गठिया (Arthritis and joint pain) एक आम स्वास्थ्य स्थिति है, जिसमें हड्डियों और जोड़ों में पुरानी सूजन होती है। गठिया के मरीजों में अचानक से जोड़ों का दर्द बढ़ता और घटता है। ऐसे में हम कुछ चीजों का ध्यान रखें, तो ये स्थिति काबू में रह सकती है। शोध बताते हैं कि दुनिया में कई आहार हैं जो गठिया और पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस वाले लोगों में लक्षणों की गंभीरता को कम कर सकता है। वहीं कुछ चीजें ऐसी भी हैं जिन पर काबू कर आप खुद को इस परेशानी से बचाए रख सकते हैं। आज हम आपको ऐसी ही 3 चीजों के बारे में बताएंगे, जिसे आपको लेने से बचना चाहिए (What to avoid in Arthritis)क्योंकि ये चीजें आपके दर्द को तेजी से बढ़ा कर सकती है। आइए जानते हैं इन चीजों के बारे में विस्तार से।
1.लस युक्त खाद्य पदार्थ
ग्लूटेन गेहूं, जौ, राई आदि में पाए जाने वाली एक सामग्री है, जो कि लसदार होती है। कुछ शोध इसे बढ़ती हुई सूजन से जोड़ते हैं और बताते हैं कि लस युक्त चीजें गठिया के लक्षणों में आसानी बढ़ा सकती हैं। विशेष रूप से, बढ़ती हुई उम्र वाले लोगों में। अध्ययन में पाया गया कि एक लस मुक्त, शाकाहारी आहार ने रोग गतिविधि को काफी कम कर देता है और सूजन में कमी ले आता है। अल्ट्रा-प्रोसेस्ड आइटम जैसे फास्ट फूड, ब्रेकफास्ट अनाज, और बेक्ड चीजों में भी ग्लूटेन होता है, ऐसे में इसे खाने से बचें। इसलिए कोशिश करें कि ग्लूटेन फ्री चीजों को खाएं और हाइली प्रोसेस्ड और ज्यादा चीनी व नमक वाली चीजों को खाने से बचें।
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2.खाने में इस्तेमाल न करें ओमेगा-3 वाले तेल
ओमेगा -6 फैट वाले तेल आपके जोड़ों के दर्द को बढ़ा सकते हैं। दरअसल अधिकांश बाहर मिलने वाले आहारों में ओमेगा -6 से ओमेगा -3 s मिलता है। ऐसे में कोई तेल जिनमें ओमेगा-3 हो उसे लेने (Foods to Avoid with Arthritis)से बचें।ओमेगा -6 फैट में उच्च खाद्य पदार्थों के अपने सेवन को कम करना, जैसे कि वनस्पति तेल, फैटी फिश जैसे ओमेगा -3 युक्त खाद्य पदार्थों के अपने सेवन को बढ़ाने से गठिया के लक्षणों में सुधार हो सकता है। ऐसे पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस वाले लोगों में उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल होने की संभावना होती है, जो कि कोलेस्ट्रॉल कम करने से इस बीमारी के लक्षणों में कर सकता है। इसलिए उन तेलों का भी इस्तेमाल न करें जिनमें कि फैट की मात्रा ज्यादा हो।
3.हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली चीजों को खाने से बचें
डायबिटीज मरीजों ने ग्लाइसेमिक इंडेक्स के बारे में बहुत बार सुना होगा। पर ये आर्थराइटिस के मरीजों के लिए भी जरूरी है। ऐसा इसलिए हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली चीजों हड्डी को कमजोर करती हैं। इसमें ज्यादातर वो चीजें आती हैं, जिनमें स्टार्च ज्यादा होता है। इसलिए लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (low-GI diet) वाले आहारों को शामिल करने की सलाह दी जाती है। फैट और शुगर दोनों ही शरीर में AGE के स्तर को बढ़ाते हैं। कुछ खाद्य प्रसंस्करण विधियों और उच्च तापमान खाना पकाने से भी भोजन में एजीई का स्तर बढ़ जाता है। इस एजीई स्तर के बढ़ने से हड्डियों का तेजी से क्षरण होता है, जो कि शरीर के लिए बिलकुल भई ठीक नहीं है। इसलिए अपने खाने में ओट्स, दलिया ओट्स, दाल, किडनी बीन्स, क्विनोआ, दूध, बादाम, जैतून का तेल, अखरोट और सब्जियां आदि का सेवन बढ़ाएं।
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अगर आपको गठिया है, तो एक स्वस्थ आहार और जीवनशैली आपके लक्षणों को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है। शोध बताते हैं कि ऐसे में आपको कुछ खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों से बचना चाहिए, जिनमें अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, रेड मीट, तले हुए खाद्य पदार्थ और अतिरिक्त शक्कर शामिल हैं। वहीं जीवनशैली से जुड़ी आदतें जैसे कि शरीर की विभिन्न गतिविधि, शरीर के वजन और धूम्रपान की स्थिति भी गठिया के प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण हैं। वहीं कुछ फिजिकल एक्टिविटी भी हैं, जिन्हें करके आप जोड़ों के दर्द से निजात पाने की कोशिश कर सकते हैं।
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