Delhi Dengue Cases: बारिश का मौसम शुरू होते ही वेक्टर बोर्न डिजीज का खतरा बढ़ने लगता है। राजधानी दिल्ली में इस साल रिकॉर्डतोड़ बारिश हो रही है। झमाझम बारिश के बीच राजधानी में डेंगू और मलेरिया का खतरा भी बढ़ रहा है। पानी जमा होने के कारण मच्छर जनित बीमारियों के मामले भी बढ़ने शुरू हो गए हैं। डेंगू बुखार को लेकर दिल्ली सरकार का स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट पर है। दिल्ली में बीते साल की तुलना में इस साल डेंगू का खतरा बढ़ने की संभावना है। हाल ही में दिल्ली नगर निगम (MCD) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक दिल्ली में डेंगू के 140 मामले दर्ज किये जा चुके हैं। इस साल बीतें 3 सालों की तुलना में डेंगू के मामलों में भारी बढ़ोत्तरी की संभावना व्यक्त की जा रही है। डेंगू दरअसल एक वायरल बीमारी है, जो एडीज एजिप्टी नामक मच्छरों के काटने से होती है। इस बीमारी में सही समय पर इलाज न मिलने पर मरीज की जान भी जा सकती है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने की बैठक- Health Minister Holds Meeting With Officials
दिल्ली में इस साल अब तक 140 डेंगू के मरीज सामने आए हैं। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भरद्वाज ने वेक्टर बोर्न डिजीज को कंट्रोल करने और मरीजों के उचित इलाज को लेकर स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। सौरभ भरद्वाज ने ट्वीट करके लिखा, "स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वेक्टर जनित बीमारियों को लेकर बैठक की। वेक्टर जनित बीमारियों में डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया शामिल हैं। इन बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए निर्देश दिए।"
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बीते साल अब तक आए थे 153 मामले
राजधानी दिल्ली में बीते साल जून के अंत तक डेंगू के 153 नए मामले दर्ज किये गए थे। बीते साल की तुलना में इस साल भले ही नए मामले कम हैं, लेकिन आने वाले समय में डेंगू का कहर बढ़ने की संभावना है। सोमवार को दिल्ली नगर निगम द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022 में एज जनवरी से 8 जुलाई के बीच डेंगू के 153 मामले आए थे। पूरे साल में राजधानी दिल्ली में 4 हजार से ज्यादा डेंगू के मामले सरकारी आंकड़ों में दर्ज हुए थे।
डेंगू के ये लक्षण दिखें तो बरतें सावधानी- Dengue Warning Symptoms in Hindi
डेंगू बुखार दरअसल एडीज मच्छरों के काटने से होने वाला वायरल बुखार है। इस बीमारी में मरीज को बुखार, शरीर में दर्द समेत कई गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। डेंगू बुखार आमतौर पर दो तरह का होता है- एक क्लासिकल डेंगू जिसे हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है और दूसरा रक्तस्रावी बुखार (DHF)। डीएचएफ को ज्यादा खतरनाक माना जाता है। डेंगू के मरीजों में तेज बुखार, पीठ में दर्द, हड्डियों में दर्द, मांसपेशियों में ऐंठन, ब्लीडिंग, पेट में खराबी, बेचैनी और स्किन पर लाल रंग के धब्बे देखने को मिलते हैं। लंबे समय तक ये लक्षण बने रहें तो मरीज की स्थिति गंभीर मानी जाती है। ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
डेंगू मच्छरों को आसपास पनपने से रोकना चाहिए। इसके लिए घर के आसपास पानी जमा न होने दें। साफ-सफाई रखें और शाम के समय घर से बाहर निकलते समय पूरी बाजू वाले कपड़े पहनें। डेंगू के लक्षण दिखने पर लापरवाही बरतने से आपकी जान जा सकती है। लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करें और उचित इलाज लें।
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