
Balam Kheera benefits side effects and uses : भारतीय परंपरा में कई प्रकार के फल, फूल और पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है। शहरी क्षेत्रों में बेशक इस तरह की चीजें पुराने जमाने की हो, लेकिन ग्रामीण भारत में आज भी पारंपरिक भोजन को ही पहला स्थान दिया जाता है। भारत के पारंपरिक आहार में से एक है बालम खीरा (Balam Kheera)। बालम खीरा को कई क्षेत्रों में कचरी, कचरी खीरा भी कहा जाता है। बालम खीरा का स्वाद हल्का सा तीखा, कसेला और हल्का खट्टा (Balam Kheera ka Sawad kaisa hota hai) होता है।
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बालम खीरा में पाए जाने वाले पोषक तत्व- Nutritional Components of Balam Kheera
बालम खीरा खाने के प्रमुख स्वास्थ्य लाभ - Health Benefits of Balam Kheera
1. किडनी स्टोन में लाभकारी- Balam Kheera Beneficial in kidney stone
2. शरीर का डिटॉक्सिफिकेशन - Balam Kheera Detoxification the body
3. शरीर को रखें हाइड्रेटेड- Balam Kheera keep the body hydrated
4. दस्त और गैस से दिलाता है छुटकारा- Balam Kheera Provides relief from diarrhea and gas
5. त्वचा रोगों में फायदेमंद- Balam Kheera Beneficial in skin diseases
बालम खीरे के सेवन में सावधानियां- Precautions While Eating Balam Kheera
बालम खीरा क्या है- What is Balam Kheera
बालम खीरा एक प्रकार का छोटा जंगली फल है जो खीरे की ही प्रजाति से संबंधित होता है, परंतु यह आम खीरे की तरह नहीं दिखता। इसका आकार छोटा, मोटा और बाहर से खुरदरा होता है।
बालम खीरा में पाए जाने वाले पोषक तत्व- Nutritional Components of Balam Kheera
दिल्ली की अंजना कालिया डाइट क्लीनिक की आयुर्वेदिक डॉक्टर और न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. अंजना कालिया (Dr. Anjana Kalia, Ayurvedic Doctor and Nutritionist, Anjana Kalia‘s Diet Clinic, Delhi) के अनुसार, 100 ग्राम बालम खीरा में फाइबर 2.5–3 ग्राम, विटामिन C 10–15 मिलीग्राम, पोटेशियम 150–200 मिलीग्राम, कैल्शियम 15–25 मिलीग्राम, आयरन 1 से 2 ग्राम पाया जाता है। बालम खीरा में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट और फेनोलिक यौगिक भी पाए जाते हैं, जो समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। नियमित तौर पर बालम खीरा का सेवन करने से सेहत को कई प्रकार से फायदा पहुंचता है। आयुर्वेदाचार्य के अनुसार, बालम खीरा त्रिदोष शामक है यानी यह वात, पित्त और कफ तीनों दोषों को संतुलित करता है। खासकर यह पित्त और कफ संबंधी समस्याओं में अधिक प्रभावी है।
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बालम खीरा खाने के प्रमुख स्वास्थ्य लाभ - Health Benefits of Balam Kheera
1. किडनी स्टोन में लाभकारी- Balam Kheera Beneficial in kidney stone
बालम खीरा में प्राकृतिक रूप से मूत्रवर्धक तत्व पाए जाते हैं। नियमित तौर पर इसका सेवन करने से पेशाब की मात्रा बढ़ती है, जिससे ये गुर्दे की पथरी को तोड़ने और उसे बाहर निकालने में मदद करता है। बालम खीरा खाने से गुर्दे में पथरी की समस्या कम होने की संभावना रहती है।

2. शरीर का डिटॉक्सिफिकेशन - Balam Kheera Detoxification the body
आयुर्वेद में बालम खीरा को पित्तनाशक, कफहर, मूत्रल, ज्वरनाशक कहा गया है। ये शरीर में नेचुरल डिटॉक्सिफायर की तरह काम करता है। बालम खीरा खाने से शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं। ये लिवर को साफ करता है, जिससे बीमारियों का खतरा कम होता है। जो लोग जंक, प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड ज्यादा खाते हैं, उनके लिए बालम खीरा बहुत फायदेमंद होता है।
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3. शरीर को रखें हाइड्रेटेड- Balam Kheera keep the body hydrated
बालम खीरा में प्राकृतिक रूप से 70 प्रतिशत से ज्यादा पानी पाया जाता है। इसको खाने से शरीर को हाइड्रेट रहता है। । गर्मियों में यह लू और डिहाइड्रेशन से बचाव करता है।
4. दस्त और गैस से दिलाता है छुटकारा- Balam Kheera Provides relief from diarrhea and gas
एक्सपर्ट के अनुसार, आयुर्वेद में बालम खीरा को दीपन-पाचन (अग्नि वर्धक) औषधि माना गया है। यह आमाशय में जमे मल, विषाक्त पदार्थों और कफ को सही तरीके से बाहर निकालता है। बालम खीरा खाने से दस्त, गैस, अपच और पेट फूलने की समस्या से छुटकारा मिलता है।
5. त्वचा रोगों में फायदेमंद- Balam Kheera Beneficial in skin diseases
गर्मियों में होने वाले त्वचा जैसे- पिंपल्स, एक्ने, दाद, खुजली, फोड़े और फुंसियों की समस्या में भी बालम खीरा फायदेमंद होता है। बालम खीरा का लेप त्वचा पर लगाने से विभिन्न प्रकार की परेशानियां दूर होती है।
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बालम खीरे के सेवन में सावधानियां- Precautions While Eating Balam Kheera
- आयुर्वेदाचार्य के अनुसार, बालम खीरा की तासीर गर्म होती है। इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से अम्लपित्त (Acidity) या जलन का कारण बन सकता है।
- जो महिलाएं गर्भवती हैं या छोटे शिशु को स्तनपान करवा रही हैं, उन्हें डॉक्टर या आयुर्वेदाचार्य की सलाह पर ही एक सीमित मात्रा में बालम खीरा का सेवन करना चाहिए।
- जिन लोगों के परिवार में बालम खीरा की एलर्जी का इतिहास रहा है उन्हें भी इसका सेवन करने से बचना चाहिए।
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निष्कर्ष
बालम खीरा स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए बहुत लाभकारी फल है। बालम खीरा का सेवन सही मात्रा, उचित विधि और शरीर की प्रकृति के अनुसार लिया जाए, तो यह शरीर स्वस्थ रखने में मदद कर सकती है।
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FAQ
बालम खीरा कौन-कौन सी बीमारी में काम आता है?
बालम खीरा आयुर्वेद में कई बीमारियों के उपचार में उपयोगी माना गया है। बालम खीरा का सेवन करने से गैस, अपच, एसिडिटी समेत अन्य पाचन संबंधी बीमारियां नहीं होती है। बालम खीरा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो त्वचा रोग जैसे दाद, खाज, खुजली, फुंसी को ठीक करते हैं। इसके अलावा ये ब्लड शुगर को भी मैनेज करने में मददगार माना जाता है।बालम खीरा को कैसे खाया जाता है?
बालम खीर कई प्रकार से खाया जाता है। कुछ लोग बालम खीरा को हल्के तेल और मसाले डालकर सब्जी बनाकर खाता है। वहीं, कुछ लोग आयुर्वेदिक दिनचर्या को अपनाते हुए बालम खीरा के जूस का सेवन रोजाना सुबह खाली पेट करते हैं।बालम खीरा का दूसरा नाम क्या है?
बालम खीरा का दूसरा नाम कचरी है। कुछ जगहों पर बालम खीरा को जंगली खीरा, कचरा या कचरी खीरा के नाम से भी जाना जाता है। बालम खीरा में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, इसलिए ये सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
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