आयुर्वेद के नियम हजारों सालों से अपना महत्व इसीलिए बनाए हुए हैं क्योंकि इसमें दवाओं से ज्यादा स्वस्थ जीवनशैली को महत्व दिया गया है। आयुर्वेद का मानना है कि व्यक्ति सही आहार और सही जीवनशैली अपनाए तो हमेशा स्वस्थ और निरोगी रह सकता है। इसीलिए आयुर्वेद में हर मौसम के अनुरूप जीवनशैली और खानपान के कुछ नियम बताए गए हैं, जिन्हें ऋतुचर्या कहते हैं। अभी मॉनसून सीजन है और इस सीजन में बरसात होती है। इसीलिए आज हम आपको बता रहे हैं आयुर्वेद के अनुसार बारिश के मौसम में आपका खानपान कैसा होना चाहिए यानी आयुर्वेद में वर्षा ऋतुचर्या के लिए आहार नियम। इन आहार टिप्स को अपनाकर आपकी इम्यूनिटी भी बूस्ट होगी और आप निरोगी रह सकेंगे।
डाइट में शामिल करें ये अनाज (Grains to Eat in Monsoon)
अनाजों में बहुत ताकत होती है। अनाज फाइबर से भरपूर होते हैं और इनमें ढेर सारे विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को सैकड़ों तरह की बीमारियों से बचाते हैं। इसलिए बारिश के मौसम में आपको गेंहूं, चावल, ज्वार, क्विनोआ, ओट्स, मक्का आदि का सेवन करना चाहिए। आप इन अनाजों के प्रयोग से ढेर सारी डिशेज बना सकते हैं जैसे- रोटी, पराठा, पोहा, डोसा, उपमा, इडली, स्प्राउट्स, कांजी (चावल का सूप), खिचड़ी, दलिया आदि।
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जरूर खाएं ये फल और सब्जियां (Seasonal Fruits and Vegetables in Monsoon)
आयुर्वेद के अनुसार आपको हमेशा मौसमी फलों और सब्जियों का ही सेवन करना चाहिए। बगैर मौसम की चीजें बाजार में भले ही मिल रही हों, उनका सेवन आपके लिए लाभप्रद नहीं है। फल और सब्जियों में ढेर सारे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, मिनरल्स और विटामिन्स होते हैं, जिसके कारण ये शरीर को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण होते हैं। इसलिए अपनी डाइट में तरह-तरह की रंगीन फलों और सब्जियों शामिल करें। बारिश के मौमस में आपको कद्दू (सीताफल), भिंडी, प्याज, लहसुन, टमाटर, अदरक, तोरई, अरबी, शिमला मिर्च, बैंगन आदि का सेवन करना चाहिए। फलों में आप सेब, अनार, चेरी, आड़ू, अनानास, नासपाती, कीवी, जामुन और दूसरे लोकल सीजनल फलों का सेवन कर सकते हैं।
मसाले बढ़ाते हैं इम्यूनिटी और स्वाद (Herbs and Spices to Boost Immunity)
खाने में मसाले स्वाद तो बढ़ाते ही हैं साथ ही सही मसालों का प्रयोग करें तो आपकी इम्यूनिटी भी बढ़ती है। इसलिए अपने खाने में हींग, जीरा, धनिया के बीज, काली मिर्च, इलायची, दाल चीनी, तेजपत्ता, मेथी के बीज, अजवाइन के बीज आदि को जरूर शामिल करें। इसके अलावा कुछ हर्ब्स जैसे- घर में उगाई गई धनिया पत्तियां, घर में उगाई गई पुदीने की पत्तियां, लहसुन, अदरक, प्याज, नींबू आदि का भी खूब सेवन करें।
खानपान और लाइफस्टाइल के इन नियमों का भी करें पालन (Diet And Lifestyle Rules in Monsoon)
- बारिश के मौसम में छाछ, दही, गाय का दूध (1 बार उबाला गया) और देसी घी का सेवन जरूर करें।
- रोजाना सुबह उठने के बाद एक बड़ा ग्लास गुनगुना पानी पीने के बाद अपने दिन की शुरुआत करें।
- योगासन, प्राणायाम और ध्यान के लिए रोजाना सुबह या शाम थोड़ा समय जरूर निकालें।
- घर में धूप, गुग्गुल, नीम की पत्तियां आदि जलाकर घर के वातावरण को शुद्ध रखें।
आयुर्वेद के अनुसार बारिश के मौसम में परहेज वाले आहार (Foods Avoid Eating in Monsoon)
- पत्तेदार सब्जियां कम खाएं क्योंकि इनमें बैक्टीरिया और कीड़े बारिश के मौसम में ज्यादा लगते हैं, जो आपको बीमार बना सकते हैं। धनिया, पुदीना जैसी रोज के इस्तेमाल के हर्ब्स आप घर में भी उगा सकते हैं।
- तेल और मसालों का सेवन कम करें। (जो मसाले ऊपर बताए गए हैं, उनका सेवन जरूर करें मगर बहुत अधिक मात्रा में नहीं)
- बेहतर होगा कि गेंहू के आटे की जगह जौ और चने को मिलाकर पिसवाएं और इसकी रोटियां खाएं।
- दोपहर के भोजन में मीठा, नमकीन, कड़वा, खट्टा, तीखा, कसैला आदि सभी स्वाद की चीजें शामिल होनी चाहिए जबकि रात के समय मीठे और खट्टे का सेवन वर्जित है।
- रात का भोजन हल्का होना चाहिए और रात में सोने से पहले एक ग्लास दूध में आधा चम्मच हल्दी या 1 चम्मच देसी घी डालकर जरूर पिएं। बारिश के मौसम में गाय के दूध का सेवन ज्यादा बेहतर होता है।
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