क्या अविवाहित महिलाएं ज्यादा खुश रहती हैं

विवाहित होने का मतलब है, कि वे किसके साथ रहना चाहती हैँ, इसका निर्णय लेने में वह स्वतंत्र होती हैं।
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क्या अविवाहित महिलाएं ज्यादा खुश रहती हैं


Kya avivahit mahilaye zyada khush rehti hai

जब भी मैं एलिजाबेथ बेनेट को मिस्टर डार्सी के साथ सूर्यास्त के समय चलते हुए सोचता हूं, मेरे पेट में एक अजीब सी गुदगुदी होती हैं। उसके जैसी स्वतंत्र और आत्मनिर्भर व्यक्ति क्यों अपने गर्व और घमंड के लिए जाने जाने वाली एक व्यक्ति के साथ विवाह करना चाहती थी?

यही सवाल अब भी पूछा गया हैं, लेकिन एक अलग अंदाज में। क्या अविवाहित महिलाऐं ज्यादा खुश होती हैं? क्या शादी से खुशी की मात्रा बदलती हैं? क्या अविवाहित रहना महिलाओं के लिए सही मायने में उनके जीवन में संतुष्ट और आनंदमयी रहने का केवल एक तरीका है? और अंत में, क्या शादी का 20 साल बाद भी उतनाही महत्व कायम रहता हैं?


अविवाहित रहने के लाभ
 
• आज के तारीख में अविवाहित महिला ज्यादा खुश हैं, यह एक व्यापक रूप से प्रचारित घटना है, क्योंकि इसका सरल रुप से अर्थ हैं, अधिक रुप से वित्तीय और व्यक्तिगत स्वतंत्रता।
• अविवाहित होने का मतलब हैं, जीवन में स्थीरता लाने के लिए परिवार और पति के दबाव के आगे झुकने की जरुरत नहीं, परिवार शुरू करने के लिए कैरियर छोड़ने की जरुरत नही, और पती की पसंद नापसंद, सनक के अनुसार जीवन में प्राथमिकता बदलने की जरुरत नही।
• अविवाहित रहना इसका अर्थ ये नही की महिलाऐं माँ नही बन सकती। गोद लेने और कृत्रिम गर्भाधान जैसे कई विकल्प उपलब्ध हैं, इसलिए एक माँ बनने के लिए औरत को शादी की आवश्यकता नहीं है!
• आम तौर पर ऐसा देखा गया हैं, कि अविवाहित महिलाऐं उनके जीवन में और अधिक उत्थान के बारे में ध्यान केंद्रित करती हैं। ज्यादातर महिलाऐं उच्च शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण और यहां तक ​​कि स्कूबा डाइविंग प्रशिक्षकों जैसे विचित्र व्यवसायों को चुनते देखा गया हैं क्योंकि उनको रात के खाने के लिए घर पर कोई इंतज़ार कर रहा हैं, या परिवार के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं होती है!
• वैवाहिक जीवन में हिंसाचार और बढ़ती बलात्कार की घटनाओं को देखते हुए अविवाहित महिलाऐं वास्तव में फायदे में हैं। अविवाहित होने का मतलब है, कि वे किसके साथ रहना चाहती हैँ, इसका निर्णय लेने में वह स्वतंत्र होती हैं।
 


विवाह के लाभ

• सामाजिक अनुसंधानों ने यह संकेत दिया है कि शादी का स्वास्थ्य और जीवन शैली पर एक सकारात्मक प्रभाव पडता हैं। उदाहरण के लिए, दंपति धूम्रपान और शराब पीने की बुरी आदतों को छोडते हैं,  क्योंकि वे उनके गठबंधन को जिम्मेदारी मानते हैं। इस मामले में रोग नियंत्रण और रोकथाम अनुसंधान के 2004 केंद्रों ने कहा हैं कि विवाहित जोडों की धूम्रपान करने की और कुछ मनोवैज्ञानिक समस्याओं के विकास की संभावना भी कम होती हैं।
• अविवाहित महिलाओं की सेवानिवृत्ति के समय कम पैसे होने की प्रवृत्ती होती हैं, क्योंकि दंपती के बीच बचत की आदते अधिक दृढ़ होती हैं।
• अविवाहित महिलाओं को संतानिय समझा जाता हैं और शादी के लिए सामाजिक दबाव सहन करना पडता हैं। यह उन्हें निराशाग्रस्त कर सकता हैं और इससे अवसाद और तनाव से संबंधित समस्याओं का जोखिम भी होता हैं।
• अविवाहित महिलाओं के लिए सुरक्षा भी एक मुद्दा बन जाता है क्योंकि पुरुष केन्द्रित समाज में उनको चंचल और कामुक के रूप में देखने की प्रवृत्ति हैं। बड़े बुरे शहर में अकेली महिला और अधिक कमजोर होती हैं, ऐसा व्यापक रूप से सूचित किया गया हैं। अकेली रहने वाली महिलाओं के बलात्कार और हत्या वास्तव में दुर्लभ नहीं हैं।
 


फैक्ट फाइल

• अमेरिकी जनगणना ब्यूरो द्वारा सार्वजनिक बनाई गयी एक रिपोर्ट में, विवाहित जोड़ों का प्रतिशत 1970 में 72% था जो 2010 में सिर्फ 48% रह गया हैं।
• एक सीबीसी समाचार द्वारा किए गए सर्वेक्षण के निष्कर्ष के अनुसार 10 अमेरिकियों में से 7  को लगता है कि आधुनिक युग में शादी ने अपना अर्थ खो दिया हैं।
• पेंसिल्वेनिया के एक विश्वविद्यालय के अध्ययन ने संकेत दिया है, कि वैवाहिक जीवन में संघर्ष न केवल कलह पैदा कर सकता है, बल्कि स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव छोडता हैं।
 
अब जब सिक्के के दोनों पहलूओं को आप के सामने प्रस्तुत किया गया है, अब यह तय करना आप पर निर्भर है, कि अविवाहित महिलाऐं वास्तव में खुश होती हैं, या उनको खुशी ढुंढने के लिए शादी की जरूरत है!

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