
कुट्टू के आटे का सेवन अधिकतर लोग व्रत में करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी इसके फायदों के बारे में जाना है। अगर नहीं, तो आइए आज जानते हैं इस बारे में।
कुट्टू के आटे की पूड़ियां और कचौड़ी आपने व्रत में जरूर खाई होंगी। कुट्टू अनाज की तरह दिखता है, लेकिन यह अनाज नहीं है। व्रत में गेंहू के विकल्प के रूप में कुट्टू का सेवन किया जाता है। लेकिन आप सिर्फ व्रत में ही नहीं, बल्कि रोजाना नाश्ते के रूप में भी इसका सेवन कर सकते हैं। यह एक सुपर फूड है। आयुर्वेद में कुट्टू के कई फायदे बताए गए हैं। कुट्टू में कई औषधीय गुण छिपे होतेहैं। यह डायबिटीज, पाचन और कैंसर जैसी बीमारियों से बचाव करने में हमारी मदद करता है। डायट मंत्रा क्लीनिक की डायटिशियन कामिनी कुमारी बताती हैं कि व्रत में ज्यादातर लोग कुट्टू के आटे का सेवन करते हैं, क्योंकि यह हमारे शरीर को इंस्टेंट एनर्जी देते हैं। इसके सेवन से अधिक समय तक भूख नहीं लगती है। कुट्टू के आटे में कई पौष्टिक तत्व (Kuttu Nutritious) छिपे हैं, जो हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी हैं। सर्दियों में कुट्टू का सेवन हमारे लिए फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि इसकी तासीर काफी गर्म होती है। गर्म तासीर होने की वजह से यह स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में औषधी के समान कार्य करता है। आइए जानते एक्सपर्ट से जानते हैं कुट्टू में छिपे पोषक तत्व और इसके फायदों के (Benefits of Kuttu) बारे में-
क्या है कुट्टू ? ( What is Kuttu or Buckwheat)
कुट्टू (Buckwheat) देखने में और नाम से गेंहू के समान लगता है। लेकिन यह एक अनाज नहीं है। इसका वानस्पतिक नाम फागोपाइरम एस्कुलेंटम मोएंक (Fagopyrum esculentum Moench) है। यह पोलियगनेसी (Polygonaceae) परिवार से संबंधित है। यह एक तरह का घास है, जिसके फल का बीज होता है। इसका इस्तेमाल गेंहू की तरह किया जाता है। अधिकतर लोग कुट्टू के आटे का सेवन करते हैं।
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कुट्टू के पोषक तत्व (Nutrients of Kuttu)
करीब 100 ग्राम कुट्टू में पाए जाने वाले पोषक तत्व-
- पोटेशियम – 460 मिली ग्राम
- वसा – 3.4 ग्राम
- फाइबर – 10 ग्राम
- प्रोटीन – 13 ग्राम
- कार्बोहाइड्रेट – 72 ग्राम
- विटामिन बी6 – 10 %
- सोडियम – 1 ग्राम
- आयरन – 12 %
- कैल्शियम – 1 %
- मैग्नीशियम – 57 %
कुट्टू खाने के फायदे (Benefits of Kuttu)
वजन को कम करे कुट्टू (Kuttus For Weight Loss)
अगर आप वजन को कम करने की कोशिश कर रहे हैं, तो कुट्टू का आटा आपके लिए फायदेमंद होता है। दरअसल, कुट्टू के आटे में फाइबर की अधिकता होती है। फाइबर के सेवन से लंबे समय पर पेट भरा-भरा रहता है और भूख कंट्रोल में रहता है। शरीर में फाइबर की पर्याप्त मात्रा ऊर्जा दिलाने के साथ-साथ मेटाबॉलिज्म को बेहतर करने में मदद मिलता है।
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इसके साथ ही कुट्टू में कैलोरी और फैट को उर्जा के रूप में परिवर्तित करने का गुण छिपा होता है। कुट्टू के इन्हीं गुणों के कारण हमारी बैली फैट कम होती है। साथ ही शरीर का वजन भी तेजी से कम होता है। वजन को कम करने के लिए आप इसे अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल को कम करे कुट्टू (Kuttu For Reduce Cholesterol)
खराब कोलेस्ट्रॉल की वजह से शरीर में कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं। ऐसे में कुट्टू का सेवन करें, इससे शरीर में खराब कोलेस्ट्राल (LDL) का स्तर कम होता है। उच्च कोलेस्ट्रॉल या हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया (hypercholesterolemia) की वजह से मोटापा, डायबिटीज और गठिया जैसी बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके साथ ही कुट्टू के सेवन से खराब और अच्छे कोलेस्ट्रॉल के बीच संतुलन बना रहता है।
दिल के रोगियों के लिए है लाभकारी (Kuttu for Healthy Heart)
फाइबप ही नहीं, कुट्टू में फ्लेवोनोइड्स (flavonoids) की भी अधिकता होती है। फ्लेवोनोइड्स एक फाइटोन्यूट्रिएंट्स (phytonutrients) है। यह हमारे शरीर के लिए एंटीऑक्सीडेंट की तरह कार्य करता है। यह एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। इसके साथ ही यह कोशिका चयापचय के केमिकल्स उत्पादों को नष्ट करते हैं, जो दिल के रोगियों के लिए फायदेमंद होता है।
कैंसर से बचाव करे कुट्टू (Kuttu for Cancer Prevention )
कुट्टू खाने से कैंसर से बचाव किया जा सकता है। साल 2007 में हुए रिसर्च के अनुसार, अपने आहार में कुट्टू को शामिल करने से कैंसर की रोकथाम में मदद मिलता है। इसमें फाइबर की अधिकता होती है, जो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (gastrointestinal), गैस्ट्रिक, कोलन कैंसर और स्तन कैंसर की संभावनाओं को कम करने में असरकारी होता है।
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डायबिटीज को कंट्रोल करे कुट्टू (Kuttu Benefits For Diabetes)
मधुमेह रोगियों के लिए भी कुट्टू काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। कुट्टू के सेवन से डायबिटीज के लक्षणों को कम किया जा सकता है। अगर आप डायबिटीज से पीड़ित हैं, तो कुट्टू को एक बेहतर डाइट के रूप में अपने आहार में शामिल कर सकते हैँ। अध्ययनों से पता चला है कि कुट्टू में मौजूद फाइबर शरीर में शर्करा के स्तर को कम करता है।
इम्यून पावर बढ़ाए कुट्टू (Kuttu for Increase Immunity Power)
कोरोनाकाल में इम्यून सिस्टम को बूस्ट करना बहुत ही जरूरी हो गया है। अगर आपकी इम्यून पावर कमजोर है, तो अपने आहार में कुट्टू से तैयार डिशेज को शामिल करें। नियमित रूप से कुट्टू के सेवन से इम्यून पावर बेहतर होता है। दरअसल, कुट्टू के आटे में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से रक्षा करते हैं। इसके साथ ही कुट्टू में फेनोलिक एसिड, टोकोफेरोल, सेलेनियम और फ्लेवोनोइड जैसे एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं।
एनीमिया के खतरे को रोके कुट्टू (Kuttu For Prevent Anemia in Hindi)
शरीर में खून की कमी को दूर करने के लिए आप कट्टू का सेवन कर सकते हैँ। इसमें आयरन की पर्याप्त मात्रा होती है, जो शरीर में रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाते हैं। शरीर में आयरन की कमी होने से एनीमिया की शिकायत हो सकती है। एनीमिया होने से शरीर में थकान और कमजोरी महसूस होती है। इसके साथ ही मानसिक स्वास्थ्य में भी कमी आती है। अगर आप एनीमिया की समस्याओं से बचना चाहते हैं, तो कुट्टू का सेवन जरूर करें।
कुट्टू खाने के नुकसान (Side Effect of Kuttu)
- अगर आपको किसी तरह की एलर्जी है, तो कुट्टू का सेवन ना करें। एलर्जी होने से आपके उल्टी, चक्कर आना और सांस में तकलीफ जैसी परेशानी हो सकती है।
- कुट्टू में फाइबर काफी ज्यादा होता है, जिसकी वजह से अगर आप अधिक मात्रा में कुट्टू खाते हैं, तो इससे आपको पेट में ऐंठन और गैस की परेशानी हो सकती है।
- कभी भी बासी कुट्टू का सेवन ना करें, इससे आपकी कोशिकाओं को नुकसान पहुंच सकता है।
- 2 से 3 माह अधिक पुराने कुट्टू का सेवन करने से फूड पॉइजनिंग की परेशानी हो सकती है।
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