Facial: पार्लर या सैलून में फेशियल कराने और क्लीनिक में फेशियल कराने में क्या अंतर है? समझें दोनों का फर्क

अच्‍छी स्‍क‍िन के ल‍िए लोग पार्लर और क्‍लीन‍िक फेशि‍यल करवाते हैं आइए जानते हैं दोनों में आख‍िर क्‍या फर्क है 
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Facial: पार्लर या सैलून में फेशियल कराने और क्लीनिक में फेशियल कराने में क्या अंतर है? समझें दोनों का फर्क

पार्लर और क्‍लीन‍िक फेशियल में क्‍या फर्क होता है? इन द‍िनों लोग अपनी स्‍क‍िन को लेकर जागरूक हो रहे हैं। स्‍क‍िन को हेल्‍दी रखने के ल‍िए लोगों ने फेश‍ियल के महत्‍व हो समझना शुरू क‍िया है। ऐसे में आपके मन में भी ये सवाल आ सकता है क‍ि कौनसा फेश‍ियल आपके ल‍िए बेस्‍ट होगा। फेश‍ियल करने के 2 तरीके हैं। एक तो पार्लर या सैलून फेशि‍यल और दूसरा है क्‍लीन‍िक फेश‍ियल। अगर आपको हेल्‍दी स्‍क‍िन के ल‍िए फेशि‍यल करवाना है तो आप सैलून या पार्लर फेशियल चुनें। वहीं अगर आपकी स्‍क‍िन में कोई परेशानी है जैसे एक्‍ने या मोल्‍स या कोई और स्‍क‍िन प्रॉब्‍लम तो आप क्‍लीनिक फेश‍ियल को चुनें। इस बारे में ज्‍यादा जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के चौक इलाके में स्‍थ‍ित फेम‍िना हेयर एंड ब्‍यूटी सैलून की मेकअप आर्टिस्‍ट और ब्‍यूटीश‍ियन एकता श्रीवास्‍तव ने बात की।

parlour dacial process 

पार्लर फेश‍ियल क्‍या होता है? (What is parlour or salon facial)

चेहरा हमारी पर्सनैल‍िटी का अहम ह‍िस्‍सा है इसल‍िए उसका ध्‍यान रखना जरूरी है। स्‍क‍िन को पैम्‍पर करने के ल‍िए लोग नए तरीकों की ओर बढ़ रहे हैं। फेश‍ियल भी अब कई तरह से क‍िया जाने लगा है ज‍िसमें मुख्‍य तौर पर 2 तरह के फेश‍ियल आते हैं। पहला सैलून या पार्लर फेशियल ये फेश‍ियल वन टाइम होता है। इसमें ज्‍यादातर 4 स्‍टेप में आपका फेश‍ियल किया जाता है। क्‍लीं‍ज‍िंग, स्‍क्रब‍िंग, फेस पैक, मॉइश्‍चराइजिंग आद‍ि। स्‍क‍िन को हेल्‍दी रखने के ल‍िए पार्लर फेशि‍यल क‍िया जाता है। त्‍वचा की रंगत सुधारने के ल‍िए आप कम खर्च में कोई उपाय ढूंढ रहे हैं तो पार्लर फेश‍ियल चुन सकते हैं। ये रोमछ‍िद्रों को साफ करता है और त्‍वचा को न‍िखारता है। फेश‍ियल करवाने से त्‍वचा में कसाव आता है। इससे त्‍वचा जवां द‍िखती है। इसल‍िए समय-समय पर फेश‍ियल करवाते रहना चाहि‍ए। फेश‍ियल करने से स्‍क‍िन में ब्‍लड फ्लो बेहतर होता है। इससे स्‍क‍िन को ऑक्‍सीजन और पोषक तत्‍व म‍िलते हैं। 

क्‍लीन‍िक फेशियल क्‍या होता है? (What is clinic facial)

clinical facial treatment

कॉस्‍मेटोलॉजी अब एक तरह का मेड‍िकल प्रोसेस बन चुका है। आप चाहें तो अपनी स्‍क‍िन हो हेल्‍दी रखने के लि‍ए क्‍लीन‍िक फेश‍ियल करवा सकते हैं। क्‍लीन‍िक फेश‍ियल में कई स‍िट‍िंग में व्‍यक्‍त‍ि को बुलाया जाता है और आधुन‍िक उपकरणों की मदद से फेश‍ियल क‍िया जाता है। अगर आपकी स्‍क‍िन में एक्‍ने, काले धब्‍बे, अनचाहे बाल, मोल्‍स, प‍िगमेंटेशन या कोई भी स्‍क‍िन प्रॉब्‍लम है तो आप क्‍लीन‍िक फेश‍ियल को चुन सकते हैं। क्‍लीन‍िक फेश‍ियल का फायेदा ये भी है क‍ि आपको व‍िशेषज्ञों की राय म‍िलती है। धूल-म‍िट्टी और गलत खानपान के चलते स्‍क‍िन में कई तरह की परेशान‍ियां होने लगती हैं। इनसे बचने के ल‍िए क्‍लीन‍िक फेश‍ियल बेस्‍ट है। अगर आपकी स्‍कि‍न पर हद से ज्‍यादा ब्‍लैक और वाइटहेड की समस्‍या है तो आप क्‍लीन‍िक फेश‍ियल को चुनें। उम्र बढ़ने के साथ झुर्रियां और फाइन लाइन्स की समस्‍या बढ़ जाती है। इसको कम करने के ल‍िए भी क्‍लीन‍िक फेश‍ियल करवा सकते हैं। 

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पार्लर और क्‍लीनिक फेश‍ियल में क्‍या फर्क होता है? (Difference between parlour and clinic facial)

  • 1. पार्लर और क्‍लीन‍िक फेश‍ियल में कई अंतर होते हैं। अगर आप हेल्‍दी स्‍क‍िन चाहते हैं तो हर महीने में एक बार पार्लर फेश‍ियल करवा सकते हैं जबक‍ि अगर आपकी स्‍क‍िन में कोई परेशानी है तो जैसे एक्‍ने, मोल्‍स, काले धब्‍बे या अन्‍य कोई परेशानी तो आपको क्‍ल‍ीन‍िक फेश‍ियल करवाना चाहि‍ए। 
  • 2. स्‍क‍िन को अंदर तक मॉइश्‍चराइज या साफ करने के ल‍िए क्‍ल‍ीन‍िक फेशियल क‍िया जाता है जबक‍ि पार्लर फेश‍ियल में ऊपरी लेयर को साफ क‍िया जाता है। 
  • 3. पार्लर फेश‍ियल का इफेक्‍ट कम समय के ल‍िए स्‍क‍िन पर रहता है जबक‍ि क्‍लीनि‍क फेश‍ियल लॉन्ग टर्म प्रोसेस है। इसका असर लंबे समय तक स्‍क‍िन पर द‍िखाई देता है। 
  • 4. बात करें खर्च की तो पार्लर फेश‍ियल 500 से 1200 के बीच होता है जबक‍ि क्‍लीनिक फेश‍ियल की शुरूआत 1500 से होती है और 6 हजार तक जाती है। 
  • 5. पार्लर फेश‍ियल के ल‍िए स्‍क‍िन को सुन्‍न करने की जरूरत नहीं पड़ती जबक‍ि क्‍लीन‍िक फेश‍ियल के कुछ ट्रीटमेंट में स्‍क‍िन को सुन्‍न करके ट्रीटमेंट द‍िया जाता है जैसे लेजर थैरेपी। 
  • 6. पार्लर फेशियल वन टाइम होता है। इसमें आपको बार-बार पार्लर आने की जरूरत नहीं पड़ती। ये एक वन टाइम प्रोसेस है ज‍िसे आपको हर महीने करवाना चाह‍िए। वहीं दूसरी ओर क्‍लीन‍िक फेश‍ियल की कई स‍िट‍िंग्‍स में होता है। इसके ल‍िए कम से कम 6 स‍िट‍िंग्‍स करवानी होती हैं। 
  • 7. पार्लर फेशि‍यल के बाद आपको क‍िसी खास बात का ख्‍याल रखने के ल‍िए नहीं कहा जाता है और न ही कुछ और प्रोडक्‍ट चेहरे पर लगाने के लि‍ए द‍िए जाते हैं जब क‍ि क्‍लीनिक फेशि‍यल में कई बातों का ध्‍यान रखना पड़ता है जैसे चेहरे को सूर्य की क‍िरणों से बचाना, धूल-म‍िट्टी न लगने देना और इसके ल‍िए डॉक्‍टर या स्‍क‍िन एक्‍सपर्ट आपको क्रीम या ऑइंटमेंट में लगाने के ल‍िए देते हैं। 
  • 8. पार्लर फेश‍ियल बहुत ज्‍यादा कस्‍टमाइज नहीं हो सकता है। इसमें फ्लेवर जरूर मौजूद होते हैं पर ये आपकी स्‍क‍िन की वास्‍तव परेशानी पर सीधे अटैक नहीं कर सकता जबक‍ि क्‍लीनिक फेश‍ियल में आपकी स्‍किन की असली प्रॉब्‍लम पर टार्गेट क‍िया जाता है। आपकी स्‍क‍िन के टेक्‍सचर और टाइप को देखकर ये ड‍िसाइड क‍िया जाता है क‍ि आपको कौनसा ट्रीटमेंट देना है। 
  • 9. पार्लर फेश‍ियल में क‍िसी मशीन का इस्‍तेमाल नहीं क‍िया जाता है इसल‍िए ये सस्‍ता प्रोसेस है जबक‍ि क्‍लीन‍िक फेश‍ियल में मशीनों की मदद से आपकी स्‍क‍िन में अंदर तक प्रोडक्‍ट या ट्रीटमेंट पहुंचाया जाता है इसल‍िए इसमें खर्चा भी ज्‍यादा होता है। 

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कौनसा फेश‍ियल करवाना ठीक रहेगा? (Which kind of facial is best)

facial process helps to get a healthy skin

आपकी त्‍वचा के आधार पर ये न‍िर्भर करता है क‍ि आपको फेश‍ियल कब करवाना है। लंबे समय तक त्‍वचा को सुंदर बनाना चाहते हैं तो आपको फेश‍ियल को रूटीन में करवाना चाह‍िए। एक्‍ने या एक्‍ज‍िमा जैसी स्‍क‍िन बीमारी है तो आप क्‍लीन‍िक फेश‍ियल ही करवाएं। क्‍लीन‍िक फेश‍ियल वैसे तो डॉक्‍टर करते हैं पर अब कई प्रत‍िष्‍ठ‍ित सैलून को भी क्‍लीन‍िक फेश‍ियल करने का लाइसेंस म‍िलने लगा है आप चाहें तो उनसे भी फेश‍ियल करवा सकते हैं। अगर आप पार्लर फेश‍ियल करवा रहे हैं तो अपनी स्‍क‍िन टाइप को ध्‍यान में रखें। अगर आपकी स्‍किन ऑयली है तो आपको महीने में 2 बार फेश‍ियल करवाना चाह‍िए वहीं अगर नॉर्मल स्‍किन है तो एक बार फेश‍ियल करवाना बहुत है। आपकी त्‍वचा को जांचने परखने के बाद व‍िशेषज्ञ ये तय करता है क‍ि आपकी स्‍किन को कौनसा ट्रीटमेंट द‍िया जाए। फेश‍ियल करवाने से तनाव कम होता है। चेहरे पर फेश‍ियल से चेहरे का ब्‍लड फ्लो अच्‍छा रहता है और स्‍क‍िन लंबे समय तक जवां रहती है। फेश‍ियल आपका तनाव कम करने में भी मदद करते हैं। चेहरे पर बहुत से एक्‍यूप्रेशर प्‍वांइट्स होते हैं। ज‍िस पर प्रेशर पड़ने से आपको आराम म‍िलता है। फेश‍ियल एक तरह की एक्‍सरसाइज है जो फेस स्‍क‍िन को हेल्‍दी रखती है। 

आप फेश‍ियल का मेथड चुनने से पहले डॉक्‍टर या एक्‍सपर्ट से सलाह जरूर लें। आपकी स्‍क‍िन में प्रॉब्‍लम या टार्गेट एर‍िया को ध्‍यान में रखकर आपके ल‍िए सही तरीका चुना जाएगा। 

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