Doctor Verified

सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है कंजक्टिवाइटिस का खतरा? जानें डॉक्टर से

सर्दियों के मौसम में व्यक्ति को कई समस्याएं होती हैं। इन्हीं में से एक कंजक्टिवाइटिस भी है। आइए जानते हैं कि सर्दियों में कंजक्टिवाइटिस की समस्या क्यों बढ़ जाती है? 
  • SHARE
  • FOLLOW
सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है कंजक्टिवाइटिस का खतरा? जानें डॉक्टर से

Can Cold Weather Cause Conjunctivitis: सर्दियों को 'बीमारी का घर' भी कहा जाता है। इस मौसम में हर उम्र के लोगों को कोई न कोई मौसमी बीमारी परेशान कर सकती है। सर्दियों में दिखने वाली कई बीमारियों में से एक कंजक्टिवाइटिस भी है। यह आंख की बीमारी है, जिसे आमतौर पर पिंक आई (Pink Eye) भी कहा जाता है। बता दें कि पर्यावरण और व्यवहार संबंधी कारकों की वजह से सर्दियों में कंजक्टिवाइटिस का खतरा बढ़ जाता है। इस बारे में हमने गुरुग्राम स्थित मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल के क्लीनिकल डायरेक्टर- ऑप्थल्मोलॉजी, डॉ. शिबल भारतीय से बात की है। आइए जानते हैं कि सर्दियों में कंजक्टिवाइटिस का खतरा क्यों बढ़ जाता है?

सर्दियों में क्यों बढ़ता है कंजक्टिवाइटिस का खतरा?- Why do I get Conjunctivitis in the Winter in Hindi

pink eye

सर्दियों में कंजक्टिवाइटिस का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि आमतौर पर लोग घर के अंदर ही एक-दूसरे के करीब रहना पसंद करते हैं। ऐसे में वायरल और बैक्टीरियल संक्रमणों का प्रसार बढ़ सकता है। साथ ही, बाहर से आने वाली शुष्क हवा (Dry Air) और घर के अंदर इस्तेमाल होने वाले हीटिंग सिस्टम के कारण आंखों में जलन पैदा हो सकती है, जो आंखों की प्राकृतिक आंसू फिल्म (Natural Tear Film) को नुकसान पहुंचाती है।

इसके अलावा, सर्दियों में नमी की कमी के कारण आंखों के आस-पास की स्किन सूखी और फटी हुई महसूस होती है। इससे रोगाणु आंख के अंदर जा सकते हैं। साथ ही, सर्दियों में लोग अपने घरों को पूरी तरह बंद रखने की कोशिश करते हैं। ऐसे में खराब वेंटिलेशन की वजह से कंजंक्टिवाइटिस पैदा करने वाले वायरस हवा के माध्यम से आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।  

कंजंक्टिवाइटिस क्या है?- What is Conjunctivitis

कंजंक्टिवाइटिस की यह समस्या तब होती है, जब आंख के एक भाग कंजंक्टिवा (Conjunctiva) में एलर्जी या संक्रमण के कारण सूजन हो जाती है। बता दें कि कंजंक्टिवा एक पतला टिशू है, जो आंख के सफेद भाग की बाहरी सतह और पलकों की अंदरूनी सतह को कवर करता है। यह पलकों और आईबॉल को नम रखने में मदद करता है। कंजंक्टिवाइटिस की यह समस्या एक या दोनों आंखों में हो सकती है। यह बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकती है।

इसे भी पढें- Eye Flu: आई फ्लू (कंजंक्टिवाइटिस) कैसे फैलता है? डॉक्टर से जानें 

सर्दियों में कंजक्टिवाइटिस से कैसे करें बचाव?- How to Prevent Conjunctivitis in Hindi

  •  सर्दियों में अपनी आंखों को कंजक्टिवाइटिस से बचाने के लिए आपको सफाई का खास ख्याल रखना चाहिए। इसके लिए आपको अपनी आंखों को हाथों से नहीं छूना चाहिए। अपने हाथों को आंखों पर लगाने से पहले धोएं।  
  • आपको तौलिया, तकिया, आई कॉस्मेटिक्स जैसी पर्सनल चीजों को किसी और से साझा नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही, आपको रूमाल, तकिए के कवर, तौलिये आदि सभी कपड़ों को बिना धोए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
  • अगर किसी व्यक्ति को कंजक्टिवाइटिस है, तो उस व्यक्ति के संपर्क में न आएं। आपको उस व्यक्ति के कपड़ों और पर्सनल चीजों को अच्छी तरह से धोना चाहिए।
  • इसके अलावा, अगर आप सर्दी-जुकाम की समस्या का सामना कर रहे हैं, तो हाथों को अक्सर धोते रहें। इससे भी कंजक्टिवाइटिस की समस्या हो सकती है।
  • ध्यान रखे कि अगर आपको कंजक्टिवाइटिस है, तो कॉन्टैक्ट लेंस न पहनने हैं। अगर आप कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते हैं, तो संक्रमण होने के बाद और यह इन्फेक्शन सही होने के बाद भी 48 घंटे तक लेंस पहनने की गलती न करें।  

इसे भी पढें- कंजंक्टिवाइटिस (लाल आंखें) होने पर नजर आते हैं ये 6 लक्षण, जानें कैसे करें मैनेज

ध्यान रखें कि कंजक्टिवाइटिस की समस्या होने पर आपको आंख लाल दिखने लगती है। इस स्थिति में आंख में पपड़ी या मवाद आता है, आंखों में जलन होती है और चिपचिपाहट बनी रहती है। अगर आपको ये लक्षण नजर आ रहे हैं, तो ऊपर बताई सावधानियों का ख्याल रखें और डॉक्टर की सलाह लें।

Read Next

स्लीप एप्निया (नींद की बीमारी) को मैनेज करने के लिए करें वेट लॉस, जानें कितना वजन घटाना है जरूरी

Disclaimer