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यूरिक एसिड के लिए रामबाण इलाज है पत्थरचट्टा, जानें सेवन का तरीका

Benefits Of Patharchatta For Uric Acid In Hindi: यूरिक एसिड बढ़ने पर पत्थरचट्टा का सेवन करें। इसे खाने से यूरिक एसिड को बैलेंस किया जा सकता है।
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यूरिक एसिड के लिए रामबाण इलाज है पत्थरचट्टा, जानें सेवन का तरीका


Benefits Of Patharchatta For Uric Acid In Hindi: यूरिक एसिड खून में पाया जाने वाला एक केमिकल होता है, जो कि प्यूरिन नाम के पदार्थ के टूटने पर बनता है। किडनी इसी रसायन को फिल्टर कर यूरिन के रास्ते बाहर निकालने में मदद करती है। इसीलिए कहा जाता है कि यूरिक एसिड शरीर से निकला वेस्ट होता है। अगर किसी को हाई यूरिक एसिड हो जाए, तो उसकी हड्डियों में दर्द, जोड़ों में दर्द जैसी कई परेशानियां शुरू हो सकती है। यूरिक एसिड का स्तर बैलेंस करने के लिए कई तरह के उपाय आजमाए जाते हैं। एक्सपर्ट्स की सलाह है कि वे यूरिक एसिड के स्तर को बैलेंस करने के लिए अपनी हेल्दी लाइफस्टाइल को मेंटेन करना चाहिए और डाइट में सादी चीजें शामिल करनी चाहिए। हाई यूरिक एसिड को बैलेंस करने के लिए आप पत्थरचट्टा को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इस बारे में हमने वेदिक्योर हेल्थकेयर एंड वेलनेस की वरिष्ठ आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. वैशाली सावंत से बातचीत की। 

यूरिक एसिड पर पत्थरचट्टा का प्रभाव- Effect of Patharchatta on uric acid In Hindi

Effect of Patharchatta on uric acid In Hindi

आयुर्वेद के अनुसार, यूरिक एसिड के मरीजों के लिए पत्थरचट्टा बहुत ही लाभकारी है। पत्थरचट्टा को हम कई अन्य नामों से भी जानते हैं, जैसे लाइफ प्लांट, मैजिक लीफ, एयर प्लांट आदि। आयुर्वेद के विशेषज्ञों की मानें, तो पत्थरचट्टा की मदद से आप यूरिक एसिड को बैलेंस रख सकते हैं। असल में, यूरिक एसिड बढ़ जाने पर जोड़ों में एसिड के क्रिस्टल्स जमा हो जाते हैं। पत्थरचट्टा का सेवन करने से ये क्रिस्टल्स पिघल जाते हैं, जिससे जोड़ों के दर्द और सूजन से राहत मिलने लगती है।

इसे भी पढ़ें: यूरिक एसिड कम करने के लिए फॉलो करें ये डाइट

पत्थरचट्टा का सेवन कैसे करें?- How To Use Patharchatta In Hindi

पत्थरचट्टा को आप कई तरह से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं, जैसे-

  • यूरिक एसिड को बैलेंस करने के लिए पत्थरचट्टा के दो पत्तों का रोजाना सुबह उठकर खाली पेट सेवन करें।
  • पत्थरचट्टा का सेवन करने के लिए, पहले इसके मुट्ठी भर पत्तों का रस निकाल लें। अब इसमें थोड़ा-सा सौंठ का चूर्ण डाकलर मिक्स कर लें। इसक रस का सेवन करें।  यूरिक एसिड को बैलेंस करने में मदद मिलेगी।
  • आप चाहें, तो पत्थरचट्टा के कुछ पत्तों को गर्म पानी में भिगो लें। अब इसका सेवन करें। यूरिक एसिड को बैलेंस रहेगा।
  • आजकल बाजार में पत्थरचट्टा के सप्लीमेंट भी मिलते हैं, आप एक्सपर्ट की सलाह लेकर यूरिक एसिड को बैलेंस करने के लिए इनका सेवन कर सकते हैं।

पत्थरचट्टा के अन्य स्वास्थ्य लाभ- Other Benefits Of Patharchatta In Hindi

सूजन और दर्द से राहतः पत्थरचट्टा का सेवन करने से शरीर में लंबे समय से हो रही  सूजन या दर्द से राहत मिल सकती है। सूजन और दर्द से राहत पाने के लिए पत्थरचट्टा के तने का सेवन किया जाता है। हालांकि, आपको इस तरह की कोई दिक्कत हो, तो आयुर्वेदाचार्य से मिलकर अपनी समस्या का समाधान करवा सकते हैं।

डायबिटीजः आज के समय में मध्य आयु वर्ग तक पहुंचते-पहुंचते बहुत से लोगों को डायबिटीज हो जाता है। डायबिटीज एक ऐसी समस्या है, जो आजीवन तक चलती है। अगर जरा भी खानपान की आदतों को बिगाड़ा तो अचानक से डायबिटीज के मरीजों में शुगर का स्तर हाई हो सकता है। यह कंडीशन सही नहीं है। वहीं, पत्थरचट्टा की मदद से ब्लड शुगर के स्तर को संतुलित किया जा सकता है।

पेट में अल्सरः अल्सर होने की एक मुख्य वजह है कि पेट में बहुत अधिक मात्रा में एसिड का बनना। पत्थरचट्टा में फ्लेवेनॉएड्स होता है, जो अल्सर की वजह से आई सूजन को कम करने में मदद करता है और अतिरिक्त मात्रा में एसिड स्राव को भी कम करता है। वैसे अल्सर जैसी समस्या होने पर तुरंत प्रोफेशनल के पास जाना चाहिए।

image credit: freepik

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