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क्या लो ब्लड प्रेशर से ब्रेन फॉग हो सकता है? डॉक्टर से जानें

Low bp and brain Fog: लो बीपी की समस्या कई बार एक गंभीर रूप ले सकती है। इसकी वजह से आपकी सोचने और समझने की शक्ति प्रभावित हो सकती है। ऐसी स्थिति में आपको ब्रेन से जुड़ी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। कैसे, आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
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क्या लो ब्लड प्रेशर से ब्रेन फॉग हो सकता है? डॉक्टर से जानें

Low bp and brain Fog: गर्मियों में अक्सर लोगों को लो बीपी की समस्या हो जाती है। इसकी एक बड़ी वजह है डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी हो जाना। दरअसल, जब आपका शरीर पानी की कमी से गुजर रहा होता है शरीर का ब्लड सर्कुलेशन और दिल का काम काज प्रभावित होता है। दरअसल, जब आपका ब्लड प्रेशर लो होता है तो आपके शरीर के तमाम अंगों में ऑक्सीजन और न्यूट्रिएंट्स की कमी हो जाती है। इसकी वजह से शरीर का ब्लड सप्लाई प्रभावित हो सकता है (low bp may cause low blood supply) और इसका असर आपके ब्रेन पर भी नजर आ सकता है। ब्लड प्रेशर में तेजी गिरावट का मतलब यह हो सकता है कि आपके शरीर के कुछ हिस्सों में पर्याप्त ब्लड सप्लाई न हो रहा हो। इसकी वजह से व्यक्ति में ब्रेन फॉग के लक्षण भी देखे जा सकते हैं। इस पूरी स्थिति को समझने के लिए हमने Dr. Prashant Makhija, Consultant Neurologist at Wockhardt Hospitals, Mumbai Central से बात की।

ब्रेन फॉग क्या है-What is brain fog in hindi

ब्रेन फॉग एक आम शब्द है जिसका इस्तेमाल कई तरह की संज्ञानात्मक समस्याओं (cognitive issues) का वर्णन करने के लिए किया जाता है, जिसमें

हालांकि, यह अपने आप में कोई बीमारी नहीं है, लेकिन ब्रेन फॉग कई अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्याओं का लक्षण हो सकता है जिनमें से एक मस्तिष्क में रक्त की आपूर्ति में कमी है। इसे ऐसे समझें कि मस्तिष्क को ठीक से काम करने के लिए ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की निरंतर और पर्याप्त आपूर्ति की जरूरत होती है। यह रक्तप्रवाह के माध्यम से पहुंचाया जाता है।

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ब्रेग फॉग की वजह-Causes of brain fog

जब मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है एक स्थिति पैदा होती जिसे सेरेब्रल हाइपोपरफ्यूजन (cerebral hypoperfusion) के रूप में जाना जाता है। यह संज्ञानात्मक कार्य को खराब कर सकता है। यह कई कारणों से हो सकता है, जिसमें

  • -लो ब्लड प्रेशर (low bp)
  • - संकुचित या अवरुद्ध धमनियां (narrowed or blocked arteries)
  • -हृदय की समस्याएं (heart problems)
  • -डिहाइड्रेशन (dehydration) शामिल हैं।
brain_fog_symptoms

गर्मियों में लो बीपी और डिहाइड्रेशन से ब्रेन फॉग का खतरा

अगर इन कारणों पर ध्यान दें तो गर्मियों में ब्रेन फॉग की एक बड़ी वजह लो बीपी और डिहाइड्रेशन है जो कि ब्रेन के काम काज को पूरी तरह से प्रभावित करती है और ब्रेग फॉग के लक्षणों को पैदा करती है। इसकी वजह से व्यक्ति के सोचने और समझने की गति प्रभावित हो सकती है और ब्रेन का काम काज प्रभावित हो सकता है। ब्लड सर्कुलेशन में हल्की कमी भी, छोटी लेकिन लगातार संज्ञानात्मक समस्याओं को जन्म दे सकती है, जिससे लोगों को ध्यान केंद्रित करने, जानकारी को संसाधित करने या यादों को याद करने में कठिनाई हो सकती है।

इन बीमारी वाले लोगों को रहना चाहिए सचेत

ब्रेन फॉग का खतरा कुछ बीमारी वाले लोगों में ज्यादा हो सकता है। विशेष रूप से एनीमिया, क्रोनिक थकान सिंड्रोम या हृदय रोग जैसी स्थितियों वाले व्यक्तियों में आप इसे ज्यादा देख सकते हैं। कुछ मामलों में, मस्तिष्क में कम रक्त की आपूर्ति अधिक गंभीर न्यूरोलॉजिकल विकारों से जुड़ी हो सकती है, जैसे कि वैस्कुलर डिमेंशिया (vascular dementia) या मिनी-स्ट्रोक (ischemic attacks)।

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इसलिए, ब्रेन फॉग के बार-बार होने वाले लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना जरूरी है, खासकर जब चक्कर आना, थकान या सिरदर्द के साथ हो। कम रक्त प्रवाह के कारण होने वाले ब्रेन फॉग को मैनेज किया जाता सकता है। इसमें हृदय स्वास्थ्य में सुधार, अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहना, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करना और आहार और जीवनशैली में बदलाव करना शामिल हो सकता है। कुछ मामलों में, डॉक्टर की मदद लेनी पड़ सकती है।

साथ ही अगर आप लगातार ब्रेन फ़ॉग का अनुभव कर रहे हैं, तो किसी भी गंभीर समस्या से निपटने के लिए डॉक्टर की मदद लें और फिर इस स्थिति से अपना बचाव करें। प्रारंभिक लक्षणों की पहचान और संज्ञानात्मक स्पष्टता और मस्तिष्क स्वास्थ्य में सुधार ला सकता है और आपको इस समस्या से बचा सकता है।

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