मोटापे भी बढ़ाता है कई तरह के कैंसर का खतरा, डॉक्टर से जानें कौन-कौन से हैं वो कैंसर

मोटापा कई तरह की बीमारियों के साथ ही कैंसर का भी कारण बन सकता है। आगे जानें इसे बारे में विस्तार से   
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मोटापे भी बढ़ाता है कई तरह के कैंसर का खतरा, डॉक्टर से जानें कौन-कौन से हैं वो कैंसर

आज भी भारत में कैंसर को एक गंभीर रोग के रूप में जाना जाता है। इसके बारे में सोचते ही लोगों को सामान्य रूप से लगता है कि सिगरेट, शराब व तंबाकू का सेवन करने से यह रोग हो सकता है। लेकिन, यह सोचना गलत है, जानकारों का मानना है कि मोटापा भी कई तरह के कैंसर का कारण बन सकता है। मोटापे के कारण डायबिटीज और हाई बीपी की समस्या होना एक आम बात है। लेकिन हाल में हुई स्टडी से पता चला है कि मोटापा कई तरह के कैंसर होने की संभावना को बढ़ा सकता है। हालांकि इसके अंतिम नतीजों पर और अध्ययन किया जाना है। लेकिन, स्टडी बताती है कि मोटापा लोगों के लिए परेशानी का एक बड़ा कारण बन सकता है। गंगाशील अस्पताल के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी के डॉ. सौरभ सिंह से जानते हैं कि मोटापा और कैंसर के बीच क्या संबंध हो सकता है।  

मोटापा कैंसर का कारण बन सकता है?

अध्ययनों से पता चला है कि मोटापा कई प्रकार के कैंसर का जोखिम बढ़ा सकता है। इससे ब्रेस्ट कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, पैंक्रियाटिक कैंसर, ओवरियन कैंसर, एंडोमेट्रियल कैंसर, किडनी व लिवर कैंसर को शामिल किया जा सकता है। स्टडी में इन कैंसर व मोटापे के बीच संबंध पाया गया। वहीं अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के एक अन्य स्टडी से भी इस बात का पता चलता है कि उम्र के बढ़ने से बी लोगों को कैंसर का खतरा हो सकता है। 

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मोटापा कैंसर का कारण कैसे बनता है? How Obesity Can Causes Of Cancer in Hindi 

2018 में लैंसेट ऑन्कोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन में अनुमान लगाया गया कि भारत में कैंसर के लगभग 4.5 प्रतिशत मामले अधिक वजन और मोटापे के कारण थे।

फैट टिश्यू जिसे एडिपोज़ टिश्यू के रूप में भी जाना जाता है, एस्ट्रोजेन का उत्पादन अधिक मात्रा में करता है, जो स्तन, पैंक्रियाटिक, एंडोमेट्रियल और कुछ अन्य प्रकार के कैंसर से जुड़ा हुआ है। दूसरे, मोटापे का मतलब हाई बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) है। बीएमआई बढ़ने से इंसुलिन रेसिसटेंश के नेचुरल प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं। इससे इंसुलिन के उत्पादन जिसे हाइपरिन्सुलिनमिया कहा जाता है। इस स्थिति में इंसुलिन ग्रोथ फैक्टर 1 नामक हार्मोन बढ़ सकता है। यह हार्मोन सेल के ग्रोथ में सहायक होता है। इंसुलिन ग्रोथ फैक्टर 1 का बढ़ना कई तरह के कैंसर से जुड़ा होता है। इससे कोलन, रीनल, प्रोस्टेट और एंडोमेट्रियल कैंसर हो सकता है। 

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इस वजह से डॉक्टर लोगों को मोटापे को कंट्रोल करने की सलाह देते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि मोटापा व्यक्ति की सेहत पर कई गंभीर प्रभाव दिखा सकता है। इससे बचने के लिए लोगों को मोटापे को कम करना चाहिए। दरअसल, आजकल के समय में शारीरिक गतिविधियों में कमी और खानपान की आदतों में आए बदलाव की वजह से लोगों को मोटापा बढ़ने लगा है। ऐसे में लोगों को नियमित एक्सरसाइज व शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाना चाहिए और अनहेल्दी खाना खाने से बचना चाहिए। इससे मोटापे को कंट्रोल किया जा सकता है। 

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