इन 8 कारणों से आपको किसी भी उम्र में हो सकता है स्ट्रोक,जानें बचाव के उपाय

 ब्रेन स्ट्रोक का कारण आपकी खराब लाइफस्टाइल हो सकती है। साथ ही डायबिटीज और ब्लड प्रेशर का अंतुलित होना भी इसका कारण बन सकता है।
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इन 8 कारणों से आपको किसी भी उम्र में हो सकता है स्ट्रोक,जानें बचाव के उपाय

ब्रेन स्ट्रोक (Brain Stroke In Hindi ), दुनियाभर में लाखों लोगों की मृत्यु का कारण बनता है। ये एक ऐसी स्थिति है जिसमें कि अचानक से मस्तिष्क में ब्लड वेसेल्स फट जाती हैं और इससे ब्लीडिंग होती है, ब्लड लीकेज होता या फिर ब्रेन में क्लॉटिंग हो जाती है। दरअसल, ऐसा होने पर ब्रेन में ऑक्सीजन का सर्कुलेशन प्रभावित होता है और ऑक्सीजन के बिना, मस्तिष्क के सेल्स और टिशूज क्षतिग्रस्त हो जाते हैं और मरने लगते हैं।  जिससे शरीर में कई गंभीर समस्याएं होने लगती है। पर कभी आपने सोचा है कि ब्रेन स्ट्रोक का कारण (Brain stroke causes) क्या है। इसी बारे में हमने लखनऊ के अंजता हॉस्पिटल के न्यूरोलॉजिस्ट  डॉ. पवन सिंह से बात की। जिन्होंने हमें स्ट्रोक के कुछ सबसे आम कारणों के बारे में बताया। 

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स्ट्रोक के कारण-Brain stroke causes in Hindi 

1. हाइपरटेंशन

हाइपरटेंशन के कारण ज्यादातर लोगों को ब्रेन स्ट्रोक होता है। दरअसल, हाइपरटेंशन के कारण धमनियों की दीवारों को अतिरिक्स दवाब पड़ता है, इससे ये दीवारें कमजोर हो जाती हैं और सकड़ी हो जाती हैं जिससे ब्लड प्रेशर और ब्लड क्लोटिंग की समस्या बढ़ जाती है। इससे एक्ट्रा प्रेशर के कारण कमजोर धमनियां फट जाती हैं और स्ट्रोक हो जाता है। 

2. दिल की बीमारियां

25 प्रतिशत लोगों में दिल की बीमारियों के कारण ब्रेम स्ट्रोक होता है। आर्टिरिल फिबलिरेयशन (atrial fibrillation) और इररेगुलर कार्डिक रिदम दिल के वॉल्व को नुकसान पहुंचाता है। इसके कारण एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis) होता है जिसमें कि खून की नलियों में प्लॉक जम जाता है और स्ट्ऱोक का खतरा बढ़ जाता है। 

3. डायबिटीज के कारण

ब्लड शुगर लेवल बढ़ने से धमनियों में फैट जमा हो जाती है और स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है। इसी कारण से डायबिटीज के मरीजों में स्ट्रोक खतरा ज्यादा रहता है। दरअसल, लंबे समय तक ब्लड शुगर लेवल ज्यादा रहने से ब्लड वेसेल्स को नुकसान होता है और स्ट्रोक खतरा बढ़ जाता है। 

4. स्मोकिंग

सिगरेट पीने से खून में कार्बन मोनोऑक्साइड और निकोटिन का लेवल बढ़ता है। इससे हाइपरटेंशन बढ़ता है और इससे हार्ट रेट बढ़ता है, जिससे दिल की सेहत पर असर पड़ता है। इसके अलावा कार्बन मोनोऑक्साइड रेड ब्लड सेल्स में ऑक्सीजम ले जाने की क्षमता को घटाता है और इससे स्ट्रोक बढ़ता है।

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4. मोटापे से

मोटापे से पीड़ित लोगों में इस्केमिक स्ट्रोक का खतरा ज्यादा रहता है।  इसमें ब्रेन में ऑक्सीजन सप्लाई प्रभावित हो जाती है। इसके अलावा मोटे लोगों में बैड कोलेस्ट्रॉल और लिपिड की मात्रा भी ज्यादा होती है जिससे आर्टरी में प्लॉक जमा हो सकती है। इसकी वजह से ऑक्सीजन का सर्कुलेशन प्रभावित हो सकता है और ऑक्सीजन की कमी होने पर स्ट्रोक हो सकता है।

5. वंशानुगत कारणों से

कुछ लोगों की फैमिली मेडिकल हिस्ट्री में स्ट्रोक अगर वंशानुगत चला आ रहा हो तो इससे परिवार के अन्य लोगों में भी इसका खतरा बढ़ता है। ये कुछ बीमारियों के कारण हो सकता है। जैसे कि सिकल सेल डिजीज जो कि स्ट्रोक का खतरा ज्यादा बढ़ाती है।  इसके अलावा हाइपरकोलेस्ट्रोमिया और मोटापे से पीड़ित लोगों में भी इसका खतरा ज्यादा होता है। 

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6. खराब डाइट

खराब डाइट कई बीमारियों का कारण होती है जिसमें कि स्ट्रोक भी शामिल है। दरअसल, रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स के ज्यादा सेवन से भी स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है।  इसके अलावा ज्यादा नमक और चीनी के सेवन से भी स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है। 

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7. एक्सरसाइज की कमी से 

जब आप एक्टिव नहीं होते हैं और एक्सरसाइज नहीं करते हैं तो आपका ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर लेवल प्रभावित होता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है और ब्लड वेसेल्स अस्वस्थ होने लगते हैं जिससे कि स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है।

8. ज्यादा शराब पीने से

ज्यादा शराब पीने से ब्रेन में ब्लड क्लॉटिंग का खतरा बढ़ता है। ऐसे लोगों में कम उम्र में ही स्ट्रोक का खतरा ज्यादा होता है। ये ब्लड प्रेशर बढ़ाता है और आर्टियल फ्रेबिलेशन का भी कारण बन सकता है जो कि ब्रेन स्ट्रोक का आसानी से कारण बनता है।

ब्रेन स्ट्रोक से बचाव का उपाय-Prevention tips

1. हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करें और डाइट और एक्सरसाइज का खास ध्यान रखें।

2. स्ट्रेस मैनेजमेंट सीखें।

3. डायबिटीज कंट्रोल करें।

4. कोलेस्ट्रोल कंट्रोल करें।

5. स्मोकिंग और ड्रिंकिंग से बचें।

6. मोटाप कंट्रोल करें।

तो, इन तमाम बातों का खास ध्यान रखें और स्ट्रोक से बचे रहें। क्योंकि अगर आप में भी ये तमाम समस्याएं हैं और आप इन कारणों को कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं तो, आपमें स्ट्रोक होने का खतरा ज्यादा है। 

all images credit: freepik

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