
डेस्क जॉब के कारण लगातार एक ही पोजीशन पर बैठकर काम करने वालों की समस्या सिर्फ बैक पेन या नेक पेन तक ही सीमित नहीं है। कई लोगों को घंटों एक ही जगह पर बैठकर काम करने से काल्फ पेन की भी परेशानी होने लगती है। पैरों के घुटनों से पंजों के बीच के हिस्से को काल्फ मसल्स कहते हैं। काल्फ में होने वाले दर्द को साधारण सा दर्द समझकर नजरअंदाज ना करें। इस दर्द की वजह से आपको शारीरिक अन्य परेशानी बढ़ सकती है। काल्फ में पेन होने के कई कारण हो सकते हैं। आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से विस्तार से काल्फ पेन की जानकारी विस्तार से बताने जा रहे हैं।
क्या है काल्फ पेन? (What is Calf pain)
सुमित्रा हॉस्पिटल के डॉक्टर अंकिल गुप्ता बताते हैं कि पिंडली में दर्द यानी काल्फ पेन एक आम दर्द की तरह ही होता है। यह समस्या होने पर व्यक्ति को दौड़ने, चलने और कूटने में काफी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पिंडली में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं। कभी-कभी अधिक चलने या फिर टांगों के अधिक प्रयोग से भी टांग के निचले हिस्से (पिंडली) में खिंचाव आ जाता है, जिसके कारण दर्द शुरू हो सकता है। इसके साथ ही डाइट में कुछ बदलावों के कारण भी पिंडली में ऐंठन की शिकायत हो सकती है।
काल्फ पेन (पिंडली में दर्द) के कारण (causes of calf Pain)
एक्सपर्ट के मुताबिक, काल्फ पेन होने के दो मुख्य कारण होते हैं, पहला काल्फ मसल्स का अधिक इस्तेमाल करने से काल्फ में खिंचाव आना। दूसरा काल्फ मसल्स का बिल्कुल भी प्रयोग ना करने से मांसपेशियों में संकुचन के कारण भी काल्फ पेन हो सकता है। इसके अलावा काल्फ पेन के अन्य कारण भी हैं। आइए जानते हैं इस बारे में-
हील का कारण हो सकता है काल्फ पेन
अधिकतर महिलाओं में काल्फ पेन का कारण हिल्स होती है। महिलाएं हिल्स पहनना काफी ज्यादा पसंद करती हैं। काल्फ पेन हिल्स पहनने के साइड इफेक्ट्स में से एक है। इसके अलावा हिल्स पहनने के कारण आपको बैक पेन जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं।
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डेस्क जॉब के कारण हो सकता है पिंडली में दर्द
डेस्क जॉब करने वालों को भी काल्फ पेन की परेशानी हो सकती हैं। कई-कई घंटों तक एक ही जगह पर बैठे रहने से काल्फ की मांसपेशियां सिकुड़ जाती हैं, जिसके कारण काल्फ में दर्द शुरू हो सकता है। इसके अलावा बैठे-बैठे डायजेस्टिव सिस्टम पर इसका प्रभाव पड़ता है। डायजेशन सिस्टम सही ना होने से पूरे शरीर को न्यूट्रिशन सही से नहीं मिल पाता है। इस वजह से भी काल्फ में दर्द शुरू हो जाता है।
ब्लड सर्क्युलेशन के कारण बढ़ता है काल्फ पेन का दर्द
कई-कई घंटों तक एक जगह पर बैठकर काम करने से पैरों की मसल्स में ब्लड सर्क्युलेशन सही से नहीं हो पाता है, जिसके कारण आपके मसल्स में दर्द और ऐंठन जैसी परेशानी शुरू हो जाती है। इसके अलावा कई बार पैरों की नसें चढ़ने के कारण पैरों में मूवमेंट करने में परेशानी होती है।
इन कारणों से लोगों को काल्फ पेन शुरू हो सकता है। इसके अलावा कई अन्य कारण भी है, जिसकी वजह से व्यक्ति को काल्फ पेन की परेशानी हो सकती है। जैसे- साइटिका, डायबिटिक पेरिफेरल न्यूरोपैथी (Diabetic peripheral neuropathy), डीप वेन थ्रोम्बोसिस इत्यादि परेशानियों के कारण भी व्यक्ति को काल्फ पेन शुरू हो सकता है।
काल्फ पेन (पिंडली में दर्द) के लक्षण (Symptoms of Calf Pain)
- पिंडलियों में (काल्फ मसल्स) में सूजन होना।
- काल्फ स्किन का रंग नीला पड़ना
- पैरों और काल्फ में झुनझुनाहट महसूस होना या काल्फ का हिस्सा सुन्न होना
- पैरों में कमजोरी महसूस होना
- काल्फ का रंग लाल होना या गर्म होना
- घुटनों के बीच अधिकतर समस्य दर्द, ऐंठन या सुन्नता महसूस होना
- अधिक देर तक काम करने में परेशानी होना।
- पेट से जुड़ी परेशानी बढ़ना
- गैस, खट्टी डकार और अपच
डॉक्टर के पास कब जानें की है जरूरत?
- काल्फ की स्किन छूने पर दर्द और गर्म जैसा महसूस होना।
- एड़ियां ना उठा पाना
- टांगों पर अधिक वजन ना डाल पाना
- टांगों में झुनझुनी और सुन्न जैसा महसूस होना।

काल्फ पेन का इलाज (Treatment of Calf Pain)
ओटीसी दवाएं
पिंडलियों में दर्द की परेशानी बढ़ने पर कुछ डॉक्टर्स मरीजों को कुछ दवाईयां लेने की सलाह देने हैं। ध्यान रहे कि डॉक्टर के संपर्क के बिना दवाएं ना खाएं। यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है।
R.I.C.E. (रेस्ट, आइस, कम्प्रेशन एवं एलिवेशन)
काल्फ पेन से परेशान व्यक्ति पर डॉक्टर R.I.C.E विधि अपनाते हैं। यह प्रक्रिया बहुत ही आसान है। इसमें दर्द वाले हिस्से पर आइस से सिंकाई की जाती है और इस दौरान मरीज के पैर को एलिवेट किया जाता है। आइस पैक से सिंकाई 20 मिनट से अधिक ना करें। इससे मरीजों में कुछ साइड इफेक्ट्स दिख सकते हैं।
स्ट्रेचिंग
इसके अलावा डॉक्टर कुछ मरीजों को स्ट्रेचिंग करने की सलाह देते हैं। स्ट्रेचिंग करने से काल्फ पेन की परेशानी से राहत मिल सकता है। अगर आप नियनमित रूप से स्ट्रेचिंग करते हैं, तो इससे आपको काल्फ पेन की परेशानी नहीं होगी।
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काल्फ पेन से बचाव (Prevention of calf Pain)
- अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखें। शरीर में पानी की कमी से भी काल्फ पेन की परेशानी हो सकती है।
- नियमित रूप से स्ट्रेचिंग करें। इससे आपको दर्द से राहत मिलता है।
- काल्फ पेन से बचाव के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज जरूरी होता है।
- बॉडी मसाल करने से भी काल्फ पेन की परेशानी से राहत पाया जा सकता है।
- संतुलित आहार का सेवन करें। आपके शरीर को संपूर्ण पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इन पोषक तत्वों की वजह से शरीर में दर्द की परेशानी हो सकती है।
- शराब और धूम्रपान से बचें।
- वजन को कंट्रोल करें।
- सही साइज के जूते पहने।
- अधिक हिल्स पहनने से बचें।
- वॉर्म अप करें।
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