शरीर की जमा गंदगी को बाहर निकालने में यूरिन का मुख्य रोल होता है। किडनी शरीर के विषाक्त पदार्थों को फिल्टर करके यूरिन के द्वारा इनको बाहर निकलता है। लेकिन, कई बार ब्लैडर में यूरिन भरे होने के बावजूद व्यक्ति को पेशाब नहीं आता है या उसको बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। यह कई तरह की मेडिकल कंडीशन का संकेत हो सकती है। मुख्य रूप से यह यूरिनरी रिटेनशन की ओर संकेत करता है। कुछ मरीजों में यह स्थिति अस्थायी हो सकती है, जबकि, कुछ मामलों में यह लंबे समय तक बनी रहने वाली समस्या भी हो सकती है। इस लेख में मेंस क्लीनिक के यूरोलॉजिस्ट सीनियर कंसल्टेंट डॉ. अजित सक्सेना से जानते हैं कि ब्लैडर फुल होने पर भी यूरिन न आने की परेशानी क्यों होती है?
ब्लैडर फुल होने पर भी यूरिन न होने के क्या कारण हो सकते हैं? - Causes Of Not Passing Urine When Bladder Is Full In Hindi
मूत्र मार्ग में रुकावट (Urinary Obstruction)
जब व्यक्ति के यूरिनरी ट्रैक्ट में किसी तरर की रुकावट आती है तो इससे व्यक्ति के यूरिन का प्रवाह बाधित हो सकता है। डॉक्टर्स की मानें तो यूरिनरी ट्रैक्ट में रुकावट के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। इसमें प्रोस्टेट ग्लैंड का बढ़ना, किडनी में स्टोन होना, ट्यूमर और मूत्र मार्ग का कम होना आदि को शामिल किया जाता है।
न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर
ब्लैडर को नियंत्रति करने वाली नसों में किसी भी प्रकार की समस्या पेशाब न आने का कारण बन सकती है। इसमें स्ट्रोक, मल्टीपल स्क्लेरोसिस, रीढ़ की हड्डी में चोट लगना और डायबिटीक न्यूरोपैथी आदि को शामिल किया जाता है।
दवाइयों का दुष्प्रभाव (Effect of Medications)
एलर्जी व कुछ तरह की समस्याओं में दी जाने वाली दवाओं से ब्लैडर की मांसपेशियों पर असर पड़ता है। इससे पेशाब करने में परेशानी हो सकती है। डॉक्टर बताते हैं कि ब्लैडर की मांसपेशियों को प्रभावित कर सकती है। लेकिन, इन दवाओं का प्रभाव कुछ समय तक ही होता है।
संक्रमण (Urinary Tract Infection - UTI)
मूत्र संक्रमण के कारण मूत्राशय और मूत्र नली में सूजन हो सकती है, जिससे पेशाब करने में कठिनाई होती है। इसके लक्षणों में जलन, दर्द और बार-बार पेशाब की इच्छा शामिल हैं।
ब्लैडर की मांसपेशियों में कमजोरी (Weak Bladder Muscles)
कई बार ब्लैडर की मसल्स कमजोर हो जाती है, जिसकी वजह से वह संकुचित हो जाती है और ऐसे में यूरिन पूरी तरह से बाहर नहीं आता है। आयु, लंबे समय तक यूरिन रोकना और प्रसव के बाद लोगों को इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
इस स्थित से बचाव के लिए क्या करें?
- यदि पथरी या प्रोस्टेट बढ़ने के कारण यूरिनरी ट्रैक्ट में रुकावट आती है, तो डॉक्टर सर्जरी या दवाओं के माध्यम से इसका उपचार कर सकते हैं।
- न्यूरोलॉजिकल समस्या होने पर डॉक्टर फिजियोथेरेपी, दवाइयां, या अन्य उपचार सुझा सकते हैं।
- यदि किसी दवा के कारण यह समस्या हो रही है, तो डॉक्टर उसे बदल सकते हैं।
- किगेल व्यायाम (Kegel Exercises) करने से ब्लैडर की मांसपेशियां मजबूत हो सकती हैं।
- यदि कोई व्यक्ति पूरी तरह से पेशाब नहीं कर पा रहा है, तो डॉक्टर की सलाह पर कैथेटर का उपयोग कर सकता है।
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Causes Of Urinary Retention: ब्लैडर भरे होने के बावजूद पेशाब न आना एक गंभीर समस्या हो सकती है और इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे ब्लैडर में रुकावट, नर्वस सिस्टम की गड़बड़ी, दवाइयों का प्रभाव, संक्रमण, या मानसिक तनाव। यूरिन से जुड़ी समस्या को नजरअंदाज न करें, इस स्थिति में आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।