भाई-बहन के बीच का रिश्ता खास होता है। प्यार की डोर से बना ये रिश्ता कई बार मन की उलझनों के कारण टूट जाता है। लेकिन इसे हमेशा अटूट रखने की शुरूआत बचपन से ही शुरू की जानी चाहिए। भाई-बहन के बीच के प्यार को मजबूत बनाने के लिए माता-पिता का किरदार अहम होता है। माता-पिता, भाई-बहन के रिश्ते को कुछ आसान तरीकों से संवार सकते हैं। भाई दूज (Bhai Dooj) के पर्व पर हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ खास तरीके जिन्हें आजमाने से आपके बच्चों के बीच भी बढ़ जाएगा प्यार। जानें इन्हें विस्तार से।
1. भाई-बहन की खूबियां बताएं
माता-पिता होने के नाते भाई-बहन के बीच प्यार बढ़ाने के लिए आपको उन्हें एक-दूसरे की अच्छी आदतों के बारे में बताना होगा। उन्हें उदाहरण देकर बताएं कि कब भाई-बहन ने एक-दूसरे के लिए कोई खास कदम उठाया। साथ ही दोनों की अच्छी आदतों के बारे में भी उन्हें बताना चाहिए। इससे भाई-बहन का संबंध गहरा होगा।
इसे भी पढ़ें- Bhai Dooj: भाई दूज पर हेल्दी स्नैक्स बनाने के लिए रेसिपी में डालें ये 5 चीजें, स्वस्थ रहेगा परिवार
2. भाई को बनाएं जिम्मेदार
पेरेंट्स हैं, तो आपका फर्ज है भाई-बहन को भाई दूज का सही मायने समझाना। भाई को बताएं, कि बहन के प्रति उसकी क्या जिम्मेदारी है। बड़ा भाई, पिता का ही दूसरा रूप होता है। हमारे समाज में बहन की शादी का दायित्व पिता के साथ-साथ भाई का भी होता है। भविष्य में माता-पिता के बाद भी भाई-बहन के बीच प्यार बना रहे, इसके लिए आपको विश्वास और अटूट रिश्ते का बीज बचपन में ही बोना होगा।
3. बहन को न बनने दें जिद्दी
बहनें अक्सर सबकी लाड़ली होने के कारण जिद्दी बन जाती हैं। उन्हें लगता है हर गलती पर केवल भाई को ही डांट पड़ेगी। पेरेंट्स को भाई-बहन का रिश्ता मजबूत बनाना है, तो बहन को भाई के प्रति सही व्यवहार रखने के बारे में समझाएं। कई बार माता-पिता केवल बहन का पक्ष सही मानते हैं। ऐसा करने से भाई-बहन के रिश्ते में दरार आ जाती है। भाई के प्रति भी बहन को जिम्मेदार बनाएं।
4. दोनों को साथ समय बिताने दें
बहन-भाई के रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए उन्हें साथ समय बिताने दें। बचपन में ही उन्हें साथ खिलाने, पढ़ाने या किसी अन्य गतिविधि में साथ शामिल करें। इससे भाई-बहन के बीच का प्यार मजबूत होगा। उन्हें हर काम में बराबर से शामिल करें। भविष्य में ऐसे कई मौके होंगे जब एक-दूसरे के साथ की जरूरत होगी। अगर ये शुरूआत बचपन में ही कर दी जाए, तो आगे चलकर रिश्ते निभाना आसान हो जाता है।
5. लड़ाई पर डालें पर्दा
माता-पिता का फर्ज है भाई-बहन के बीच हो रही लड़ाई का हिस्सा न बनें। अगर माता-पिता ही लड़ाई में शामिल रहेंगे, तो दोनों को लड़ाई करने का बढ़ावा मिलेगा। कभी-कभी नोकझोंक को रिश्ते का हिस्सा समझकर नजरअंदाज करें। जब तक बात ज्यादा गंभीर न हो, माता-पिता को भाई-बहन के बीच आने से बचना चाहिए। उम्र बढ़ने के साथ भाई-बहन के बीच लड़ाई के मुद्दे गंभीर बन जाते हैं इसलिए बेहतर है उन्हें बढ़ावा न दिया जाए।
इन 5 तरीकों से पेरेंट्स बच्चों के बीच की दूरियां घटाकर प्यार बढ़ा सकते हैं। लेख पसंद आया हो, तो शेयर करना न भूलें।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version