वसायुक्त आहार का सेवन करने से मोटापा बढ़ता है और मोटापा दिल की बीमारी और डायबिटीज के साथ कई बीमारियों को बढ़ाता है। लेकिन शायद ही आपको पता हो कि अधिक वसायुक्त आहार का सेवन करने से सूंघने की क्षमता पर भी असर होता है। एक शोध में यह बात सामने आयी कि वसायुक्त आहार आपकी सूंघने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है। इस लेख में विस्तार से जानिये उच्च वसा का सेवन करने से कैसे कम होती है सूंघने की क्षमता।
क्या कहता है शोध
फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी द्वारा कराये गये शोध में यह बात सामने आयी। इस शोध के अनुसार, उच्च वसायुक्त आहार के सेवन करने से मोटापे के साथ-साथ सूंघने की क्षमता पर भी असर पड़ता है। इस शोध में यह बात सामने आयी कि वसायुक्त आहार दिमाग की कोशिकाओं को प्रभावित करते हैं जिससे स्वाद की पहचान करने की क्षमता 50 प्रतिशत तक कम हो जाती है।
डिजीज कंट्रोल प्रीवेंशन (सीडीसी) के सर्वे के अनुसार, केवल अमेरिका में प्रत्येक तीसरा युवा व्यक्ति मोटापे से ग्रस्त है और इसके लिए सबसे अधिक जिम्मेदार खानपान में अनयमितता है।
मोटापे के कारण ही शरीर की संवेदना प्रणाली प्रभावित होती है। क्योंकि महक (सूंघने की क्षमता) हमारे पाचन प्रणाली से जुड़ी होती है और उच्च वसायुक्त आहार के सेवन से यह प्रभावित होती है।
जब भी हम उच्च वसा वाले आहार का सेवन करते हैं हमारे दिमाग की नसों के साथ गंध के प्रति संकेत देने वाली कोशिकायें अपना काम 50 प्रतिशत कम करती हैं।
टॉप स्टोरीज़
चूहों पर किया गया शोध
इस शोध के दौरान चूहों पर अध्ययन किया गया। इसके लिए चूहों पर 6 महीने तक अध्ययन किया गया। अध्ययन में पाया गया कि जब भी उन्हें उच्च वसा वाले आहार का सेवन कराया गया तब उनकी सुगंध की क्षमता 50 प्रतिशत कम थी।
उच्च वसायुक्त आहार का सेवन करने के बाद चूहों की प्रतिक्रिया भी धीमी हो गई। उन्हें कई तरह के उच्च वसायुक्त के आहार दिये गये।
दिमागी क्रियायें होती हैं प्रभावित
चूहों और मनुष्यों की दिमागी प्रतिक्रियायें लगभग एक जैसी होती हैं। इस शोध में इस बात पर संभावना भी जताई गई कि उच्च वसायुक्त आहार चूहों की तरह मनुष्यों के दिमाग को भी प्रतिक्रिया को प्रभावित कर सकता है और इसके कारण इंसान की सूंघने की क्षमता भी कम हो सकती है।
उच्च वसायुक्त आहार का सेवन स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत नुकसानदेह है। इसके कारण ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए स्वस्थ आहार का सेवन करना ही फायदेमंद है।
Read More Articles on Office Health in Hindi