
Chirata Benefits To Reduce High Cholesterol: खराब जीवनशैली और डाइट से जुड़ी गलत आदतों की वजह से शरीर गंभीर बीमारियों का शिकार हो सकता है। हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या भी खराब खानपान और अनियंत्रित जीवनशैली की देन है। हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या में खानपान और लाइफस्टाइल का विशेष ध्यान रखना चाहिए। हाई कोलेस्ट्रॉल की परेशानी में हार्ट से जुड़ी गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है। कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन भी बहुत फायदेमंद होता है। औषधियों में मौजूद गुण शरीर की नसों में जमे बैड कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकालने में मदद करते हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या में चिरायता का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं जानते हैं हाई कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए चिरायता के फायदे।
हाई कोलेस्ट्रॉल में चिरायता का सेवन करने के फायदे- Chirata Benefits To Reduce High Cholesterol in Hindi
चिरायता को आयुर्वेद में बहुत ही शक्तिशाली औषधि माना जाता है। इसे कालमेघ के नाम से भी जाना जाता है और इसका वैज्ञानिक नाम एगड्रोग्राफिस पैनीकुलैटा - Andrographis Paniculata है। चिरायता का सेवन डायबिटीज, लिवर और हार्ट से जुड़ी बीमारियों में बहुत फायदेमंद होता है। आरोग्यं हेल्थ सेंटर के आयुर्वेदिक डॉ एसके पांडेय कहते हैं कि, "चिरायता में एंटीऑक्सीडेंट, हाइपोग्लाइकेमिक, पाचक, हेपेटोप्रोटेक्टिव, एंटीफंगल और पित्तशामक गुण होते हैं। शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर चिरायता के काढ़े का सेवन बहुत फायदेमंद होता है।" इसका सेवन हार्ट की बीमारियों के खतरे को कम करने में भी मदद करता है।
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चिरायता में एंटी-ऑक्सीडेंट, लैक्सेटिव, एंटी-इंफ्लेमेटरी, हेप्टोप्रोटेक्टिव, हाइपोग्लाइसेमिक और डाइजेस्टिव गुण पाए जाते हैं। इसका सेवन पेट से जुड़ी परेशानियों में भी फायदेमंद होता है। लिवर, हार्ट और किडनी की कार्यक्षमता बढ़ाने में भी इसका सेवन फायदेमंद होता है। शरीर के चयापचय यानी मेटाबॉलिज्म को मजबूत बनाने में भी इसका सेवन बहुत फायदेमंद होता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल में कैसे करें चिरायता का सेवन?- How To Eat Chirata In High Cholesterol in Hindi
चिरायता का काढ़ा बनाने के लिए आप सबसे पहले कच्चा या सूखा चिरायता लें। इसे दो कप पानी में डालकर अच्छी तरह से उबालें। जब पानी उबलकर आधा हो जाए तो इसे छान लें। इसे छानकर चाय की तरह से सेवन करें। नियमित रूप से सुबह के समय चिरायता के काढ़े का सेवन हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या में बहुत फायदेमंद होता है।
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हमारे शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल बनते हैं- एक हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन (HDL) जिसे गुड कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है और दूसरा लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (LDL) जिसे बैड कोलेस्ट्रॉल कहते हैं। शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की स्थिति हो ही हाई कोलेस्ट्रॉल कहते हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण दिखते ही सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लेकर इलाज लेना चाहिए और डाइट व लाइफस्टाइल ठीक करनी चाहिए।
(Image Courtesy: Freepik.com)
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