
गर्मियां शुरू होने के साथ ही पसीने की समस्या भी शुरू हो जाती है। दरअसल, शरीर को ठंडा रखने के लिए स्वेट ग्लैंड से पसीना निकलता है, जो शरीर के तापमान को कंट्रोल करने में मदद करता है। पसीने और इससे आने वाली बदूबू किसी को भी परेशान कर सकती है। इसके समाधआन के लिए लोग मार्केट के डिओडोरेंट का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं, जो पसीने की बदबू कम करने में मदद कर सकती है। वहीं कुछ लोगों का मानना होता है कि डिओडोरेंट के इस्तेमाल से अंडर आर्म्स डार्क होने लगते हैं। लेकिन क्या यह सच में सही है? इस बारे में जानने के लिए हमने बात की मेरठ के स्पर्श स्किन केयर एंड लेजर सेंटर के सीईओ एंड डर्मेटालजिस्ट डॉक्टर अनुराग आर्य से, जिसे हम इस लेख के माध्यम से आपसे साझा करेंगे।
अंडर आर्म्स डार्क होने के कारण (Dark Underarm Reason In Hindi)
1. ज्यादा शेविंग करना
शेविंग करने से त्वचा के अनचाहे बालों को हटाना आसान होता है। लेकिन बार-बार शेविंग करना भी डार्क स्किन का कारण बन सकता है। त्वचा में मेलानोसाइट्स बढ़ने से अंडर आर्म्स डार्क हो सकते हैं। बार-बार शेविंग करना स्किन को इरीटेट करता है, जो त्वचा में मेलानोसाइट्स बढ़ाने का कारण बन सकता है।
2. हाइपरपिगमेंटेशन
स्किन में मेलेनिन और मेलानोसाइट्स बढ़ने के कारण स्किन डार्क होने लगती है, जिसे हाइपरपिगमेंटेशन की स्थिति कहा जा सकता है। इसका मुख्य कारण हार्मोन में बदलाव आना होता है।
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3. हार्मोन्स में बदलाव
कई बार हार्मोन्स में बदलाव होने के कारण भी त्वचा डार्क होने लगती है, जो अंडर आर्म्स डार्क होने का कारण बन सकता है।
4. जरूरत से ज्यादा एक्सफोलिएट करना
स्किन की गहराई से सफाई करने के लिए एक्सफोलिएट करना फायदेमंद माना जाता है। लेकिन अगर आप जरूरत से ज्यादा एक्सफोलिएट करते हैं, तो इसके कारण त्वचा डैमेज हो सकती है। इसके कारण त्वचा को वह हिस्सा डार्क पड़ सकता है।
5. टाइट कपड़े पहनना
टाइट कपड़े पहनना भी अंडर आर्म्स के डार्क होने का कारण हो सकता है। इसके कारण त्वचा में लगातार टकराव होता रहता है। इसके कारण त्वचा में पसीना भी बढ़ता है, जो स्किन को डार्क करने का कारण बनता है।
क्या डिओडोरेंट अंडर आर्म्स काला कर सकते हैं?
एक्सपर्ट के मुताबिक जिन लोगों को एलर्जी डर्मेटाइसिस की परेशानी होती है, उन्हें डिओडोरेंट के इस्तेमाल से एलर्जी हो सकती है। डिओडोरेंट तैयार करने के लिए पैराबेन, अल्कोहल और आर्टिफिशियल फ्रेगरेंस का इस्तेमाल किया जाता है। यह त्वचा में सेंसिटिवनेस और एलर्जी पैदा कर सकता है। वहीं कई एंटीपर्सपिटैंट में एलुमिनियम इस्तेमाल किया जाता है, जो स्वेट ग्लैंड को बंद करके ड्राईनेस और पिगमेंटेशन कर सकता है। अगर इन केमिकलयुक्त डिओडोरेंट को लंबे समय तक इस्तेमाल किया जाए, तो यह अंडर आर्म्स को डार्क भी कर सकती हैं।
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केमिकलयुक्त डिओडोरेंट का ज्यादा इस्तेमाल करना स्किन को डार्क करने का कारण बन सकता है। स्वेट कंट्रोल करने और पसीने की बदबू के लिए आप एक्सपर्ट की सलाह पर नैचुरल प्रोडक्ट का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।