
दुनियाभर में कोरोना के सामने आ रहे नए-नए वैरिएंट के संक्रमण से सुरक्षा के लिए वैक्सीन का बूस्टर डोज लगाया जा रहा है। भारत में भी कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज के बाद बूस्टर डोज यानी प्रिकॉशन डोज देने की शुरुआत हो चुकी है। वैज्ञानिकों और हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि बूस्टर डोज लेने से कोरोना के नए वैरिएंट्स के खिलाफ शरीर में सुरक्षा और प्रतिरक्षा बढ़ेगी। लेकिन जिस तरह से कोरोना की वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लगने के बाद लोगों में साइड इफेक्ट्स (Booster Dose Side Effects in Hindi) देखने को मिल रहे थे उसी तरह से बूस्टर डोज के बाद भी लोगों में कई साइड इफेक्ट्स होते हैं। कई शोध और अध्ययन इस बात की पुष्टि करते हैं कि बूस्टर या प्रिकॉशन डोज बेहद स्ट्रांग है और इसकी वजह से बूस्टर डोज लेने के बाद लोगों में कई गंभीर साइड इफेक्ट्स देखने को मिलते हैं। लेकिन बूस्टर डोज लगवाने के बाद दिखने वाले लक्षणों की वजह से आपको घबराना नहीं चाहिए। ये लक्षण वैक्सीन की डोज लगने के बाद कुछ दिनों तक दिखाई दे सकते हैं उसके बाद अपने आप सही भी हो जाते हैं। आइये विस्तार से जानते हैं कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज के साइड इफेक्ट्स और इनसे बचाव के टिप्स के बारे में।
कोविड बूस्टर डोज के साइड इफेक्ट्स (Covid Vaccine Booster Dose Side Effects in Hindi)
कोरोना की वैक्सीन लगने के बाद बहुत से लोगों में कई तरह के साइड इफेक्ट्स देखने को मिलते हैं। कई शोध और अध्ययन इस बात की पुष्टि कर चुके हैं कि वैक्सीन की बूस्टर डोज ज्यादा स्ट्रांग है। ऐसे में बूस्टर डोज लगवाने के बाद कुछ गंभीर लक्षण भी शरीर में दिखाई दे सकते हैं। दरअसल जब हम वैक्सीन का डोज लेते हैं तो इसमें मौजूद रोगजनक शरीर में रिएक्ट करते हैं और इसे अच्छा भी माना जाता है। इसे यह संकेत माना जाता है कि वैक्सीन शरीर में सही ढंग से काम कर रही है। जामा नेटवर्क ओपन में बूस्टर डोज को लेकर प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक कोरोना की वैक्सीन के पहले और दूसरे डोज के मुकाबले बूस्टर डोज के साइड इफेक्ट्स ज्यादा हो सकते हैं। हर व्यक्ति के शरीर में बूस्टर डोज के साइड इफेक्ट्स अलग-अलग हो सकते हैं। यह शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र की प्रतिक्रिया पर भी निर्भर करता है। आमतौर पर वैक्सीन का बूस्टर डोज लगवाने के बाद दिखने वाले कुछ प्रमुख साइड इफेक्ट्स इस प्रकार से हैं।
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- तेज सिरदर्द।
- डायरिया की समस्या।
- उल्टी और मतली।
- मांसपेशियों में दर्द और सूजन।
- जोड़ों में दर्द।
- तेज बुखार।
- इंजेक्शन साइट पेन।
क्यों दिखाई देते हैं साइड इफेक्ट्स? (Vaccine Side Effects Causes in Hindi)
दरअसल वैक्सीन का डोज लेने के बाद शरीर में दिखने वाले लक्षण आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं। इसे शरीर में प्रतिरक्षा तैयार होने का संकेत भी माना जाता है। बूस्टर डोज लगने के बाद शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली वैक्सीन से मिले पैथोजेन पर तेजी से प्रतिक्रिया करता है। इसके बाद शरीर में कोरोना वायरस के खिलाफ इम्यूनिटी बढ़ती है। लेकिन ऐसा नहीं है कि अगर आपके शरीर में कोरोना वैक्सीन का डोज लेने के बाद साइड इफेक्ट्स नहीं दिख रहे हैं तो यह खराब इम्युनोजेनिक प्रतिक्रिया है। हर व्यक्ति का इम्यून सिस्टम वैक्सीन के साथ अलग-अलग प्रतिक्रिया देता है और इसी वजह से हर एक व्यक्ति में इसके लक्षण भी अलग-अलग हो सकते हैं।
बूस्टर डोज के साइड इफेक्ट्स से बचने के टिप्स (Booster Dose Side Effects Prevention Tips in Hindi)
कोरोना वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज की तरह से ही बूस्टर डोज के बाद भी शरीर में कुछ लक्षण दिखाई दे सकते हैं। बूस्टर डोज के साइड इफेक्ट्स से बचने के लिए सही ढंग से डाइट और लाइफस्टाइल को अपनाना बहुत जरूरी है। इससे बचने के लिए संतुलित भोजन का सेवन, शरीर को हाइड्रेटेड रखना और नियमित रूप से व्यायाम करना फायदेमंद होता है। बूस्टर डोज लेने के बाद शराब का सेवन, स्मोकिंग और जंक फूड्स के सेवन से भी बचना चाहिए। किसी भी तरह की परेशानी होने पर आपको एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह भी लेनी चाहिए। कोरोना की वैक्सीन और बूस्टर डोज पूरी तरह से सुरक्षित है और कोरोना संक्रमण से बचने के लिए इसे लगवाना बहुत जरूरी है।
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