शिशु को पपीता खिलाने से मिलते हैं ये 4 फायदे, जानें किस उम्र में और कैसे खिलाएं पपीता

शिशु की डाइट में पपीता जोड़ना कितना लाभदायक है और कितना हानिकारक, इसके बारे में पता होना जरूरी है। जानते हैं पपीते के फायदे और नुकसान
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शिशु को पपीता खिलाने से मिलते हैं ये 4 फायदे, जानें किस उम्र में और कैसे खिलाएं पपीता


शिशु को शुरुआत के 6 महीने मां का दूध पीने की सलाह दी जाती है और उसके बाद उसकी डाइट में कुछ ऐसे पोषक तत्व को जोड़ा जाता है, जिससे उसका विकास सही प्रकार से हो सके। हम बात कर रहे हैं शिशु को पपीता खिलाने की। शिशु को पपीता खिलाना कितना फायदेमंद है और कितना नुकसानदेह इसके बारे में पता होना जरूरी है। बता दें कि पपीते के अंदर भरपूर मात्रा में पानी, फाइबर, प्रोटीन, ऊर्जा, मैग्नीशियम, आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम, फास्फोरस, कॉपर, जिंक, मैग्नीज, विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन के आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। ऐसे में अगर बच्चों की डाइट में पपीता जोड़ा जाए तो यह उनको कई तरीकों से फायदा पहुंचा सकता है। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपनी इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि बच्चों की डाइट में यदि पपीता जोड़ा जाए तो उनकी सेहत को क्या-क्या फायदे होते हैं। साथ ही जानते हैं नुकसान और सावधानी। इसके लिए हमने न्यूट्रिशनिस्ट और वैलनेस एक्सपर्ट वरुण कत्याल ( Nutritionist and wellness expert varun katyal) से भी बात की है। पढ़ते हैं आगे

 

बता दें कि शिशुओं की डाइट में पपीता को जोड़ा जा सकता है। यह उनके लिए एकदम सुरक्षित है। इससे संबंधित डब्ल्यूएचओ यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लिस्ट भी जारी की थी, जिसमें उन्होंने पपीते का नाम बच्चों की आहार सूची में शामिल किया था। उस सूची के अनुसार जब बच्चा 6 महीने का पूरा हो जाए तो माता पिता उसकी डाइट में पपीते को जोड़ सकते हैं। डब्ल्यूएचओ की सूची को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

बच्चों के लिए पपीता खिलाने के फायदे

शिशुओं की डाइट में पपीते को जोड़ा जाए तो उनकी सेहत को काफी फायदा हो सकता है। जानते हैं इनके बारे में...

1 - रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाए

पपीता के अंदर भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार ला सकते हैं। इसके अलावा पपीता विटामिन सी से भरपूर होता है जो इम्यून सिस्टम को बढ़ा सकता है। बता दें कि छोटे बच्चों की इम्यूनिटी बेहद कमजोर होती है इसीलिए वह जल्दी किसी ना किसी संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में पपीते के सेवन से इस समस्या से बच सकते हैं।

2 - बच्चों की आंखों के लिए उपयोगी

शिशुओं की आंखों के लिए पपीते का सेवन बेहद उपयोगी है। पपीते के अंदर विटामिन ए पाया जाता है जो बच्चों की आंखों की रोशनी को बढ़ा सकता है। बता दें कि जब शरीर में विटामिन ए की कमी होती है तो आंखें काफी कमजोर हो जाती हैं और बच्चों को धुंधला नजर आ सकता है। ऐसे में पपीते के सेवन से आंखों को स्वस्थ रखा जा सकता है।

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3 - पाचन क्रिया के लिए तंदुरुस्त

पाचन क्रिया को तंदुरुस्त बनाने में पपीता बच्चों के बेहद काम आ सकता है। बता दें कि पपीते के अंदर पैपेन कंपाउंड मौजूद होता है जो न केवल पाचन क्रिया को तंदुरुस्त बनाता है बल्कि को सख्त मल को बाहर निकालने में भी उपयोगी है।

4 - पेट के कीड़ों से छुटकारा

अकसर बच्चों के पेट में कीड़े हो जाते हैं और इसके कारण वह काफी परेशान भी रहते हैं। ऐसे में बता दें कि पपीते के अंदर एंटीपैरासिटिक गुण मौजूद होते हैं जो न केवल कीड़ों की समस्या को दूर करने में उपयोगी हैं बल्कि इन्हें दोबारा पनपने से भी बचा सकते हैं।

 

शिशु को पपीता खिलाते वक्त बरतने वाली सावधानी

1 - शिशु को पपीता छोटे-छोटे टुकड़ों में खिलाना चाहिए। नहीं तो उनके गले में अटक सकता है इसके अलावा आप पपीते के रस या पपीते की पूरी भी बच्चों की डाइट में शामिल कर सकते हैं।

2 - बच्चे की डाइट में कच्चा पपीता ना जोड़ें। हमेशा पका हुआ पपीते का ही चुनाव करें।

3 - अभी शिशु को पपीते से एलर्जी का सामना भी करना पड़ सकता है। ऐसे में अगर एलर्जी नजर आए तो तुरंत इसका सेवन बंद करें।

4 - बच्चों को डाइट में पपीता जोड़ने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

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बच्चों को पपीता खिलाने से होने वाले नुकसान

किसी भी चीज की अति सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकती है। ऐसा ही कुछ पपीते के साथ भी है। यदि बच्चों की डाइट में पपीते की मात्रा ज्यादा बढ़ जाए तो उसे बच्चों को सेहत से संबंधित काफी नुकसान हो सकते हैं।

1 - ज्यादा मात्रा में पपीता खाने से बच्चों को गैस की परेशानी हो सकती है।

2 - इसके अधिकता शरीर में विटामिन ए के स्तर को बढ़ा सकती है, जिससे चक्कर आना, मतली आना, सिर दर्द होना आदि समस्या हो सकती है।

3 - जब शरीर में फाइबर की मात्रा बढ़ जाए तो पेट की कई समस्याएं हो सकती हैं।

नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि अगर शिशु को पपीते का सेवन करवाया जाए तो इससे उन्हें कई फायदे होते हैं। लेकिन इसकी अधिकता बच्चों के लिए नुकसानदेह भी हो सकती है। ऐसे में जरूरी सावधान को बरतना जरूरी है। इसलिए इस लेख में आपको फायदे, नुकसान के साथ-साथ जरूरी सावधानी भी बताई गई हैं। उन्हें अपनाएं और सावधानी के साथ बच्चे की डाइट में पपीते को जोड़ें। पपीते को जोड़ने से पहले एक्सपर्ट से सीमित मात्रा की जानकारी लें। 

इस लेख में फोटोज़ FREEPIK से ली गई हैं। 

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