आप सभी ने स्पॉट फैट रिडक्शन के बारे में सोशल मीडिया पर कई बार सुना होगा। हालांकि, अक्सर लोग इस आइडिया को सच मानने से इनकार करते आए हैं। कई हेल्थ कोच और न्यूट्रिशनिस्ट के हिसाब से यह आदि सच हो ही नहीं सकता है। आपको जानकार हैरानी होगी कि सर्च इंजन गूगल पर स्पॉट फैट रिडक्शन के आईडिया को मिथ यानी मिथकों में काउंट किया जाता है। अब आप सोच रहे होंगे कि अगर ज्यादातर लोग इस वजन घटाने के इस आइडिया के खिलाफ हैं, तो आज हम लोग इसपर बात ही क्यों कर रहे हैं? दरअसल, एक स्टडी में सामने आया है कि स्पॉट फैट रिडक्शन कोई मिथ नहीं है। इस तरह वजन घटाया जा सकता है। इस बारे में सेलिब्रिटी न्यूट्रिशन कोच रयान फर्नांडो ने एक वीडियो शेयर किया है। इसमें रयान ने विस्तार से और आसान शब्दों में बताया है कि स्टडी किस तरह की गई और इसमें क्या सामने आए है। आइए इस बारे में जानते हैं।
स्पॉट फैट रिडक्शन क्या है?
स्पॉट रिडक्शन का मतलब शरीर के किसी एक हिस्से का फैट कम करना होता है है। अगर आसान शब्दों में उदाहरण के साथ समझाएं, तो इस प्रक्रिया में शरीर के किसी खास हिस्से से फैट कम करने के लिए उस हिस्से को लक्षित करने वाली एक्सरसाइज को रूटीन में शामिल किया जाता है। उदाहरण के लिए, पेट की चर्बी कम करने के लिए सिट-अप करना या जांघों की चर्बी कम करने के लिए स्क्वाट करना। हालांकि, ज्यादातर फिटनेस कोच, मेडिकल प्रोफेशनल्स और फिजियोलॉजिस्ट इस दावे को मिथक से ज्यादा कुछ नहीं मानते हैं।
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क्या कहती है स्टडी?
न्यूट्रिशन कोच ने इस वीडियो में नेशनल सेंटर ऑफ बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन का जिक्र किया है। उन्होंने बताया कि स्पॉट फैट रिडक्शन को लेकर एक स्टडी हुई। इस स्टडी के लिए 43 साल के कम से कम 16 मोटापे का सामना कर रहे लोगों को इकठ्ठा किया गया। इन्हें 2 ग्रुप्स में बांट दिया गया। पहले ग्रुप को एंड्यूरेंस ट्रेनिंग (Endurance Training) दी गई। वहीं, दूसरे ग्रुप को एंड्यूरेंस के साथ एब्डोमिनल एक्सरसाइज भी कराई गई। इस स्टडी में सामने आया कि दूसरे ग्रुप के लोग पहले ग्रुप के मुकाबले पेट से 4 से 5 प्रतिशत ज्यादा फैट बर्न कर पा रहे थे।
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वजन घटाते वक्त स्पॉट फैट रिडक्शन करें या नहीं?
इस सवाल का जवाब इंसान की स्ट्रेंथ और सेहत पर निर्भर करता है। अगर आप वजन घटाते समय शरीर के किसी एक हिस्से पर ज्यादा फोकस करना चाहते हैं, तो अपनी बाकि एक्सरसाइज के साथ उस एक हिस्से से जुड़ी एक्सरसाइज करना न भूलें। इससे शरीर के एक हिस्से से ज्यादा फैट बर्न हो सकता है। हालांकि, आपको अपने डेली रूटीन में किसी भी तरह का बदलाव करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
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स्पॉट फैट रिडक्शन पूरी तरह से काम करता है या नहीं, इस बात की पुख्ता जानकारी नहीं है। हालांकि, अगर आप अपने वर्कआउट रूटीन में किसी एक अंग से फैट घटाने वाली एक्सरसाइज को शामिल कर सकते हैं। यह पूरी तरह से इंसान की क्षमता पर डिपेंड करता है। आपको स्पॉट फैट रिडक्शन पर पूरा भरोसा भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि हर इंसान का शरीर अलग होता है। ऐसे में एक्सरसाइज करने से बॉडी पर होने वाला असर भी अलग हो सकता है। कुल मिलाकर एक्सरसाइज में बदलाव करने से आपको फायदा होगा या नहीं, इस बात की पुख्ता जानकारी नहीं है।