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Khushkhabri With IVF: क्या बार-बार आईवीएफ करने से बेस्ट कैंसर हो सकता है? डॉक्टर से समझें

कुछ महिलाओं को बार-बार आईवीएफ से गुजरना पड़ता है। ऐसे में महिलाओं के मन में कई तरह की सवाल उठते हैं। इस लेख में जातने हैं कि क्या इससे ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है?
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Khushkhabri With IVF: क्या बार-बार आईवीएफ करने से बेस्ट कैंसर हो सकता है? डॉक्टर से समझें


Khushkhabri with IVF: आज के दौर में करियर को बनाने व अन्य कारणों के चलते अधिकतर युवा देरी से शादी करते हैं। अधिक उम्र में शादी करने के कारण प्रेग्नेंसी से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। शादी के बाद ज्यादातर कपल्स के ऊपर कंसीव करने और फैमिली को आगे बढ़ाने का प्रेशर रहता है। डॉक्टर्स और एकस्पर्ट्स का कहना है कि बढ़ती उम्र, अनियमित खानपान, लाइफस्टाइल में बदलाव, तनाव के चलते लोगों को गर्भधारण करने से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आज के समय में अधिकतर युवाओं को गर्भधारण से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन, इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। डॉक्टर महिला व पुरुष दोनों की जांच के बाद के बाद इंफर्टिलिटी के कारणों का पता लगाकर इलाज शुरू कर सकते हैं। लेकिन, कुछ महिलाओं को इलाज के बाद भी किसी तरह के फायदे नहीं मिल पाते हैं। ऐसे में डॉक्टर महिला व पुरुष को आईवीएफ प्रक्रिया को चुनने की सलाह देते हैं।

इंटरनेट पर आईवीएफ से जुड़ी समस्याओं का सही और सरल जवाब उपलब्ध नहीं है। इस समस्या को देखते हुए ओनलीमायहेल्थ ने Khushkhabri with IVF सीरीज को शुरू किया है। इसमें आईवीएफ के विशेषज्ञों से इससे जुड़े सभी प्रश्नों का जबाव दिया जाता है। आज की इस सीरीज में यशोदा फर्टिलिटी एंड आईवीएफ सेंटर कड़कड़डूमा की इन्फ़र्टिलिटी और आईवीएफ कंसलटेंट डॉ. स्नेहा मिश्रा से जानते हैं कि क्या आईवीएफ प्रक्रिया के बार-बार अपनाने से ब्रेस्ट कैंसर की समस्या हो सकती हैं?

IVF और ब्रेस्ट कैंसर के बीच क्या कनेक्शन होता है?

स्टडी से पता चलता है कि IVF प्रक्रिया के दौरान, महिलाओं को हार्मोनल मेडिसिन दी जाती हैं, जो ओवरी को स्टिम्यूलेट करते है। इन मेडिसिन में मुख्य रूप से एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन शामिल होते हैं। चूंकि ब्रेस्ट कैंसर का संबंध हार्मोनल असंतुलन से हो सकता है, ऐसे में कुछ दुर्लभ मामलों में बार-बार IVF कराने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। लेकिन, इस तरह की तरह की कोई ठोस तथ्य नहीं मिलते हैं। सामान्य रूप से आईवीएफ प्रक्रिया बेहद ही सुरक्षित और कारगर प्रक्रिया मानी जाती है।

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क्या IVF को बार-बार कराने से अन्य समस्याओं को जोखिम बढ़ सकता है?

दरअसल बार-बार आईवीएफ कराने से होने वाले हार्मोनल बदलाव का शरीर पर कई तरह के दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं। अगर, किसी महिला को पहले से कैंसर से जुड़ी समस्या है तो ऐसे में बार-बार आईवीएफ कराने से कैंसर गंभीर रूप धारण कर सकता है। कैंसर महिला की मौजूदा स्वास्थ्य स्थितित आयु, फैमिली हिस्ट्री और लाइफस्टाइल पर निर्भर करती है।

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IVF प्रक्रिया को बार-बार करने से क्या जोखिम होते हैं?

ओवेरियन हाइपरस्टिमुलेशन सिंड्रोम (OHSS)

IVF के दौरान ओवरी को उत्तेजित करने के लिए दी जाने वाली दवाएं कभी-कभी अत्यधिक प्रतिक्रिया दे सकती हैं, जिससे OHSS हो सकता है। इसके लक्षणों में पेट में सूजन, दर्द, मतली और सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं।

हार्मोनल असंतुलन

IVF प्रक्रिया में हार्मोन का उपयोग करने से शरीर के नेचुरल हार्मोनल बैलेंस को प्रभावित कर सकता है, जिससे महिलाओं को थकान, मूड स्विंग, और वजन बढ़ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

प्रेग्नेंसी से जुड़ी समस्याएं

बार-बार आईवीएफ प्रक्रिया कराने से मल्टीपल प्रेग्नेंसी (जुड़वां या अधिक बच्चे), प्रीमैच्योर डिलीवरी और कुछ मामलों में अर्बोशन का खतरा बढ़ सकता है।

मानसिक स्वास्थ्य पर असर

IVF प्रक्रिया शारीरिक के साथ-साथ मानसिक रूप से भी चुनौतीपूर्ण हो सकती है। असफल IVF चक्र महिलाओं और उनके परिवारों पर मानसिक तनाव डाल सकता है।

बार-बार IVF प्रक्रिया से होने वाली समस्याओं से कैसे बचाव करें?

  • IVF प्रक्रिया शुरू करने से पहले और इसके दौरान नियमित रूप से हेल्थ चेकअप करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। डॉक्टर के कहने पर मैमोग्राफी और हार्मोनल टेस्ट कराएं।
  • बार-बार IVF कराने से बचें। डॉक्टर की सलाह के अनुसार IVF प्रक्रिया को एक निश्चित योजना के तहत करें।
  • स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से न केवल IVF की सफलता दर बढ़ सकती है, बल्कि ब्रेस्ट कैंसर का खतरा भी कम हो सकता है।
  • यदि आपके परिवार में किसी सदस्य को पहले से ब्रेस्ट कैंसर है, तो IVF शुरू करने से पहले इस बात की जानकारी डॉक्टर को दें। यह डॉक्टर को सही उपचार योजना बनाने में मदद करेगा।

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बार-बार IVF कराने से हार्मोनल दवाओं का उपयोग बढ़ सकता है, जिससे ब्रेस्ट कैंसर का खतरा थोड़ा हो सकता है। आईवीएफ उपचार में सफलता के लिए निगेटिव विचारों से दूर रहें। KhushKhabriWithIVF की सीरीज की यह जानकारी आप आपने दोस्तों और साथियों के शेयर करें।

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