
गाय का घी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है लेकिन इसकी अधिकता शरीर में अनेक समस्याओं को पैदा कर सकती हैं। जानें इसके नुकसान के बारे में...
हिंदू धर्म में गाय का घी (Cow Ghee) आध्यात्मिक और धार्मिक दोनों तरीकों से महत्वपूर्ण है। वहीं भारतीय खाने में गाय का घी और देसी घी सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि गाय का घी पोषक तत्वों से भरपूर हैं। बता दें कि आयुर्वेद में गाय के घी से मिलने वाले अनेक गुणों का वर्णन किया गया है, लेकिन इसके अधिकता सेहत को नुकसान बी पहुंचा सकती है। आज हम उन्हीं नुकसानों पर प्रकाश डालेंगे। इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि गाय का घी कैसे सेहत को नुकसान (Side Effects of Cow Ghee) पहुंचा सकता है? साथ ही हम जानेंगे कि अगर इसका सेवन किया जाए तो इसे पचाया जाए? पढ़ते हैं आगे...
गाय के घी के नुकसान (Side Effects of Cow Ghee)
1 - दस्त की परेशानी- बता दें कि अगर गाय के घी का ज्यादा सेवन किया जाए तो यह दस्त का कारण या अपच जैसी समस्या पैदा कर सकता है।
2 - गर्भवती महिलाओं के लिए- जब गर्भवती महिला अपच की समस्या या ठंड से परेशान हों तो उस दौरान इन महिलाओं को गाय के घी का सेवन नहीं करना चाहिए वरना समस्या और गंभीर हो जाती है।
3 - इन लोगों बचना चाहिए गाय के घी से- जो लोग फैटी लीवर परिवर्तन के दौरान, हेपेटाइटिस या पीलिया से ग्रस्त होते हैं वे गाय के घी का सेवन ना करें।
4 - मोटापे से परेशान- जो लोग मोटापे से ग्रस्त हैं या अधिक वजन से परेशान हैं वे गाय के घी का सेवन 3 से 5 ग्राम तक ही करें। शरीर में इसकी अधिकता इनका वजन और बढ़ा सकती है। ऐसे में अच्छे पाचन के लिए गर्म भोजन के साथ ही घी का सेवन करें।
5 - सर्दी से परेशान लोग- जो लोग कफ से परेशान हैं या सर्दी के शिकार हो गए हैं वे गाय के घी के उपयोग से बचें। वरना हालत और खराब हो सकती है।
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शरीर में गाय के घी की अधिकता होने पर क्या करें?
जो लोग अधिक गाय का घी खा लेते हैं उन्हें इन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
1 - अगर आपने अधिक घी खा लिया है तो तब तक आहार ग्रहण ना करें जब तक आपका घी पूरी तरह से पच ना जाए।
2 - अधिक घी खाने के बाद हर घंटे गर्म पानी पिएं।
3 - गाय के घी के सेवन के बाद पेट भारी होने लगे या अपच की समस्या पैदा हो तो आप गर्म पानी के अलावा कम वसा वाले छाछ का सेवन भी कर सकते हैं।
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वैसे तो गाय के घी की दो बूंदे नाक में डालने से बाल गिरने की समस्या, सफेद बालों का दूर होना, माइग्रेन, सिरदर्द, सुनने की समस्या, दृष्टि की समस्या, एकाग्रता में कमी आदि की समस्या दूर हो जाती है। लेकिन जब मौसम बारिश भरा हो या अधिक सर्दी हो तब व्यक्ति को नाक में गाय के घी डालने से बचना चाहिए। वरना व्यक्ति साइनसाइटिस, सर्दी और जुकाम से ग्रस्त हो जाता है। इसके अलावा जो लोग खांसी और बुखार से ग्रस्त होते हैं वे गाय के घी के सेवन या नाक में घी को डालने से बचें।
नोट - गाय के घी के सेवन से शरीर की कई समस्याएं जैसे- हृदय स्तर का सामान्य होना, हड्डियों में मजबूती, गर्भावस्था में लाभ, एलर्जी से छुटकारा, प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ावा, दिमाग और मन को शांत रखना, नेत्र विकारों को दूर, बुखार को कम आदि दूर होती हैं। लेकिन इसके अधिकता से व्यक्ति को कई अन्य समस्याओं का सामना करना भी पड़ सकता है। ऐसे में गाय के घी का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
ये लेख मंजरी वेलनेस की क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट और डायटीशियन डॉ. मंजरी चंद्रा द्वारा दिए गए इनपुट्स पर बनाया गया है।
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