
मिसकैरिज या फिर अबॉर्शन का नाम सुनते ही लोगों के मन में यह डर बैठ जाता है कि अब महिला का मां बनना मुश्किल हो सकता है या फिर वह अब कभी ना नहीं बनेगी। लेकिन यह एक मिथ है। अबॉर्शन या फिर मिसकैरिज के बाद भी महिलाएं एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती हैं। इसलिए अगर आपका मिसकैरिज या फिर अबॉर्शन हुआ है, तो इसके लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है और ना ही नकारात्मक विचार लाने की आवश्यकता है। अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि मिसकैरिज या अबॉर्शन के बाद आप कितने दिन बाद मां बन सकती है? अबॉर्शन के बाद आपको किस तरह के आहार का चुनाव करना चाहिए? क्या मिसकैरिज के लिए दवाई खाना सही है या नहीं? आपके इन सभी सवालों के जबाव ढूंढने के लिए हमने नोएडा स्थित मदरहुड हॉस्पिटल की गायनाकोलॉजिस्ट एंड चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. मनीषा रंजन से बात की। आइए जानते हैं डॉ. मनीषा से जानते हैं इस बारे में-
1. क्या है अबॉर्शन (What is Abortion)
कुछ मामलों में गर्भ में पल रहे शिशु का सही से विकास नहीं हो पाता या फिर किसी बीमारी की वजह से महिला के शरीर में भ्रूण को रखना सही नहीं होता, तो ऐसी स्थिति पर शिशु को अबॉर्शन के जरिए बाहर निकाल दिया जाता है।
2. क्या है मिसकैरिज? (What is miscarriage)
गर्भावस्था के 20वें सप्ताह से पहले गर्भवती महिला के शरीर में फिट्स की मौत हो जाने की स्थिति को मिसकैरिज कहा जाता है। मिसकैरिज के कई कारण हो सकते हैं। भ्रूण का सही विकसित से विकसित ना होना। गर्भवती महिला को गंभीर समस्या होना। खानपान में किसी तरह की परेशानी। शारीरिक कमजोरी इत्यादि।
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3. क्या मिसकैरिज या अबॉर्शन के बाद फर्टिलिटी पर पड़ता है असर?
डॉक्टर मनीषा का कहना है कि मिसकैरिज या फिर अबॉर्शन का असर फर्टिलिटी पर बिल्कुल भी नहीं पड़ता है। लेकिन अगर आप प्रेग्नेंसी की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आपको पहले यह जानने की आवश्यकता है कि आपका मिसकैरिज या अबॉर्शन क्यों हुआ? डॉक्टर की सलाहनुसार रीजन जानकर ही आगे की प्लानिंग करना आपके लिए बेहतर साबित हो सकता है। क्योंकि मिसकैरिज या फिर अबॉर्शन का रीजन आपकी शारीरिक कमजोरी या फिर कोई गंभीर बीमारी भी हो सकती है, जिसके लिए डॉक्टर आपको कुछ समय बेबी प्लानिंग को टालने के लिए कह सकते हैं।
4. क्या अबॉर्शन कराने से भविष्य में प्रेग्नेंसी में आती है दिक्कत?
गायनाकोलॉजिस्ट डॉक्टर मनीषा का कहना है कि अबॉर्शन या फिर मिसकैरिज के बाद प्रेग्नेंसी में किसी तरह की दिक्कत नहीं आती है। हालांकि, मिसकैरिज या फिर अबॉर्शन के दौरान महिला का शरीर रिकवर होने में थोड़ा समय लगता है। लेकिन मिसकैरिज होने के 3 से 4 माह बाद महिला कंसीव कर सकती है। डॉक्टर का कहना है कि अबॉर्शन या फिर मिसकैरि के कुछ दिनों बाद ही महिला के पीरियड्स शुरू हो जाते हैं। जिसके 14 से 28 दिनों के अंदर ऑव्युलेशन की क्रिया शुरू हो जाती है। कुछ मामलों में यह प्रॉसेस मिसकैरिज के 1 सप्ताह बाद भी शुरू हो जाती है।
इसके अलावा अगर आपको अबॉर्शन या मिसकैरिज के 6 सप्ताह बाद भी पीरियड्स नहीं हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यदि आपकी प्रेग्नेंसी पॉजिटिव आ रही है, तो डॉक्टर से सलाह दें। इसके बाद डॉक्टर जांच के बाद पता लगाने की कोशिश करेंगे कि कहीं यह लेफ्टओवर प्रेग्नेंसी हाॅर्मोन तो नहीं हैं।
5. मिसकैरिज या अबॉर्शन के कितने दिनों बाद कर सकते हैं बेबी प्लानिंग ?
मिसैरिज या अबॉर्शन के बाद करीब 2 सप्ताह तक सेक्स ना करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा डॉक्टर आपको सेफ सेक्स करने की सलाह देते हैं, ताकि इंफेक्शन से बचा जा सके। डॉक्टर रंजन का कहना है कि अधिकतर मामलों में अबॉर्शन के 3 महीने बाद महिला बच्चे को कंसीव कर सकती है। अगर महिला शारीरिक और मानसिक रूप से फिट है, तो उन्हें बच्चे को कंसीव करने में ज्यादा वक्स नहीं लगेगा। वहीं, अगर वह अबॉर्शन के बाद इमोशनली तैयार नहीं है, तो थोड़ा वक्त देने की जरूरत है। इसके अलावा सर्जिकल अबॉर्शन में महिलाओं को कुछ समस्याएं फेस करनी पड़ सकती है। जैसे-
- ब्लीडिंग
- इंफेक्शन की समस्या
- गर्भाशय ग्रीवा टियर
- रिटेन्ड टिशू
इसके अलावा दवाई के सहारे किया गया अबॉर्शन भी सेफ होता है। बशर्ते आप डॉक्टर की सलाह लें। कुछ मामलों में देखा गया है कि महिला डॉक्टर की सलाह लिए वगैर दवाई खाकर अबॉर्शन करने की कोशिश करती हैं। ऐसा करना महिला के लिए बहुत ही खतरनाक हो सकता है। डॉक्टर रंजन का कहना है कि डॉक्टर की सलाह वगैर दवाई से अबॉर्शन करने से महिला की जान जाने तक का खतरा हो सकता है। इसलिए बिना डॉक्टर की राय लिए वगैर अबॉर्शन पिल ना खाएं।
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6. क्या दवाई से अबॉर्शन करने केे बाद कंसवी करने में आती है परेशानी?
कई लोगों को कहने हुए सुना होगा कि खुद से दवाई लेकर अबॉर्शन करने से आगे चलकर मां बनने में परेशानी आती है। लेकिन यह एक मिथ है। डॉक्टर रंजन का कहना है कि पिल के सहारे अबॉर्शन कराने से मां बनने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं आती है। बशर्ते महिला किसी गंभीर बीमारी से ना गुजर रही हो। हां, लेकिन यह आपके लिए रिस्क उठाने जैसा हो सकता है। बिना डॉक्टर की सलाह पर पिल लेना कभी भी सेफ साबित नहीं होता, इसलिए किसी भी परिस्थिति में अबॉर्शन कराने के दौरान डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
7. अबॉर्शन के बाद पहले जैसा होने के लिए कैसा होना चाहिए लाइस्टाइल?
डॉक्टर रंजन बताती हैं कि अबॉर्शन के बाद पहले जैसा यानी खुद को स्वस्थ करने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल का चुनाव करें। इसके लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। खानपान का विशेष ध्यान दें।
नियमित रूप से एक्सरसाइज
डॉक्टर रंजन बताती हैं कि अबॉर्शन के बाद नियमित रूप सेे एक्सरसाइज बहुत ही जरूरी है। शुरुआत में आप भले ही हल्के-फुल्के एक्सरसाइज करें। लेकिन जैसे-जैसे आप रिकवर हो रहे हैं। वैसे ही दिन में कम से कम 30 से 40 मिनट एक्सरसाइज रुटीन को अपने दिनचर्या में शामिल करें।
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संतुलित आहार का करें सेवन
अबॉर्शन के बाद हमारा शरीर काफी ज्यादा कमजोर हो जाता है। ऐसे में इस दौरान अपने आहार में संतुलित भोजन को शामिल करना बहुत ही जरूरी होता है। इस दौरान आपके शरीर में आयरन की कमी हो सकती है। इसलिए अपने आहार में आयरनयुक्त चीजों को शामिल करें। इसके अलावा प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिंस से भरपूर चीजों को अपने आहार में शामिल करें।
धूम्रपान से दूर रहें
स्वस्थ जीवनशैली को बनाए रखने के लिए धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं। धूम्रपान और शराब आपके फर्टिलिटी पर असर डाल सकती है। ऐसे में अगर आप दोबारा कंसीव करना चाहती हैं, तो धूम्रपान और शराब जैसी चीजों से दूरी बनाना बेहतर होगा।
8. अबॉर्शन के बाद बेबी प्लानिंग के कुछ टिप्स?
- बेबी प्लानिंग करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।
- धूम्रपान और शराब से बनाएं दूरी।
- कैफीन इनटेक कम करें।
- पार्टनर के साथ सेक्स एक्टिविटी बनाए रखें।
- ओव्यूलेशन पीरियड के दौरान सेक्स एटिविटी अधिक करेँ।