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हाइपोथायरायडिज्म और फैटी लिवर में क्या कनेक्शन है? डॉक्टर से जानें

Connection Between Hypothyroidism And Fatty Liver: थायराइड और फैटी लिवर दोनों ही गंभीर समस्याएं है, जिसे नजरअंदाज करने पर आपको कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। 
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हाइपोथायरायडिज्म और फैटी लिवर में क्या कनेक्शन है? डॉक्टर से जानें

Connection Between Hypothyroidism And Fatty Liver in Hindi: फैटी लिवर और थायराइड में क्या संबंध है?, क्या हाइपोथायरायड फैटी लिवर का कारण बनता है? या क्या थायराइड कम होने से फैटी लिवर होता है? आज के समय में हर व्यक्ति किसी न किसी स्वास्थ्य समस्या का शिकार हो रहा है। ऐसे में जिन लोगों को थायराइड या फैटी लिवर की समस्या है, उनके मन में इस तरह के सवाल आना आम बात है। थायराइड के कारण मोटापा बढ़ना या वजन तेजी से कम होना आम है। नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज यानी फैटी लिवर की समस्या का मुख्य कारण भी अक्सर मोटापा होता है। इसलिए कई लोगों का मानना है कि थायराइड और फैटी लिवर के बीच कनेक्शन (What is the relationship between hypothyroidism and liver disease) होता है। ऐसे में आइए क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट प्रतिमा नागराज से जानते हैं हाइपोथायरायडिज्म और फैटी लिवर के बीच क्या संबंध है?

हाइपोथायरायडिज्म और फैटी लिवर में कनेक्शन क्या है? - What is The Connection Between Thyroid And Fatty Liver in Hindi?

थायराइड और फैटी लिवर का एक दूसरे से कनेक्शन होता है। थायराइड डिसऑर्डर, जैसे हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायरायडिज्म, लिवर के स्वास्थ्य को सीधेतौर पर प्रभावित कर सकता है। थायराइड हार्मोन, आपके शरीर की एनर्जी और मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करती है। इसलिए, थायराइड के कारण फैटी लिवर की समस्या हो सकती है। क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट प्रतिमा नागराज के अनुसार, "हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित व्यक्तियों में नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) होने का जोखिम ज्यादा होता है। हाई TSH (थायराइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन) का लेवल NAFLD के खतरे को 20 से 30 % तक बढ़ा सकते हैं, जिससे हाइपोथायरायडिज्म सीधे आपके फैटी लिवर के विकास को बढ़ावा दे सकता है। 

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Hypothyroidism And Fatty Liver Connection

थायराइड लिवर को कैसे प्रभावित करता है? - How Does Thyroid Affect The Liver In Hindi?

जब आपके शरीर में थायराइड हार्मोन कम होता है, तो लिवर ब्लस से LDL यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को सही तरह से हटा नहीं पाते हैं, जिस कारण आपके शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है। इस कारण आपके लिवर में फैट बढ़ सकता है और फैटी लिवर की समस्या बढ़ सकती है। इसके अलावा, कम थायराइड स्तर इंसुलिन रेजिस्टेंस का कारण बन सकता है, जिससे शरीर के लिए फैट को इकट्ठा करना आसान हो जाता है, खासकर लिवर में।

थायराइड और फैटी लिवर के कारण होने वाली समस्याएं - Problems Caused By Thyroid And Fatty Liver in Hindi

अगर किसी व्यक्ति को फैटी लिवर या हाइपोथायरायडिज्म है या फिर दोनों समस्याएं है तो इसके कारणों का पता लगाना और उसका सही समय पर इलाज कराना जरूरी है, क्योंकि इन समस्याओं को नजरअंदाज करने से आपको अन्य कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जो आपके ओवरऑल हेल्थ को प्रभावित करते है। आइए जानते हैं थायराइड और फैटी लिवर के कारण होने वाली समस्याएं क्या हैं?

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  • बहुत ज्यादा वजन बढ़ना, खासकर बेली फैट
  • लगातार थकान और एनर्जी की कमी महसूस होना
  • हार्मोनल असंतुलन, अनियमित पीरियड्स और पीएमएस की समस्या

निष्कर्ष

हाइपोथायराइड और फैटी लिवर का एक दूसरे से गहरा कनेक्शन है, जो आपके ओवरऑल हेल्थ को प्रभावित करता है। इसलिए, अगर आपको थायराइड या फैटी लिवर है तो आप अपने लिवर का खास ध्यान रखें और हेल्दी डाइट के साथ लाइफस्टाइल भी फॉलो करें।
Image Credit: Freepik

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