आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपने सेहत का खास ध्यान नहीं रख पाते हैं। ऐसे में खराब लाइफस्टाइल और डाइट के कारण आपके पाचन और गट हेल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है। पहले के समय में ज्यादातर बुजुर्गों में ही पाचन से जुड़ी समस्याएं ज्यादा होती थी, परंतु आज के समय में बच्चों से लेकर युवा हर वर्ग के लोगों में पेट से जुड़ी समस्याएं देखने को मिल रही हैं। हालांकि अगर आपको अपने गट हेल्थ को बेहतर रखना है तो जरूरी है कि अपने जीवनशैली में हेल्दी बदलाव करें। आयुर्वेद में भी गट हेल्थ को बेहतर रखने के कई तरीके बताए गए हैं। ऐसे में आइए आयुर्वेदिका क्लीनिक की आयुर्वेदिक डॉ. विन्ती से जानते हैं गट हेल्थ को बेहतर रखने के लिए आयुर्वेदिक सीक्रेट्स क्या है?
आयुर्वेद में गट हेल्थ को स्वस्थ कैसे रखें?
1. त्रिकटु
त्रिकटु, काली मिर्च, पिसी मिर्च और अदरक के मिश्रण को कहा जाता है, जो पाचन को बढ़ावा देता है और पाचन अग्नि को बेहतर रखता है, जिससे पेट का स्वास्थ्य बेहतर होता है।
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2. जीरा
जीरा का सेवन ब्लोटिंग की समस्या को दूर करने और ओवरऑल गट हेल्थ को बेहतर रखने में मदद करता है।
3. सौंफ और अदरक
सौंफ और अदरक को एक साथ खाने से पेट की समस्याओं को शांत करने में मदद करता है और पाचन को बढ़ावा देता है, जिससे पेट में होने वाली असुविधा को कम करने और पाचन से जुड़ी समस्याओं को बढ़ावा देता है।
4. आंवला
आंवला एक प्राकृतिक आंत कायाकल्प के रूप में काम करता है और आपके शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाता है, जो समग्र पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है।
5. त्रिफला
आंवला, बहेड़ा, और हरड़ के मिश्रण को त्रिफला कहा जाता है, जिसका सेवन धीरे-धीरे आपके पेट को डिटॉक्स करता है। इसका नियमित सेवन मल त्याग को बढ़ावा देता है, और पाचन को संतुलित रखता है।
6. घी
घी का सेवन पेट के स्वास्थ्य के लिए हेल्दी माना जाता है, जो आंत की परत को पोषण देता है, पाचन एंजाइमों के डिस्चार्ज को बढ़ावा देता है और हेल्दी गट माइक्रोबायोम को बढ़ावा देता है।
7. सही तरह से खाना
भोजन को हमेशा अच्छी तरह से खाना, जैसे चबाने और छोटी-छोटी बाइट लेने से खाना आसानी से पच जाता है और पाचन में सुधार होता है।
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8. छाछ
छाछ में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो आंत के बैक्टीरिया को संतुलित करते हैं और पाचन को शांत करते हैं। इसके साथ ही यह पेट में स्वस्थ बैक्टीरिया के स्तर को बनाए रखने में मदद करते हैं।
9. पवनमुक्तासन
पवनमुक्तासन, एक योग मुद्रा है, जो पाचन को आसान बनाती है, एसिडिटी की समस्या को दूर करता है और ब्लोटिंग की परेशानी से राहत दिलाने में मदद करता है।
10. वज्रासन
वज्रासन, बैठकर की जाने वाली एक योग मुद्रा है, जो पाचन को बढ़ावा देता है और पाचन तंत्र को शांत करता है। खाना खाने के बाद इस आसान को करने से पाचन तंत्र बेहतर रहता है, और पेट से जुड़ी समस्याएं दूर होती है।
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खराब गट हेल्थ को ठीक करने के लिए और पाचन तंत्र को बेहतर रखने के लिए आप इन आयुर्वेदिक अभ्यासों को अपनी डेली रूटीन में शामिल कर सकते हैं।
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