बरसात के मौसम में कई प्रकार की सावधानियां बरतने के साथ–साथ आहार संबंधी सावधानियां अपनानी भी आवश्यक होती हैं। वर्षा ऋतु में होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं अकसर सामान्य फ्लू, बुखार, बैक्टीरियल, वायरल और फंगस के कारण होती हैं। कालरा, हेपेटाइटिस, डायरिया और टायफायड जैसी बीमारियां दूषित पानी के सेवन से होती हैं।
ज़रूरी है अपने आहार पर ध्यान दें और दालें, सब्जि़यों, कम वसा युक्त आहार का सेवन करने के साथ ऐसे आहार लें जिनमें कैलोरी की मात्रा सामान्य हो। प्रोटीन के अलावा बीटा कैरोटीन, बी कांप्लैक्स विटामिन, विटामिन सी, ई, सेलेनियम, जिंक, फालिक एसिड, आयरन, कापर, मैग्नीशियम, प्रिबायोटिक और प्रोबायोटिक आहार भी शरीर के लिए अच्छे होते हैं।
स्वस्थ आहार के विकल्प :
होल फूड्स की क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट ईशी खोसला के शब्दों में स्वस्थ शरीर के लिए पर्याप्त मात्रा में वसा, विटामिन और मिनेरल आवश्यक हैं। स्वस्थ आहार के कुछ और विकल्प भी हो सकते हैं आपके लिए जैसे:
साबुत अनाज: जौ, जई, बाजरा जैसे अनाज ऐसे मौसम के लिए उपयुक्त हैं।
दालें: चने और मसूर की दाल।
फल व सब्जि़यां: ब्रोकोली, लहजसुन, प्याजज़, आंवले का सेवन ।
कैसे आहार से करें परहेज़:
मानसून में पाचन क्रिया धीमी गति से काम करती है इसलिए हल्के आहार का सेवन करना चाहिए। ऐसे ही कुछ परहेज़ करने वाले आहार हैं :
• पत्तेंदार सब्जि़यों में सेल्यूलोज़ होता है जो ठीक प्रकार से नहीं पच पाता।
• स्ट्रीट फूड व फास्ट फूड से बचें।
• कटे और खुले में रखे फल ना खायें।
• तेज़ नमक वाला आहार या अचार जैसी खट्टी चीज़ों का सेवन ना करें।
• ज्यादा तले–भुने आहार ना लें।
ध्यान देने योग्य बातें:
• खाना खाने से पहले हाथ ज़रूर धोयें।
• पानी उबाल कर ही पीयें।
• खान–पान का विशेष ख्या़ल रखें।
सिर्फ थोड़ी सी सावधानी और आपका स्वास्थ्य होगा आपकी मुट्ठी में।