जीवन में कई ऐसी परिस्थितियां आती हैं, जिसमें व्यक्ति को अकेलेपन का सामना करना पड़ता है। ऐसे में व्यक्ति के सामने केवल दो रास्ते होते हैं या तो अकेलेपन का हंसकर सामना किया जाए या फिर व्यक्ति तनाव, चिंता, डिप्रेशन आदि में रहकर अपने अकेलेपन के इस दौर को निकाल सकता है। मानसिक स्वास्थ्य के लिए अकेला रहना भी बेहद जरूरी है। यह तो आपने हमेशा कहते सुना होगा कि अकेले रहने से व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार हो जाता है। लेकिन क्या आपने कभी ऐसा कहते सुना है कि अकेले रहने से मानसिक स्वास्थ्य अच्छा हो सकता है। जी हां आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए अकेला रहना भी कितना जरूरी है। साथ ही इसके फायदों के बारे में भी जानेंगे। इसके लिए हमने गेटवे ऑफ हीलिंग साइकोथेरेपिस्ट डॉ. चांदनी (Dr. Chandni Tugnait, M.D (A.M.) Psychotherapist, Lifestyle Coach & Healer) से भी बात की है। पढ़ते हैं आगे
1 - अकेले रहना भी क्यों जरूरी है
जब हम दोस्तों यहां परिवार वालों के साथ होते हैं तो खुद को समझने का टाइम नहीं मिलता। ऐसे में दूसरे लोग जो हमारे बारे में बोलते हैं हम उसी को सच मान लेते हैं। ज व्यक्ति खुद के समय निकालता है या वह थोड़ा समय अकेले रहता है तो ना केवल उसके दिमाग में नए-नए विचारों का जन्म होता है बल्कि वह खुद के बारे में भी सोचना शुरू कर देता है। इससे अलग व्यक्ति को सोशल एनर्जी भी मिलती है ऐसे में अकेले रहना बेहद जरूरी है।
इसे भी पढ़ें- Health benefits of crying: सेहत के लिए अच्छा है रोना, जानें इसके 7 फायदे
2 - खुद पर पा सकते हैं नियंत्रण
जब आप खुद के साथ समय बताते हैं, अकेले बाहर जाते हैं या अकेले खाना खाते हैं तो ऐसे में आप खुद पर नियंत्रण रखना सीख सकते हैं। ऐसे में ना तो कोई आपको जज करेगा और ना ही ये बताएगा कि आपको क्या करना है। इसे आप नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकते हैं सकारात्मकता की ओर बढ़ सकते हैं। बता दें कि अकेले रहने से न केवल व्यक्ति का मूड अच्छा होता है बल्कि उसके स्वभाव में भी बदलाव आ सकता है।
3 - धैर्य की भावना का हो विकास
ध्यान दें कि जो व्यक्ति खुद के साथ समय बिताता है या अकेले रहता है तो ऐसे में उसके अंदर धैर्य की भावना का विकास हो सकता है। ऐसे में वे न केवल अपने आसपास मौजूद चीजों को समझना शुरू कर देता है खुद के प्रति उसका आकर्षण भी बढ़ सकता है।
इसे भी पढ़ें- अपनी काम करने की क्षमता बढ़ाना चाहते हैं तो रोज जरूर करें ये 6 काम, बेहतर होगी प्रोडक्टिविटी
4 - अपनी जरूरतों को समझें
खुद के साथ समय बिताने का सबसे अच्छा एक फायदा यह भी होता है कि व्यक्ति अपनी जरूरतों को समझना शुरू कर देता है। जब हम कई लोगों से घिरे होते हैं तो ऐसे में ना हम अपनी जरूरतों को समझ पाते हैं और ना हम यह समझ पाते हैं कि हमारा दिल क्या चाहता है। ऐसे में अकेले रहने से व्यक्ति का ध्यान अपनी जरूरतों पर जाता है। इससे अलग व्यक्ति के मन की उलझन, मानसिक तौर पर बदलाव आदि को भी समझना शुरू कर देता है।
नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि अकेले रहने या खुद के साथ थोड़ा समय निकालने से ना केवल व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर फर्क पड़ सकता है बल्कि वो खुद को और अच्छे से जान पाता है। हालांकि काफी समय अकेला रहना मस्तिष्क में अवसाद की समस्या को जन्म दे सकता है। ऐसे में दिन के कुछ पल अपने लिए निकालें और कुछ पर दूसरों के लिए।
इस लेख में फोटोज़ Freepik से ली गई हैं।