हर आपातकालीन स्थिति के लिए रहना है तैयार, तो बुजुर्गों के लिए फर्स्‍ट एड बॉक्‍स में जरूर रखें ये जरूरी सामान

अगर आपके घर में भी बड़े बुजुर्ग हैं, तो आप उनके लिए एक खास फर्स्‍ट एड बॉक्‍स तैयार करें। जिसमें की सभी जरूरी चीजें मौजूद हों। 
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हर आपातकालीन स्थिति के लिए रहना है तैयार, तो बुजुर्गों के लिए फर्स्‍ट एड बॉक्‍स में जरूर रखें ये जरूरी सामान

यदि किसी घर में बड़े बुजुर्ग हैं, तो उनकी अच्‍छी देखभाल के साथ किसी आपातकालीन के लिए हमेशा तैयार रहना बेहद जरूरी है। वैसे तो हम सबके घर में फर्स्‍ट एड बॉक्‍स मौजूद होता है, जो कि किसी चोट लगने या स्‍वास्‍थ्‍य बिगड़ने पर हमारी प्राथमिक चिकित्‍सा के रूप में काम आता है। लेकिन अगर घर में बुजुर्ग लोग मौजूद हों,तो यह और भी जरूरी हो जाता है एक आपके घर में एक खास फर्स्‍ट एड बॉक्‍स हो। जिसमें कि हर वो जरूरी सामान मौजूद हो, जो कि आपके घर के बुजुर्गों की प्राथमिक चिकित्‍सा में काम आ सके। इसलिए यदि आपके पास फर्स्‍ट एउ किट पहले से मौजूद है, तो आप यह सुनिश्चित करें कि उसमें सभी आवश्‍यक चीजें मौजूद हैं या नहीं। आइए यहां हम आपको बताते हैं कि अगर आपके घर में कोई बुजुर्ग व्‍यक्ति है, तो आपकी किट में कौनी सी जरूरी चीजें होनी चाहिए। 

First Aid Box

बुजुर्गों के लिए फर्स्‍ट एड बॉक्‍स 

यहां हम उन जरूरी चीजों को बता रहे हैं, जो आपके घर के बुजुर्गों के लिए जरूरी हैं और उनके फर्स्‍ट एड बॉक्‍स में होनी चाहिए: 

  • फेस मास्‍क 
  • थर्मामीटर
  • एंटीसेप्टिक मरहम और वाइप्‍स 
  • कोल्ड पैक
  • घुटने और कोहनी के आकार में बैंड-एड्स
  • थर्मल पैच
  • दवाएं: जैसे बुखार या सिर दर्द कम करने की दवा, एंटी इंफ्लामेटरी, एंटीहिस्टामाइन, कैलेमाइन लोशन और हाइड्रोकार्टिसोन क्रीम
  • मेडिकल टेप
  • हैंड सैनिटाइज़र 
  • कैंची, सेफ्टी पिन और सुई
  • बुजुर्गों की दवाओं की जानकारी, जैसे दवा और उसका समय 
  • एंटीबायोटिक लोशन
  • कॉटन बॉल और स्वैब
  • आंखों के काले चश्मे 
  • डिस्पोजेबल दस्‍तानें 
  • यदि आवश्‍यक हो या संभव हो, तो ब्‍लड प्रेशर मॉनिटर या मशीन, ब्‍लड शुगर मीटर। 
  • फर्स्ट एड गाइड बुक 

इस प्रकार यदि आपके पास अपने घर के बुजुर्गों के लिए फर्स्‍ट एड बॉक्‍स में ये सभी जरूरी चीजें मौजूद हैं, तो आप हर आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहेंगे और अपने घर के बुजुर्ग लोगों को प्राथमिक चिकित्‍सा दे पाएंगे। 

प्राथमिक चिकित्‍सा से जुड़े अन्‍य सुझाव 

घर में बच्‍चे हों या बूढ़े, कुछ स्थितियां ऐसी बनती हैं, जब कि शायद आपके फर्स्‍ट एड बॉक्‍स में मौजूद चीजें आपके काम न आएं। ऐसे में आप दिमाग से काम लें और स्थिति से निपटने की कोशिश करें। यहां कुछ सामान्‍य स्‍वास्‍थ्‍य स्थितियां हैं, जो किसी के साथ भी हो सकती हैं। इसलिए आइए यहां उन स्थितियों से कैसे निपटें, यह भी जान लें। 

नाक से खून आना 

एक नकसीर तब होती है जब नाक के अंदर रक्त वाहिकाएं टूट जाती हैं। क्योंकि वे नाजुक हैं, यह आसानी से हो सकता है। जब ऐसा होता है, तो थोड़ा आगे की ओर झुकें और अपनी नाक को ठीक नीचे की ओर से चुटकी के साथ पकड़े। इसमें आप 5 से 15 मिनट तक दबाव बनाए रखें। अगर ऐसे में खून न रूके, तो आप अपने सिर को पीछे की ओर झुकाएं। समस्‍या गंभीर लगने पर डॉक्‍टर की सलाह लें।

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मोच

मोच लगने पर आप दिन भर में हर 20 मिनट में उस पर बर्फ लगाएं और हटाएं। इसके बाद कम से कम 24 घंटे तक चोट को न छेड़ें। उसके बाद, उस क्षेत्र में रक्त के प्रवाह को बढ़ावा देने के लिए हॉट कंप्रेस ट्राई करें। यदि कुछ दिनों में चोट में सुधार नहीं होता है, तो यह एक फ्रैक्चर या एक मांसपेशी की चोट हो सकती है। इसलिए फिर आप डॉक्‍टर से संपर्क करें। 

घुटन 

यदि किसी को सांस लेने में तकलीफ हो, तो आप उस व्‍यक्ति को झुकने के लिए बोलें। इसके बाद आप अपने एक हाथ उसके पेट पर और दूसरे हाथ की हथेली का उपयोग करके, पीठ और कंधे के नीचे चार से पांच बार थोड़ा तेजी के साथ मारें। आप उसके पेट यानि नाभि के ऊपर एक मुट्ठी रखें और दूसरी मुट्ठी से उसकी पसलियों की तरफ पांच बार धक्का दें।

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जानवर के काटने पर 

एक जानवर के काटने के मामले में, जरूरी बात जो ध्‍यान देने योग्‍ये है। वह यह है कि जब तक जानवर के काटने की जगह का खून बंद नहीं होता है, तब तक प्रत्यक्ष दबाव लागू करके रक्तस्राव को रोकें। धीरे से साबुन और गर्म पानी से साफ करें। सफाई के बाद कई मिनट तक रगड़ें। संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए एंटीबायोटिक क्रीम लागू करें, और एक पट्टी के साथ कवर करें। यदि पशु के काटने से खरोंच अधिक हो या चोट गंभीर हो, तो डॉक्‍टर की मदद लें। 

चोट

पहले 24-48 घंटों के लिए क्षेत्र को बर्फ पर और बंद करें। एक समय में लगभग 15 मिनट के लिए बर्फ लागू करें, और हमेशा बर्फ और आपकी त्वचा के बीच एक तौलिया या कपड़ा  डालें। दर्द होने पर पेनकिलर लें। 

आई इंजरी

अगर केमिकल एक्सपोजर है, तो अपनी आंखों को न रगड़ें। तुरंत बहुत सारे पानी से आंख को धो लें और ऐसा करते समय चिकित्सा सहायता प्राप्त करें। आंख पर पट्टी न बांधें। अगर आंख पर झटका लगा है, तो एक ठंडा सेक लागू करें, लेकिन आंख पर दबाव न डालें। यदि कोई चोट लगी हो, खून बह रहा है या नजर में परिवर्तन होता है, तो तुरंत एक डॉक्टर को दिखाएं। 

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