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महिलाओं में पुरुषों से अलग हो सकती हैं पाचन-तंत्र से जुड़ी समस्याएं? जानें डॉक्टर से

Digestive Issues in Women: महिलाओं में पाचन से जुड़ी आम समस्याएं क्या पुरुषों से अलग हो सकती हैं? जानें डॉक्टर की क्या राय है। 
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महिलाओं में पुरुषों से अलग हो सकती हैं पाचन-तंत्र से जुड़ी समस्याएं? जानें डॉक्टर से

Digestive Issues in Women: पाचन संबंधी विकार (Digestive disorders) एक आम समस्या है, जो विश्व स्तर पर लाखों लोगों पर असर डाल रही है। हालांकि, जिस बात पर अक्सर ध्यान नहीं दिया जाता वह यह है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में पाचन संबंधी समस्याएं कैसे अलग तरह से दिखती हैं। इनमें बायोलॉजिकल अंतर, हार्मोनल उतार-चढ़ाव, प्रजनन स्वास्थ्य और मनोसामाजिक कारक महिलाओं में जठरांत्र (जीआई) रोगों को उनके प्रेजेंटेशन और ट्रीटमेंट से यूनिक बनाते हैं। यही वजह है कि आज के इस आर्टिकल में हम महिलाओं में दिखने वाली अलग पाचन संबंधी समस्याओं के बारे में डॉ. सुदीप खन्ना, वरिष्ठ सलाहकार, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल (Dr. Sudeep Khanna, Senior Consultant, Gastroenterology, Indraprastha Apollo Hospitals) से विस्तार में जानेंगे।

महिलाओं में पाचन संबंधी समस्याएं कैसे हैं अलग?-How are Digestive Problems Different in Women

women digestion

बता दें कि गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रणाली (Gastrointestinal System) महिलाओं और पुरुषों दोनों में एक जैसा ही होता है। हालांकि, विभिन्न कारकों के कारण महिलाओं में अलग-अलग पाचन समस्याएं अलग व्यवहार कर सकती हैं। विशेष रूप से एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन की वजह से ऐसा हो सकता है, जो इंटेस्टाइन की गतिशीलता (Motility) और सेंसिटिविटी पर असर डाल सकते हैं। आइए कुछ आम पाचन संबंधी समस्याओं के बारे में जानते हैं कि वह महिलाओं में किस तरह अलग हो सकती हैं:

इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस)

बता दें कि आईबीएस पुरुषों की तुलना में महिलाओं में दोगुना आम है। यह एक फंक्शनल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर है, जो पेट में दर्द, सूजन, कब्ज या दस्त जैसी समस्याओं की वजह बन सकता है। अब सवाल यह उठता है कि यह समस्या महिलाओं में ज्यादा आम क्यों है? आइए इसके पीछे की वजह जानते हैं:

1. एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के प्रति हार्मोनल संवेदनशीलता के कारण हो सकती है।
2. महिलाओं में आईबीएस का बड़ा कारण मनोवैज्ञानिक तनाव को माना जा सकता है, जो गट-ब्रेन एक्सिस को प्रभावित करता है।
3. आंत संबंधी अतिसंवेदनशीलता की ज्यादा संभावना भी वजह है।

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कब्ज की समस्या

महिलाओं में निम्न कारणों से कब्ज की शिकायत होने की संभावना ज्यादा होती है:
1. मासिक धर्म या गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल परिवर्तन
2. पेल्विक फ्लोर डिसफंक्शन
3. डिलेड कोलन ट्रांजिट (Delayed colon transit)

एसिड रिफ्लक्स और जीईआरडी

महिलाओं में गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) अक्सर असामान्य लक्षणों के साथ दिख सकते हैं, जैसे:
1. गैर हृदय संबंधी सीने में दर्द (Non-cardiac chest pain)
2. जी मिचलाना
3. पुरानी खांसी
4. लैरींगाइटिस
इसके अलावा, हार्मोनल प्रभाव के कारण भी ऐसा हो सकता है। विशेष रूप से गर्भावस्था में प्रोजेस्टेरोन, निचले इसोफेजियल स्फिंक्टर को आराम देकर रिफ्लक्स को बढ़ा सकता है।

पित्ताशय रोग (Gallbladder disease)

पित्ताशय (Gallbladder) की पथरी महिलाओं में ज्यादा आम है, विशेष रूप से इस दौरान:
1. गर्भावस्था
2. मेनोपॉज के बाद
3. मोटापा या तेजी से वजन कम होना
यह पित्त में एस्ट्रोजन के बढ़ते कोलेस्ट्रॉल के कारण भी हो सकती है।

साइकिलिक उल्टी सिंड्रोम (Cyclic vomiting syndrome)

सीवीएस एक दुर्लभ विकार है, जिसमें उल्टी की समस्या होती है। यह आमतौर पर महिलाओं में ज्यादा देखा जाता है। इसके कारण तनाव या मासिक धर्म को माना जा सकता है। सीवीएस की समस्या कभी-कभी फूड पॉइजनिंग या जीआई संक्रमण के रूप में भी हो सकती है। इससे बचाव के लिए:
1. जीवनशैली में बदलाव
2. निवारक दवाएं
3. तनाव प्रबंधन और जीआई गतिशीलता मूल्यांकन (GI motility assessment)

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कुल मिलाकर, महिलाओं में पाचन संबंधी समस्याएं सिर्फ शारीरिक समस्याएं नहीं हैं। वे जटिल, मल्टी फैक्टोरियल, हार्मोनल और भावनात्मक कारणों की वजह से हो सकती हैं। इन स्थितियों को पहचान कर तुरंत इलाज करना बहुत जरूरी होता है। महिलाओं को शरीर में होने वाली इन समस्याओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

FAQ

  • पाचन तंत्र की गड़बड़ी से क्या होता है?

    जब भोजन ठीक से पचता नहीं है, तो यह पेट में सूजन और पेट दर्द जैसी परेशानी का कारण बन सकता है। ऐसे में पोषक-तत्वों की कमी और कुपोषण की समस्या हो सकती है। इन स्थितियों में दस्त या कब्ज, वजन में बदलाव, पोषण असंतुलन, आंत के माइक्रोबायोम को बाधित करना और ओवरऑल हेल्थ पर असर हो सकता है।
  • पाचन तंत्र कमजोर होने के क्या लक्षण हैं?

    पाचन तंत्र कमजोर होने के कई लक्षण होते हैं, जिनमें पेट में दर्द, गैस, सूजन, कब्ज, दस्त, सीने में जलन, भूख कम लगना, थकावट, और भोजन के बाद असहज महसूस होना जैसे संकेत शामिल हैं।
  • क्या पाचन संबंधी समस्याएं ठीक हो सकती हैं?

    पाचन तंत्र की कुछ बीमारियां ऐसी समस्याएं पैदा करती हैं, जो उपचार से जल्दी ठीक हो सकती हैं। वहीं, कई गंभीर समस्याओं को ठीक होने में समय भी लग सकता है या उन्हें मेंटेन किया जा सकता है।

 

 

 

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