At What Age Does Testosterone Drop In Men In Hindi: टेस्टोस्टेरोन एक तरह का स्टेरॉएड हार्मोन है। इसे मुख्य रूप मेल सेक्स हार्मोन के नाम से जाना जाता है, जो कि टेस्टीकल से प्रोड्यूस होता है। इसके अलावा, यह पुरुषों के सेक्सुअल कैरेक्टर को डिफाइन करता है। जैसे यह स्पर्म प्रोडक्शन, उसकी मोबिलिटी को मेंटेन करता है। साथ ही, ओवर ऑल हेल्थ पर भी इसका पॉजिटिव असर पड़ता है। बहरहाल, मौजूदा जीवनशैली, हमारी लाइफटाइल, खानपान की बुरी आदतें टेस्टोस्टेरोन के स्तर को प्रभावित कर सकती हैं। ऐसे में विशेषज्ञ हमेशा हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल फॉलो करने की सलाह देते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि बढ़ती उम्र के साथ अपने आप टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी आने लगती है। सवाल है, किस उम्र से टेस्टोस्टेरोन घटना शुरू हो जाता है। आइए, जानते हैं क्या कहते हैं रह ठीक हो सकती है? इस संबंध में हमने मेडिकवर हॉस्पिटल के यूरोलॉजिस्ट और एंड्रोलॉजिस्ट डॉ. विजय दहिफले से।
टेस्टोस्टेरोन किस उम्र से घटना शुरू होता है?- At What Age Does Testosterone Drop In Men In Hindi
विशेषज्ञों की मानें, तो पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर में धीरे-धीरे कमी आती है। बढ़ती उम्र के साथ ऐसा होना स्वाभाविक है। उम्र की बात करें, तो 30 से 40 की उम्र के बाद से पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर में गिरावट देखने को मिलती है। हालांकि, टेस्टोस्टेरोन के स्तर में गिरावट काफी कम मात्रा में होती है। साल भर में महज 1-2 फीसदी गिरावट ही नोटिस की जाती है। जैसा कि पहले ही जिक्र किया है कि यह नेचुरल प्रोसेस है, जिसे आप रोक नहीं सकते हैं। हां, बहुत संख्या में ऐसे पुरुष भी होते हैं, जिनके टेस्टोस्टेरोन में बहुत तेजी से गिरावट होती है या गिरावट का स्तर ऊपर बताए गए प्रतिशत से भी कम होता है। ध्यान रखें कि यह प्रक्रिया महिलाओं में होने वाले मेनोपॉज जैसा नहीं होता है। मेनोपॉज के बाद महिलाओं के पीरियड्स पूरी तरह बंद हो जाते हैं। लेकिन, पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन की मौजूदगी ताउम्र बनी रहती है। हालांकि, टेस्टोस्टेरोन के कारण स्पर्म प्रोडक्ट की गुणवत्ता और क्वांटिटी में कमी आ सकती है।
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35 की उम्र के बाद टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के नेचुरल तरीके
- नियमित एक्रसाइज करेंः 35 के बाद टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के लिए पुरुषों को नियमित रूप से एक्रसाइज, जैसे वेट लिफ्टिंग करनी चाहिए। इससे टेस्टोस्टेरोन का स्तर बूस्ट होता है।
- बैलेंस्ड डाइट लेंः मौजूदा समय में ज्यादतर लोग कामकाज में इतने व्यस्त है कि घर का बना खाना खाने के बजाय रेडी टू ईट फूड को इंपॉर्टेंस देते हैं। इसका नेगेटिव असर ओवर ऑल हेल्थ पर पड़ता है। इससे टेस्टोस्टेरोन के स्तर में भी कमी आती है।
- पर्याप्त नींद लेंः अगर आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो इसकी वजह से टेस्टोस्टेरोन का स्तर में गिरावट आ सकती है। ऐसा आपके साथ न हो, इसके लिए जरूरी है कि 35 साल की उम्र के बाद सभी पुरुष कम से कम 7-8 घंटे की क्वालिटी नींद जरूर लें।
- स्ट्रेस मैनेज करेंः 35 की उम्र के बाद बढ़ते स्ट्रेस का भी टेस्टोस्टेरोन के स्तर पर नेगेटिव असर पड़ता है। इस उम्र के बाद चाहिए कि आप अपने स्ट्रेस को मैनेज करें। इसके लिए जरूरी हो, तो एक्सपर्ट की मदद लें।
FAQ
मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरा टेस्टोस्टेरोन का स्तर अच्छा है?
टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम है या ज्यादा, इसका पता लगाने का एकमात्र तरीका है कि इसका टेस्ट किया जाता है। आप चाहें, तो टेस्टोस्टेरोन के स्तर का लेवल जांचने के लिए डॉक्टर से मिल सकते हैं।कौन सी चीजें पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन कम करती हैं?
टेस्टोस्टेरोन में कमी आने के पीछे कई कारण हैं, जैसे खराब डाइट, पोषक तत्वों की कमी, पर्याप्त नीं न लेना और तनाव का स्तर ज्यादा होना।टेस्टोस्टेरोन ज्यादा होने के क्या लक्षण हैं?
पुरुषों में हाई टेस्टोस्टेरोन होने पर कई लक्षण नजर आते हैं, जैसे- स्किन रैशेज, एक्ने, पिंपल, यौन इच्छा में बढ़ोत्तरी, शरीर में अधिक बाल उगना और मेंटन हेल्थ पर भी इसका असर देखने को मिलता है।