विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अपनी एक रिपोर्ट के माध्यम से गंभीर चेतावनी देते हुए बताया है कि बैक्टीरिया में जिस प्रकार से तेज़ बदलाव हो रहा है उससे आगे चलकर लोगों पर एंटीबायोटिक बेअसर हो जाएगा और कोई मामूली संक्रमण या जख़्म भी घातक सिद्ध होगा।
डब्ल्यूटीओ ने एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस सहित अपने पहले एंटीमाइक्रोबायल रेजिस्टेंस में इस बात का ख़ुलासा किया है कि यह गंभीर खतरा भविष्य के लिए पूर्वानुमान नहीं है, बल्कि यह दुनिया के हर हिस्से में हो रहा है।
डब्ल्यूटीओ ने अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया कि बैक्टीरिया में हो रहे इस बदलाव का दुनिया के सभी देशों में हर उम्र के लोगों पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है।
दरअसल एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस कम हो जाने पर बैक्ट्रिया में बदलाव के बाद संक्रमण के खतरे का सामना कर रहे लोगों में एंटीबायोटिक का कोई असर नहीं हो पाता। यह समस्या अब लोक स्वास्थ्य के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुकी है।
डब्ल्यूएचओ के स्वास्थ्य सुरक्षा सहायक महानिदेशक 'केइजी फुकुदा' ने बताया, "इससे प्रभावित होने वाले लोगों का त्वरित, समन्वित कार्रवाई के बिना दुनिया एक ऐसे उत्तर एंटीबायोटिक युग की ओर बढ़ रही है जिसमें सामान्य संक्रमण और मामूली जख्म भी जानलेवा हो जाएंगे।"