केवल हाथ की इन 5 मुद्राओं से करें स्ट्रेस जैसी समस्या का सफाया

मेडीटेशन योग का बहुत जरूरी हिस्सा है, जो मानसिक परेशानियों से राहत पाने से कई समस्याओं से राहत दिलाता है। हममें से बहुत से लोग इस तरह मुद्राओं के बारे में नहीं जानते। यह सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं।
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केवल हाथ की इन 5 मुद्राओं से करें स्ट्रेस जैसी समस्या का सफाया


मानव-शरीर अनंत रहस्यों से भरा हुआ है। शरीर की अपनी एक मुद्रामयी भाषा होती है, जिसे करने से शारीरिक स्वास्थ्य लाभ में सहयोग प्राप्त होता है। हस्त मुद्रा चिकित्सा के अनुसार हाथ तथा हाथों की अंगुलियों और अंगुलियों से बनने वाले मुद्राओं में आरोग्य का राज छिपा हुआ है।हस्त-मुद्राएं तत्काल ही असर करना शुरू कर देती हैं, जिस हाथ में ये मुद्राएं बनाते हैं, शरीर के विपरीत भाग में उनका तुरंत असर होना शुरू हो जाता है। इन सब मुद्राओं का प्रयोग करते समय वज्रासन, पद्मासन और सुखासन का प्रयोग करना चाहिए। इससे अवसाद व तनाव दूर होता है। जिन लोगों को सर्वाइकल स्पोंडिलाइटिस, थाइरॉयड या गर्दन से संबंधित कोई गंभीर रोग होता है वे चिकित्सक की सलाह पर ही यह मुद्राएं करें।

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माना गया है की हाथ की अंगुलियों में पंच तत्व प्रतिष्ठित हैं। मुनियां ने हजारों साल पहले इसकी खोज कर ली थी। वे इसे उपयोग में बराबर प्रतिदिन लाते रहे, इसलिए वे लोग स्वस्थ रहते थे। ये शरीर में ज्ञान और चेतना को जगाने वाली कुंजियां होती हैं। सेहत को स्वास्थ रखने के लिए खान-पान के अलावा योग भी बहुत जरूरी है। बॉडी में बहुत से एक्यूप्रेशर प्वांइट होते हैं, जिससे बीमारियों का इलाज किया जा सकता है। हाथ की ये मुद्राएं दर्द और ऐंठन जैसी बहुत-सी परेशानियों से बिना दवाइयों से राहत पा सकते हैं। मेडीटेशन योग का बहुत जरूरी हिस्सा है, जो मानसिक परेशानियों से राहत पाने से कई समस्याओं से राहत दिलाता है। हममें से बहुत से लोग इस तरह मुद्राओं के बारे में नहीं जानते। यह सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं।

 

पहली मुद्रा - ज्ञान मुद्रा

ज्ञान मुद्रा सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। इससे हवा में मौजूद तत्व उत्साह बढ़ाते हैं और मानसिक तौर पर आ रहे विकारों को खत्म करने में मददगार करते हैं।


दूसरी मुद्रा - वायु मुद्रा

रोजाना सुबह वायु मुद्रा करने से मन से उदासीनता खत्म होती है और नई-नई क्रिएटीविटी करने के विचार मन में पैदा होते हैं।

तीसरी मुद्रा - आकाश मुद्रा

आकाश मुद्रा मन की उदासी, गुस्सा, मन का डर, हर बात के लिए डर को खत्म करके नई उर्जा का संचार करता है।

चौथी मुद्रा - शून्या मुदा

इस मुद्रा को करने से कान में होने वाली दर्द से राहत मिलती है।

पंचवी मुद्रा - पृथ्वी मुद्रा

पृथ्वी मुद्रा से थकान दूर होती हैं और मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं।

ये सभी मुद्राएं अगर आप रोज सुबह उठकर करते हैं, तो इससे आपको सबसे ज्यादा स्ट्रेस में लाभ मिलेगा।

 

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