डायबिटीज के रोगियों को बहुत ही अनुशासित जीवन जीने की जरूरत होती है। क्या खाएं, कब खाएं, कितना परिश्रम करें और क्या पहनें, तमाम ऐसी बातों का ध्यान रखना पड़ता है। साथ ही डायबिटीज के रोगियों को अपने पैरों का भी विशेष ख्याल रखना पड़ता है। पैरों को आरामदायक स्थिति में रखने और डायबिटीज के मद्देनजर जूते अच्छे और पैरों के माफिक हो यह बहुत जरूरी है। डायबिटीज के रोगियों में महिलाओं की संख्या भी काफी है। इसलिए मुधमेह से ग्रसित महिलाओं के लिए डायबिटिक्स शूज बनाए जाने लगे हैं। महिलाओं के डायबिटिक्स शूज के बारे में विस्तार से बात करते हैं।
महिलाओं के डायबिटिक्स शूज को चिकित्सकीय जूते भी कहा जाता है। इन्हें महिला मधुमेह रोगियों की पैर की त्वचा कटने के खतरे को कम करने के मकसद से डिजाइन किया जाता है। पैरों में मधुमेह न्युरोपटी वाली कुछ महिलाएं इस बात से अनजान रहती हैं कि कभी-कभी असुविधाजनक जूतों की वजह से पैर में कोई छाला एक-दो घंटों में ही बन सकता है जिसके कारण बड़ी समस्या बन सकती है। डायबिटिक्स शूज को तनाव, अल्सर या डायबिटीज के रोगियों के पैरों में होने वाली परेशानी को कम करने के मकसद से तैयार किया गया हैं। डायबिटिक्स शूज बनाने वाली कंपनियों को कड़े नियमों का पालन भी करना होता है ताकि रोग की गंभीरता से किसी को वचाया जा सके। मधुमेह रोगियों के लिए बनाएं गए जूतो को फिटनेस एक्सपर्ट द्वारा तथा चिकित्सक की देखरेख में तैयार किया जाता है। इन जूतों में निकाले जा सकने वाला ऑर्थोटिक भी लगा होना चाहिए। ऑर्थोटिक ऐसे उपकरण होते हैं जो ऐडी, तलवे और पैर की नसों को आराम पहुचाते हैं। डायबिटिक्स शूज, डायबिटीज रोगियों के पैरों को लगने वाली चोट से बचाव, चलने-फिरने में सहायता व पैरों को आरामदायक स्थिति में रखने के उद्देश्य से बनाए गए हैं। मधुमेह के रोगियों के लिए डायबिटिक्स शूज पैरों की सुरक्षा का कारगर तरीका है।
महिला डायबिटीज रोगियों के पैरों को सुरक्षित रखने के तरीके
- पैरों को रोग मुक्त और सुरक्षित रखने के लिए डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें।
- पैरों को प्रतिदिन गुनगुने पानी और हल्के व सौम्य साबुन से धोएं। पैरों को धोने से पूर्व पानी का तापमान अवश्य जांच लें।
- अपने शरीर में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित रखें।
- परेशानी के संकेत के लिए अपने पैरों का निरीक्षण करें। कोई समस्याजनक परिवर्तन होने पर तत्काल प्रभाव से चिकित्सक से संपर्क करें। यदि जांच में कोई दिक्कत हो रही है तो तो एक शीशे का उपयोग कर पैरों का परीक्षण करें।
- पैरों को धोने के पश्चात मुलायम तौलिये की मदद से पूछे।
- पैरों को धोने व पोछने के बाद इन पर टेल्कम पाउडर लगाएं।
- यदि आपके पैरों की त्वचा शुष्क है तो अनुमोदित क्रीम, लोशन या पेट्रोलियम जेली का प्रयोग करें।
- अपने जूतों को पहनने से पहले जांच लें कि इनमें कोई पत्थर या कठोर चीज तो नहीं है। यह घाव का कारण बन सकते हैं।
- अपने मौजों को रोज धोएं, हो सके तो कई जोड़ी मौजे ले लें।
- बिना मौजों के जूते कतई न पहने।
- जूते दोपहर के समय ही पहने क्योंकि इस समय पैर बड़े आकार में होते हैं।
- धूम्रपान न करें।
डायबिटीज के साथ भी स्वस्थ जीवन जीना संभव है, बस जरूरत होती है शरी (खासतौर पर पैरों की) थोड़ी सावधानी और परहेज की। डायबिटिक्स शूज न केवल पैरों की सुरक्षा करते हैं बल्कि इन्हें सौम्य व मुलायम भी बनाए रखते हैं।
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