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क्या मोटापा मायोकार्डियल फाइब्रोसिस को बढ़ाता है? जानें डॉक्टर से

मायोकार्डियल फाइब्रोसिस एक ऐसी समस्या है, जिसमें आपके दिल की मांसपेशियों में फाइबर से भरपूर टिशू या 'scar tissue' बनने लगता है। इस समस्या को अक्सर मोटापे से भी जोड़ा जाता है। आइए जानते हैं क्या मोटापा मायोकार्डियल फाइब्रोसिस की समस्या को बढ़ा सकता है? 
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क्या मोटापा मायोकार्डियल फाइब्रोसिस को बढ़ाता है? जानें डॉक्टर से


आज के समय में मोटापा (Obesity) दुनिया की एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या बन चुका है। यह न सिर्फ डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और दिल से जुड़ी बीमारी का कारण बन रहा है, बल्कि अब इसका कनेक्शन दिल की एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या मायोकार्डियल फाइब्रोसिस (Myocardial Fibrosis) से भी जोड़ा जा रहा है। यह एक ऐसी समस्या है, जिसमें दिल की मांसपेशियों में फाइबर से भरपूर टिशू या 'scar tissue' बनने लगता है, जिससे दिल के काम करने की क्षमता प्रभावित होने लगती है। मायोकार्डियल फाइब्रोसिस दिल की उस प्रक्रिया को दिखाता है, जिसमें कार्डियक मांसपेशियां सामान्य रूप से लचीली और एक्टिव रहने के बजाय सख्त और फाइब्रोटिक बन जाती हैं। ऐसे में आइए गुरुग्राम के नारायणा अस्पताल के कंसल्टेंट कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सर्वेश प्रजापति (Dr. Sarvesh Prajapati, Consultant Cardiologist, Narayana Hospital, Gurugram) से जानते हैं कि क्या मोटापा मायोकार्डियल फाइब्रोसिस को बढ़ा सकता है?

क्या मोटापा मायोकार्डियल फाइब्रोसिस को बढ़ा सकता है? - Can Obesity Increase Myocardial Fibrosis in Hindi?

कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सर्वेश प्रजापति का कहना है कि, "हां, मोटापा मायोकार्डियल फाइब्रोसिस की समस्या को बढ़ा सकता है। मोटे लोगों के शरीर में लगातार हल्की सूजन बनी रहती है, जो दिल की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा सकती है। यह सूजन फाइब्रोब्लास्ट सेल्स को एक्टिव करती है, जिससे 'scar tissue' या फाइब्रोटिक टिशू बनते हैं। इसके अलावा, मोटापा हार्मोनल असंतुलन का कारण भी बनता है, जिससे दिल पर गलत असर पड़ सकता है।" मोटापा हाई ब्लड प्रेशर रक्तचाप और खराब कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी बढ़ाता (jyada motapa se kya hota hai) है, जिससे दिल पर दबाव पड़ता है और फाइब्रोसिस की प्रक्रिया तेज हो जाती है।

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मोटापा और दिल की बीमारी में कनेक्शन - Connection Between Obesity And Heart Disease in Hindi

मोटापा और मायोकार्डियल फाइब्रोसिस में गहरा कनेक्शन है। मोटापे से पीड़ित लोगों में मायोकार्डियल फाइब्रोसिस (दिल की मांसपेशियों में स्कार टिश्यू का निर्माण) होने का जोखिम बढ़ जाता है, जिससे हार्ट फेल और अन्य दिल से जुड़ी बीमारियों की समस्या बढ़ जाती है।

1. क्रोनिक सूजन 

मोटापे के कारण शरीर में फेट टिशू (adipose tissue) जमा होने लगते हैं, जो इंफ्लेमेशन से जुड़े साइटोकाइन्स का उत्पादन करते है। यह एक तरह की लो-ग्रेड क्रोनिक इंफ्लेमेशन को बढ़ावा देते हैं, जो लंबे समय तक शरीर के अलग-अलग अंगों को नुकसान पहुंचा सकती है। दिल की मांसपेशियों में यह सूजन फाइब्रोब्लास्ट नाम के सेल्स को एक्टिव करती है, जो कोलाजेन और अन्य फाइब्रोटिक प्रोटीन का उत्पादन करती हैं, जो दिल की मांसेपिशयों को सख्त बनाता है।

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2. हार्मोनल असंतुलन - Hormonal Imbalance

मोटे लोगों के शरीर में हार्मोनल असंतुलन होना एक आम बात है, खासकर एडिपोनेक्टिन (Adiponectin) और लेप्टिन (Leptin) हार्मोन। एडिपोनेक्टिन, एक ऐसा हार्मोन है, जो सूजन को कम करता है और फाइब्रोसिस से बचाव करता है, लेकिन मोटापे के कारण इस हार्मोन में कमी आ जाती है। जबकि मोटापे के कारण आपके शरीर में लेप्टिन हार्मोन बढ़ जाता है, जो दिल की मांसपेशियों में सूजन और फाइब्रोसिस को बढ़ा सकते हैं।

Obesity

3. ब्लड प्रेशर और लिपिड लेवल पर असर

मोटापा अक्सर हाइपरटेंशन, हाइपरलिपिडेमिया और इंसुलिन रेजिस्टेंस जैसी स्थितियों का कारण बनता है। हाई ब्लड प्रेशर दिल की मांसपेशियों पर लगातार दबाव डालता है, जिससे दिल को ज्यादा बल के साथ पंप करना पड़ता है, जिसके कारण दिल मोटा और सख्त बन सकता है, जिसे मेडिकल भाषा में लेफ्ट वेंट्रिकुलर हाइपरट्रॉफी कहा जाता है।

4. दिल के काम करने में बदलाव

मोटे व्यक्तियों की न सिर्फ दिल की मांसपेशियां मोटी हो जाती हैं, बल्कि उनमें ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की कमी भी होने लगती है। इससे हार्ट सेल्स को पर्याप्त मात्रा में एनर्जी नहीं मिलती और वे डैमेज हो जाती हैं।

निष्कर्ष

मोटापा एक बहुत बड़ी स्वास्थ्य समस्या है, जो शरीर के हर हिस्से को प्रभावित करती है। मायोकार्डियल फाइब्रोसिस जैसी गंभीर हार्ट कंडीशन का कनेक्शन मोटापे से काफी गहरा होता है। फाइब्रोसिस एक धीमी लेकिन लगातार बढ़ने वाली प्रक्रिया है, जो समय के साथ दिल के काम करने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है। इसलिए जरूरी है कि हम मोटापे को केवल जीवनशैली से जुड़ी समस्या समझें, बल्कि इसे एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या के रूप में देखना चाहिए, जिसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी है।
Image Credit: Freepik

FAQ

  • पेट निकलने का मुख्य कारण क्या है?

    पेट निकलने का मुख्य कारण बहुत ज्यादा मात्रा में कैलोपी का सेवन और कम शारीरिक गतिविधियां होती है। इसके अलावा, खराब खानपान, तनाव, नींद की कमी और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी पेट की चर्बी बढ़ने का कारण बन सकती हैं।
  • जल्दी से जल्दी मोटापा कम कैसे करें?

    जल्दी से जल्दी मोटापा कम करने के लिए जरूरी है कि आप एक हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करें। चीनी का सेवन कम करें, प्रोटीन से भरपूर फूड्स खाएं, खाने में फाइबर की मात्रा बढ़ाएं और अनहेल्दी फूड्स से दूरी बनाएं।
  • मोटापे से क्या समस्या हो सकती है?

    मोटापे के कारण कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है, जिनमें दिल की बीमारी, टाइप 2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और अन्य कई गंभीर बीमारियां शामिल हैं।

 

 

 

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