बैंगन खाने के फायदे (brinjal benefits) कई हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। पर कुछ लोग बैंगन को 'बे-गुण' यानी कि बिना गुण वाली सब्जी कहते हैं। दरअसल, ये बात बैंगन खाने के नुकसानों (brinjal side effects) को देख कर कही जाती है। जी हां, बैंगन खाने के बाद कुछ लोग खुजली, रैशेज, कीडनी में पथरी और लो ब्लड शुगर की शिकायत करते हैं। ये सभी बैंगन में पाए जाने वाले उन तत्वों के कारण होता है, जो कि शरीर में कुछ एलर्जी को ट्रिगर करते हैं। इसके अलावा भी बैंगन खाने के कई और नुकसान हैं जिनसे बचने के लिए आपको बैंगन बनाने और खाने के तरीके में बदलाव की जरूरत है। तो, आइए जानते हैं बैंगन खाने के कुछ बड़े नुकसान और फिर इसे बनाने का हेल्दी तरीका।
Image Credit: Organic Facts
बैंगन खाने के नुकसान-Brinjal side effects in hindi
1. बैंगन से एलर्जी
बैंगन खाने के फायदे के साथ आपने सुना होगा कि बैंगन से कुछ लोगों को एलर्जी (baigan se allergy) होती है। दरअसल, ये बैंगन एलर्जी (brinjal allergy) जो स्वास्थ्य से जुड़ी एक गंभीर स्थिति है। ये बैंगन में मौजूद नासुनिन (Nasunin) के कारण होता है जो कि एक फाइटोकेमिकल है और इसे खाने पर ये आयरन से बंध सकता है और शरीर में एलर्जी पैदा करता है। बैंगन एलर्जी के लक्षण आमतौर पर अन्य प्रकार के फूड एलर्जी के लक्षण जैसे होते हैं। जैसे कि
- -त्वचा पर तेज खुजली
- -छोटे-छोटे चक्कते या दाने
- -होंठ में खुजली या होंठों में सूजन
- - जीभ में दाने
- -उल्टी करना
ज्यादातर मामलों में, जिन लोगों को बैंगन से एलर्जी है, उन्हें फल खाने के कुछ ही मिनटों के भीतर लक्षणों का अनुभव होगा। कभी-कभी, ये लक्षण गंभीर हो सकते हैं, जिन्हें नजरअंदाज करने से बचना चाहिए और जल्दी ही अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
2. फूड प्वाइजनिंग
बैंगन नाइट्रेट का एक अच्छा स्रोत है जो स्वाभाविक रूप से हमारे पेट में नाइट्राइट में परिवर्तित हो जाता है। बाद में, ये नाइट्रेट प्रोटीन के अमीनो एसिड के साथ प्रतिक्रिया करते हैं और नाइट्रोसामाइन बनाते हैं। ये प्राकृतिक रूप से परिवर्तित नाइट्रोसामाइन फूड प्वाइजनिंग का कारण बन सकता है। ऐसे में आपको बच्चों को खास कर बैंगन खिलाने से बचना चाहिए।
Image Credit: Rouxbe
3. पेट से जुड़ी समस्याएं पैदा करता है
बैंगन में पोटेशियम और फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है जिसके ज्यादा सेवन से आपको मेटाबोलिज्म बिगड़ भी सकता है। दरअसल, बहुत अधिक पोटेशियम पेट खराब कर सकता है और उल्टी का भी कारण बन सकता है। साथ ही ये हाइपरकलेमिया को भी जन्म दे सकता है जिसमें कि ब्लड में पोटेशियम ज्यादा बढ़ जाने से दिल से जुड़ी परेशानियां पैदा होती हैं। इसी तरह, फाइबर की अधिकता कब्ज, दस्त, पोषक तत्वों के अवशोषण में कठिनाई आदि को जन्म दे सकती है। इसी कारण बैंगन खाएं पर ज्यादा नहीं।
4. मेंस्ट्रुअल साइकिल तेज हो सकता है
बैंगन ज्यादा खाने से मेंस्ट्रुअल साइकिल उत्तेजित हो सकता है। बैंगन की प्रकृति मूत्रवर्धक (डाइयूरेटिक) है और इस कारण से गर्भवती महिलाओं को सलाह दी जाती है कि वे इसका नियमित रूप से सेवन न करें क्योंकि यह उनमें मासिक धर्म को उत्तेजित कर सकता है और मेंस्ट्रुअल साइकिल तेज हो सकता है।
5. गैस की परेशानी
बैंगन के सेवन से एसिडिटी की समस्या हो सकती है और इसी वजह से भी गर्भावस्था के दौरान बैंगन से परहेज करने की सलाह दी जाती है। साथ ही कुछ लोगों को खाली पेट या रात में बैंगन खाने के बाद एसिडिटी की परेशानी होती है, जिससे बचने के लिए बैंगन पकाने और खाने के तरीके में बदलाव करें।
बैंगन पकाने का सही तरीका-best way to cook brinjal
बैंगन पकाने का सही तरीका और खाने के तरीके में ये हल्का सा बदलाव करने से आप इसके नुकसानों से बच सकते हैं। जैसे कि
1. आग में भून कर बैंगन बनाएं
वात और पित्त शांत करने के लिए बैंगन को कभी भी आग में भून कर खाएं। आप चाहें तो इसे भरता या कोई सब्जी में इसे प्रयोग कर सकते हैं। इससे आपको एसिडिटी की समस्या और एलर्जी नहीं होगी। साथ ही आप इसे खांसी और कफ की परेशानी होने पर भी खा सकते हैं।
Image Credit:Caravan Camping Sales
2. बैंगन की सब्जी बनाते समय हींग जरूर डालें
बैंगन की सब्जी को खाने से अगर आपको गैस और बदहजमी की परेशानी होती है तो, इसे बनाते वक्त सबसे पहले तेज में हींग डालें और फिर बाकी चीजों को डाल कर सब्जी बनाएं।
इसके अलावा बैंगन खाने के सही तरीके की बात करें तो, इसे गेहूं की रोटी की जगह ज्वार और बाजरे की रोटी के साथ खाएं। इससे ये पेट में जा कर मेटाबोलिज्म को बैलेंस करेगा और इससे होने वाले कई नुकसानों से बचाएगा। तो, बैंगन खाने के नुकसानों से डरे नहीं, बस अगर आपको एलर्जी या कोई परेशानी है, तो बैंगन बनाने और खाने के तरीके में ये हेल्दी बदलाव करें।
Read more articles on Healthy-Diet in Hindi