
मां बनना बहुत ही सुखद अनुभव होता है। प्रेग्नेंसी की खबर सुनने के बाद से ही हर एक महिला अपना और अपने पेट में पल रहे बच्चे का विशेष ख्याल रखती है। साथ ही आपका परिवार और रिश्तेदार भी आपकी हर ख्वाहिश को पूरा करने की कोशिश करते हैं। प्रेग्नेंसी के नौ महीने में मां को अपनी हर एक चीज का खास ख्याल रखना होता है। इस दौरान आपके आसपास के लोग कई तरह की सलाह देते हैं। खासतौर पर खानपान की चीजों को लेकर आपको तरह-तरह की सलाहें मिलती है। इन्हीं में से एक है कच्चा आम, बहुत से लोगों का मानना होता है प्रेग्नेंसी में आम का सेवन नहीं करना चाहिए। लेकिन क्या सच में प्रेग्नेंसी में आम खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता? अगर आपके मन में यह सवाल है, तो चलिए एक्सपर्ट से जानते हैं इस बारे में-
क्या प्रेग्नेंसी के दौरान खाना चाहिए आम?
इस बारे में डायट मंत्रा क्लीनिक की डायटीशियन कामिनी कुमारी का कहना है कि प्रेग्नेंसी में आम खाना सेहत के लिए फायदेमंद ही होता है। हालांकि, इस दौरान आम पा सेवन नियंत्रित मात्रा में ही करना चाहिए। गर्मियों में काफी ज्यादा आम मिलते हैं। इसलिए अगर आपको आम पसंद हैं, तो नियंत्रित मात्रा में इसका सेवन करें। अत्यधिक मात्रा में इसका सेवन करने से बचें। आम में विटामिन ‘ए’, विटामिन सी, विटामिन ‘बी6’ की अधिकता होती है, जो गर्भावस्था के दौरान शरीर में होने वाले इन पोषक तत्वों की कमी को पूरा करती है। इसके साथ ही इसमें फोलिक एसिड, पोटैशियम और आयरन की भी अधिकता होती है।
गर्भावस्था में आम न खाना है मिथक
एक्सपर्ट बताते हैं कि प्रेग्नेंसी में खान का सेवन ना करना एक मिथक है। कई लोगों कहना है कि आम के सेहत से शरीर की गर्माहट बढ़ती है। इसे ऊष्मोत्पादन (थर्मोजेनेसिस) भी कहते हैं। थर्मोजेनेसिस भोजन के कारण होता है। कई खाद्य पदार्थ जैसे - काली मिर्च, अदरक और औषधीय उत्पादों को पचाने के लिए शरीर को उर्जा की आवश्यता होती है। ये सभी खाद्य पदार्थ शरीर की उष्मा बढ़ाने का कार्य करती हैं। लेकिन आपको बता दें कि अभी तक इस बात को साबित नहीं किया जा चुका है कि आम के सेवन से शरीर में गर्माहट बढ़ती है। या फिर यह आपके बच्चे को नुकसान पहुंचाता है।
आम खाते वक्त रखें इन बातों का ख्याल
आन कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह उर्जा और एंटीऑक्सीडेंट का महत्वपूर्ण स्रोत है। आम को खरीदते समय इस बात को सुनिश्चित करें कहीं आम केमिकल्स से तो नहीं पकाए गए हैं। इसके अलावा सीजनल आम को ही खाएं। बेमौसम फलों के सेवन से बचें। ताकि इस बात से आप सुनिश्चित हो सकें कि आम केमिकल्स से ना पकाएं गए हैं।
आम मे पाए जानें वाले पोषक तत्व
आम कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, कोलेस्ट्रॉल, फाइबर, विटामिन, फोलेट, नियासिन, पैंटोथैनिक एसिड, पाइरिडोक्सिन (विटामिन बी 6), राइबोफ्लेविन, थायमिन, विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन के, इलेक्ट्रोलाइट, कॉपर, कैल्शियम इत्यादि पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
कौन सा आम खाना है सुरक्षित- कच्चा या पका?
गर्भावस्था में कच्चे और पके दोनों तरह का आम खाना सुरक्षित हो सकता है। पके हुए आम के सेवन से भूख उत्तेजित होता है। साथ ही यह पाचन में सहायक है और स्किन की रंगत को सुधारने में सहायक है। पके आम में मौजूद शर्करा की मात्रा होती है, जो आपके मीठे खाने की इच्छा को कम करता है। इसके अलावा कच्चा आम भी आपके लिए फायदेमंद है। कच्चे आम में कई तरह के विटामिंस होते हैं, जो पेट की अम्लता और मतली से आराम दिलाता है। आम के ये सभी फायदे आम के सेवन को पूरी तरह से सुरक्षित बनाता है।
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गर्भावस्था के दौरान ‘आम’ खाने के लाभ
लौहतत्वों की कमी को करता है पूरा
प्रेग्नेंसी के दौरान आम का सेवन करने से शरीर में खून की कमी दूर होती है। यह महिलाओं के शरीर में होने वाली लौह तत्वों के सप्लीमेंट को दूर करने में सहायक होता है। अगर आप आम के सीजन में 1 से 2 आम रोज खाते हैं, तो इससे आपके शरीर में खून की कमी नहीं होगी। इससे शरीर में रेल ब्लड सेल्स बढ़ेंगे।
भ्रूण के विकास में सहायक
आम में फोलिड एसिड की अधिकता होती है, जो गर्भावस्था में भ्रूण के विकास में सहायक है। गर्भावस्था की पहली तिमाही के दौरान आम का सेवन करने से भ्रूण के तंत्रिका और मस्तिष्क का विकास बेहतर तरीके से होता है। आम का सेवन सही तरीके से करने से गर्भावस्था के दौरान तंत्रिका नली में होने वाले दोष दूर होते हैं।
फाइबर की अधिकता
आम में फाइबर की अधिकता होती है, जो पाचन तंत्र को दुरुस्त करने में सहायक है। फाइबर पाचन को दुरुस्त करके कब्ज की परेशानी से राहत दिलाने में असरकारी है। यह गर्भावस्था के दौरान होने वाली पाचन की परेशानियों को दूर कर आपके शरीर को दुरुस्त रखता है। हालांकि, आम के अधिक सेवन से आपको गैस्टिक की समसया हो सकती है।
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इम्यूनिटी बूस्टर
आम में विटामिन ‘सी’ की अधिकता होती है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है। यह हमारे शरीर में फ्री रेडिकल्स को बढ़ने से रोकता है। इसके अलावा यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। साथ ही इसमें कैंसररोधी गुण होते हैं।
मस्तिष्क विकास में सहायक
आम के सेवन से शरीर में विटामिन ‘बी6’ की कमी को पूरा किया जा सकता है। इसमें मौजूद फोलिक एसिड भ्रूण के मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के विकास के लिए असरकारी माने जाते हैं।
गर्भावस्था के दौरान आम खाने के नुकसान
गर्भावस्था में आम का सीमित मात्रा में सेवन करना फायदेमंद होता है। लेकिन इसके अधिक सेवन से आपके शरीर को नुकसान भी हो सकता है। आइए जानते हैं प्रेग्नेंसी में आम खाने के कुछ प्रमुख दुष्प्रभाव-
- दस्त की शिकायत
- सिर चकराना
- अस्थिर मनोदशा
- सिर दर्द होना
- उलझन महसूस होना
- दौरा पड़ना
- सुस्ती जैसा अनुभव होना
- हाथों और पैरों में झुनझुनी होना
इन तरीकों से खाएं आम
- केमिकल्सयुक्त आम का ना करें सेवन
- बाहर से आए आम को अच्छे से धोएं।
- बेमौसम आम के सेवन से बचें।
- अधिक मात्रा में ना करें आम का सेवन।
- ज्यादा पके आम का ना करें सेवन
- कृत्रिक रूप से पकाए आम से रहें दूर