मौसम बदलने पर जोड़ों या हड्डियों में दर्द होना आम बात है लेकिन यह यूरिक एसिड के बढ़ने के कारण भी हो सकता है। प्यूरिन से युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से शरीर में अधिक मात्रा में यूरिक एसिड बनने लगता है। इसमें से ज्यादातर यूरिक एसिड रक्त में घुलकर किडनी तक जाता है और यूरिन के जरिए बाहर निकलता है। लेकिन अगर शरीर में यूरिक एसिड ज्यादा बन रहा है, तो किडनी सारे यूरिक एसिड को नहीं छान पाती है, जिससे खून में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है। इसके बढ़ने से गाउट और किडनी संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।
यूरिक एसिड क्यों बढ़ता है?
पारस हॉस्पिटल के चीफ ऑफ़ यूरोलॉजी डॉक्टर अनुराग खेतान के मुताबिक गाउट की समस्या का कारण है एमएसयू क्रिस्टल का सिनोवियल फ्लुइड में बढ़ना है। सिनोवियल फ्लुइड जितने भी हड्डियों के जोड़ होते हैं, उनमें लुब्रिकेंट का काम करता है। यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने से किडनी पर भी असर पड़ता है। जब एमएसयू क्रिस्टल बोंस के जोड़ पर जमने लगते हैं, तो लुब्रिकेशन की कमी के कारण जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या पनपने लगती है। यूरिक एसिड को कम करने के लिए इन फूड्स को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें- यूरिक एसिड क्या है और क्यों बढ़ता है? समझें इस बीमारी को
टॉप स्टोरीज़
फल
यूरिक एसिड में फलों का सेवन करना आपके लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है। फलों में चेरी यूरिक एसिड के लेवल को कम करने के साथ सूजन को कम करने में भी मदद कर सकती है। यह गाउट जैसी समस्या के खतरे को भी कम कर सकती है। इसके अलावा स्ट्रॉबेरी,अंगूर, संतरा, अनानास, नाशपाती और क्लेमेंटाइन का सेवन भी आप कर सकते हैं। नींबू का सेवन करने से भी यूरिक एसिड को कम किया जा सकता है।
हरी सब्जियां
हरी सब्जियों का सेवन करने से आपको अनेक फायदे मिलते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि यूरिक एसिड के बढ़ने पर कम यूरिक एसिड वाले खाद्य पदार्थों का ही सेवन करना चाहिए। इसलिए आप पालक और शतावरी का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा फूलगोभी, ब्रोकली, गाजर, चुकंदर, खीरा, आलू का भी सेवन किया जा सकता है।
डेयरी प्रोडक्ट
प्यूरिन की मात्रा डेयरी प्रोडक्ट में काफी कम होती है। दूध या दूध से बने खाद्य पदार्थों का सेवन यूरिक एसिड को कम करने के लिए किया जा सकता है।
अंडा
अंडे में प्यूरिन की मात्रा ना के बराबर होती है इसीलिए गाउट की समस्या में इसका सेवन किया जा सकता है।
इसे भी पढ़ें- यूरिक एसिड बढ़ने पर न खाएं ये 5 फल, बढ़ सकती है समस्या
क्या ना खाएं
- प्यूरिन की मात्रा मीट-मछली या अन्य सी- फूड में अधिक होती है इसलिए इसके सेवन से बचें।
- कोल्ड ड्रिंक सोडा और चीनी वाले फ्रूट जूस का सेवन करने से बचें।
- कुछ दवाइयों के सेवन जैसे एस्पिरिन के सेवन से बचें। अगर आपको कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या है तो डॉक्टर से सलाह ले।
- संतुलित मात्रा में भोजन करें, एक बार में ज्यादा खाने से आपका वजन बढ़ेगा और गाउट की समस्या का खतरा भी बढ़ सकता है।
- अल्कोहल, काली चाय का सेवन न करें।
- अपनी डाइट में अल्कोहल, पैकेज्ड फलों के रस और चिकन आदि को शामिल ना करें। इससे शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने का खतरा और गाउट की समस्या हो सकती है।
यूरिक एसिड के बढ़ने पर गाउट का खतरा बढ़ जाता है। ऐसी समस्याओं को कम करने के लिए प्यूरीन की कम मात्रा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। पालक, ब्रोकली, चेरी, स्ट्रौबरी,अंगूर, नींबू, अंडे आदि गाउट से लड़ने में मदद कर सकते हैं।