता है। इससे फेफड़े साफ रहते हैं और सांस लेने में दिक्कत नहीं होती। साथ ही सर्दी-जुकाम को जल्दी ठीक करने में मदद मिलती है और व्यक्ति बेहतर महसूस करता है।
एलर्जिक राइनाइटिस कम करने में भी मददगार
अगर किसी को एलर्जिक राइनाइटिस है तो भाप लेने से इस एलर्जी को कम करने में मदद मिल सकती है। इससे आपको बेहतर महसूस हो सकता है और फिर एलर्जिक राइनाइटिस के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा यह नाक को आराम दिलाने में भी मददगार है।
इसे भी पढ़ें: सांसों से जुड़ी समस्या का कारण बन सकता है साइलेंट अस्थमा, जानें इसके कारण और लक्षण
भाप को कितनी देर तक अंदर लेना चाहिए-How long you should take steam for lung detox
फेफड़ों को डिटॉक्स करने के लिए आप 10 मिनट तक भाप ले सकते हैं जो कि फेफड़ों को साफ करने और इसे फैलाने में मदद करेगा। इससे फेफड़ो का काम काज बेहतर होता है और फेफड़ों की समस्या में कमी आती है। इसके अलावा आप भाप लेने वाले पानी में लौंग पकाकर इस पानी का भाप ले सकते हैं। आप कपूर का भाप ले सकते हैं, इतना ही नहीं आप पुदीने या फिर अजवाइन के पानी का भी भाप ले सकते हैं।
बस ज्यादा भाप लेने से बचें और नियमित रूप से भी इसे करने बचें। क्योंकि इससे आपके नाक की झिल्लियां छील सकती हैं या उन्हें नुकसान हो सकता है। इतना ही नहीं ज्यादा भाप लेने से फेफड़ों की नाजुक टिशूज को भी नुकसान हो सकता है। इसलिए भाप लें लेकिन, जरूरत पड़ने पर और मात्र 10 मिनट के लिए।
FAQ
क्या रोज भाप लेना सही है?
रोज भाप लेना फेफड़ों की सेहत के लिए बिलकुल सही नहीं है। इससे फेफड़ों और नाक की झिल्लियों को नुकसान हो सकता है और इनके अंदर छाले भी हो सकते हैं।क्या सोने से पहले भाप ली जा सकती है?
सोने से पहले भाप लेना स्किन के लिए और फिर आपके श्वसन तंत्र के लिए फायदेमंद है। जिन लोगों को खर्राटे लेने की आदत है उनके लिए भी सोने से पहले भाप लेना मददगार हो सकता है।अजवाइन की भाप लेने से क्या होता है?
अजवाइन की भाप लेने से सर्दी-जुकाम की समस्या कम होती है। स्किन पोर्स खुल जाते हैं, दिमाग शांत होता है और जिन लोगों को सिर दर्द होता है उनके लिए भी यह फायदेमंद है।