वजन कम करने के लिए शारीरिक एक्सरसाइज और डाइटिंग दोनों ही बहुत जरूरी है। एक्सरसाइज के साथ-साथ बिना डाइट पर ध्यान दिए वजन कम नहीं किया जा सकता फिर चाहे आप कोई भी डाइट क्यों न ले रहे हों। ये बात भी सच है कि हमारे आस-पास ऐसे कई फूड्स हैं, जो वजन कम करने में आपकी मदद करते हैं लेकिन कुछ फूड्स ऐसे हैं, जो वजन कम करना आपके लिए मुश्किल बना देते हैं। इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ फूड और ड्रिंक के बारे में बता रहे हैं, जो आपके वजन कम करने के सपने को मुश्किल बना सकते हैं।
फ्रूट जूस
आपको लगता होगा कि फ्रूट जूस वजन कम करने के साथ-साथ आपको जरूरी पोषक तत्व प्रदान करने में मदद करता होगा। लेकिन ये बात 100 में से 50 फीसदी तक सच नहीं है। डाइटिंग करते समय आपको कैलोरी का सेवन नहीं करना चाहिए। जैसे, बहुत से लोग अक्सर कार्बोहाइड्रेट के बजाय फलों के रस का सहारा लेते हैं। लेकिन आप इस बात का अंजान हैं कि फ्रूट जूस आपको वे कैलोरी प्रदान करने का काम करता है, जिससे डाइटिंग पर चल रहे लोग बचना चाहते हैं। फलों में मिलने वाली प्राकृतिक शुगर वैसी नहीं होती, जैसी हमें फ्रूट जूस में मिलती है। फलों के रस में फाइबर नहीं होता इसलिए कभी-कभी यह कोक की कैन के समान ही होती है।
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डाइट फिजी ड्रिंक
आपको लगता है कि डाइट सोडा में उतनी कैलोरी नहीं होती, जितनी कि सामान्य रूप से मिलने वाले सोडा में बोती है लेकिन ऐसा नहीं है। सभी कृत्रिम मिठास वाले पेय पदार्थ एक समान होते हैं और सभी में शुगर की समान मात्रा होती है। इसके अलावा ये डाइट सोडा आपकी भूख को बढ़ाते हैं, जिसके कारण आप ज्यादा भोजन खाना शुरू कर देते हैं। अगर आप भी उन लोगों में शामिल हैं, जिन्हें मीठा बहुत पसंद है तो आप सोडा के बजाए ग्रीन टी का विकल्प अपना सकते हैं।
मार्जरीन
हमारी हमेशा से सोच रही है कि मक्खन में फैट होता है और मार्जरीन में नहीं। हालांकि ये सच नहीं है और तो और मार्जरीन भी वजन कम करने में मदद नहीं करता है। मार्जरीन वाले उत्पादों में भी ट्रांस फैट होता है, जो पहले से ही हमारे डाइटिंग के नियमों के लिए खराब साबित हो चुके हैं। इतना ही नहीं ये ह्रदय रोगों का खतरा भी बढ़ा देता है। इन सबके अलावा सभी प्रकार के मार्जरीन उत्पादों में ओमेगा 6 की मात्रा अधिक पाई जाती है। ओमेगा 6 एक प्रकार का फैटी एसिड है।
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लो फैट के साथ प्रोसेस्ड फूड
आपको लगता है कि प्रोसेस्ड फूड में फैट को भोजन से हटा दिया जाता है और ये खाद्य पदार्थ डाइटिंग करते समय सेवन करने के लिए हानिकारक नहीं होते हैं। ऐसा नहीं है क्योंकि प्रोसेस्ड फूड में बहुत अधिक मात्रा में शुगर मिलाई जाती है। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि कम फैट वाले भोजन की तुलना में कम कार्ब वाले खाद्य पदार्थ अधिक फायदेमंद होते हैं। कम फैट वाला भोजन आपको ग्लूकोज टॉलरेंस के सही स्तर को बनाए रखने में मदद नहीं करता है। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि जब आप ये सोचकर भोजन शुरू करते हैं कि आप कम फैट वाला भोजन कर रहे हैं तो आप 30 फीसदी तक ज्यादा खाना खा लेते हैं।
लो कैलोरी वाले स्नैक बार
अगर आप सोचते हैं कि अनाजों से बने बार डाइटिंग के दौरान खाना बहुत ज्यादा हेल्दी है तो आप बिल्कुल गलत हैं। कुछ अध्ययनों में यह कहा गया है कि 40 फीसदी सीरियल बार में शुगर होती है। चूंकि ये कृत्रिम मिठास होती है इसलिए इसमें ग्लूकोज और फ्रुकटोज सिरप भी डाला गया होता है, जो आपके वजन कम करने के प्रयास के लिए बिल्कुल भी हेल्दी नहीं है।
(Medically Reviewed: Upasana Sharma, Head Nutritionist, Max Hospital, Gurgaon )
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